इस ट्रेन में हर दिन सैकड़ों लोगों को बंटता है लंगर
सत्यखबर जाखल (दीपक) – जाखल रेलवे स्टेशन से अमृतसर- नांदेड़ साहिब जाने वाली ट्रेन में हर दिन सैकड़ों यात्रियों को लंगर पानी सेवा दी जाती है। यह सिलसिला विगत लंबे समय से निरंतर चलता हुआ आ रहा है। लंगर की सेवा नौवीं पातशाही लंगर सेवा सोसायटी अकालगढ़ मूनक द्वारा की जाती है। सेवा समिति अनुसार महाराष्ट्र के नांदेड़ में गुरु गोविंद सिंह जी का श्री हजूर साहिब गुरुद्वारा व अमृतसर में गुरु नानक देव का हरमंदिर साहिब स्वर्ण मंदिर उपस्थित है। उक्त दोनों धार्मिक स्थलों से सिख धर्म की भावनाएं जुड़ी हुई है। दोनों स्थलों को जोड़ने वाली एक्सप्रेस ट्रेन फतेहाबाद के जाखल रेलवे स्टेशन से भी गुजरती है।
ऐसे में इस ट्रेन में अमृतसर व नांदेड़ साहिब जाने वाले श्रद्धालुओं को हर दिन लंगर वितरित किया जाता है। सेवा सोसायटी के सदस्य हर दिन सेवा भाव से यात्रियों को भोजन कराते हैं। यह लोग ट्रेन आने से पूर्व प्लेटफॉर्म पर पहुंच जाते हैं। ट्रेन आने पर हर कोच में जाकर यात्रियों को लंगर वितरित करते हैं। कोई भी मौसम हो या फिर ट्रेन देरी से आए जबकि लंगर सेवा प्रतिदिन हर हाल में की जाती है।
पांच वर्षों से निरंतर जारी है सेवा कार्य
अकालगढ़ सेवा सोसायटी मूनक द्वारा सेवा कार्य करते हुए पांच वर्ष पूरे हो गए हैं। पांच वर्ष की अवधि पूरी होने पर सोसायटी द्वारा खुशी प्रकट की गईं है। सेवा सोसायटी के अध्यक्ष बाबा बग्गा सिंह, डॉ० गोरा सिंह, रूलदु सिंह, जंग सिंह ने कहा कि सेवा समिति का मुख्य उद्देश्य अमृतसर- नांदेड़ साहिब जाने वाले यात्रियों की सेवा करना है। उन्होंने बताया कि लंगर की सेवा नौंवी पातशाही गुरूद्धारा मूनक व पास के गांव मूनक अकाल गढ, कडैल, बलरा सहित दर्जनभर गांवों के श्रदालुओं की सहयोग से की जाती है।
नानक ने कहा था इक ओंकार सतनाम
सेवा सोसायटी के अध्यक्ष बाबा बग्गा सिंह ने कहा की करतारपुर यानि प्रभु एक है, और सभी में समाए हुए हैं। गुरु के इस उपदेश का अनुसरण करते हुए सिख समाज द्वारा अनेक सेवा कार्य किए जाते हैं। इनमें लंगर सेवा अहम है।