हरियाणा

पाक व चीन द्वारा नाजायज तौर पर अधिकृत कश्मीर, बाल्टिस्तान व गिलगित को वापिस ले सरकार : प्रो. कुलदीप चन्द अग्रिहोत्री

जम्मू कश्मीर अध्ययन केन्द्र हरियाणा द्वारा संकल्प दिवस का आयोजन

सत्य खबर, नारायणगढ़ (सरिता धीमान)। नारायणगढ़ के गीता स्कूल के सभागार में प्रधानाचार्य सुधीर कुमार की अध्यक्षता में जम्मू कश्मीर अध्ययन केन्द्र हरियाणा द्वारा संकल्प दिवस के अवसर पर जम्मू कश्मीर के संदर्भ में विशेष व्याख्यान आयोजित किया गया जिसमें प्रो. कुलदीप चन्द अग्रिहोत्री पूर्व कुलपति केन्द्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला हिमाचल प्रदेश एवं उपाध्यक्ष हरियाणा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी ने बतौर मुख्य वक्ता तथा चेयर प्रो. अरूण कुमार दीनदयाल उपाध्याय पीठ ने बतौर विशिष्ट अतिथि शिरकत की। प्रो. अरूण कुमार पिछले कईं वर्षों से जम्मू कश्मीर अध्ययन केन्द्र हरियाणा की टीम से सक्रिय रूप से जुड़े हुए हैं। मंच संचालन संयोजक राकेश बिदंल ने किया। कार्यक्रम में मुख्यतिथि व अन्य अतिथियों को शॉल व हिमाचली टोपी पहनाकर सम्मानित किया गया व कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्जवलित कर किया गया। प्रधानाचार्य सुधीर कुमार व संयोजक राकेश बिदंल द्वारा मुख्य वक्ता सहित सभी अतिथियों का स्वागत किया गया। प्रो. कुलदीप चन्द अग्रिहोत्री ने जम्मू, कश्मीर, लद्धाख, बाल्टिस्तान व गिलगित के इतिहास के बारे विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि पाकिस्तान व चीन द्वारा भारत के कुछ भाग पर नाजायज कब्जा किया हुआ है और पाकिस्तान द्वारा इस क्षेत्र का कुछ भाग चीन को लीज पर भी दिया हुआ है। भारत के क्षेत्र को वापिस लेने के लिए विभिन्न मंचों पर कईं बार बातचीत हो चुकी है और भारत की संसद में 22 फरवरी 1994 को इस बारे प्रस्ताव भी पारित हो चुका है। उन्होंने अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद जम्मू कश्मीर क्षेत्र में हुई प्रगति पर प्रकाश डाला। उन्होंने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में बुनियादी मानवाधिकारों के घोर उल्लंघन को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की यूनिवर्सटीज में इस बात की चर्चा होने लगी है कि भारत से अलग होकर पाकिस्तान ने क्या हासिल किया है। भारत की प्रगति की चर्चा वहां भी हो रही है। कार्यक्रम के दौरान जम्मू और कश्मीर के सामाजिक-सांस्कृतिक और राजनीतिक परिदृश्य का एक व्यापक अवलोकन प्रदान करते हुए जानकारी दी गई, जो जम्मू-कश्मीर की विविध बहु-सांस्कृतिक, बहु-धार्मिक और बहु-भाषाई प्रकृति को रेखांकित करता है। प्रो. कुलदीप चन्द अग्रिहोत्री ने बताया कि बाल्टिस्तान व गिलगित भारत के लिए राजनीतिक, सामरिक, आर्थिक व सांस्कृतिक हर तरह से विशेष महत्व रखता है जिसे वापिस लेने के बाद भारत मध्य एशिया से होते हुए यूरोप तक भूमि मार्ग के माध्यम से जुड़ पायेंगे व व्यापार भी हो सकेगा। उन्होंने बताया कि पूर्व में भी इसी मार्ग से भारत का यूरोप तक व्यापार होता था। उन्होंने कहा कि पाक अधिकृत कश्मीर, मीरपुर व मुजफ्फराबाद के लोग भी पाक के अत्याचारों से पीडि़त हंै और भारत में शामिल होने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उक्त क्षेत्र के लोग वापिस अपने देश भारत में मिलना चाहते हैं तो हमें मिलकर संकल्प लेना होगा और सरकार पर दवाब बनाना होगा कि उक्त क्षेत्र को भारत में वापिस लेकर आयें। उन्होंने कहा कि हम सभी इस दिशा में काम करने वाली सरकार को मजबूत करें। प्रो. अरूण कुमार ने कहा कि जम्मू कश्मीर का मात्र 55 प्रतिशत भाग ही भारत में है जबकि बाकी का पाकिस्तान और चीन के पास है। उन्होंने अखण्ड भारत बनाने के लिए काम करने की बात कही। उन्होंने कहा कि भारत की सनातन संस्कृति पर समय-समय पर विदेशी आक्रांताओं ने हमले किये हैं लेकिन हमारी प्राचीन सनातन संस्कृति आज भी कायम है और आपसी प्रेम और भाईचारे का संदेश विश्व को दे रही है। प्रधानाचार्य सुधीर कुमार ने भूतपूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी जी की कविता के माध्यम से अखण्ड भारत बनाने में सभी को संकल्प लेने का आह्वान किया।

भाजपा के पूर्व जिला प्रधान राजेश बतौरा ने भी जम्मू-कश्मीर से धारा 370 और 35 ए हटाने के बारे में विस्तार से अपनी बात रखी और पाक अधिकृत कश्मीर में वहां के लोगों के साथ किये जा रहे अत्याचार और प्रताडना के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकारों ने हमारे उन भाईयों के दर्द को कभी नहीं समझा जिन पर पाकिस्तान द्वारा अत्याचार किया जा रहा है। कार्यक्रम के अध्यक्ष प्रधानाचार्य सुधीर कुमार ने भूतपूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी जी की कविता के माध्यम से अखण्ड भारत बनाने में सभी को संकल्प लेने का आह्वान किया। इस अवसर पर जिला परिषद चेयरमैन राजेश लाडी, सुरेश पाल, गुुरनाम सिंह, सतीश कुमार, भूपेन्द्र कपूर, चन्द्रपाल शास्त्री, पार्षद प्रदीप गोयल, जोगिन्द्र शास्त्री, संजीव पंजलासा, अमित अग्रवाल, संजीव अग्रवाल, राकेश अग्रवाल, अनिल धीमान, साहिल बिंदल, गुरमीत हुसैनी, संजीव कौशिक, सीता राम व सुरेंद्र सैनी सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।

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