गुरुग्राम के निजी अस्पताल ने स्वास्थ्य मंत्री के निर्देश को नहीं दी तवज्जों ,थमा दिया बिल
सत्य ख़बर,गुरुग्राम,सतीश भारद्वाज :
हरियाणा के कनीना में बीते दिनों हुए स्कूल हादसे में घायल स्टूडेंट्स के फ्री इलाज के मंत्री डॉ कमल गुप्ता के दावे को गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल ने मानने से इनकार कर दिया है। मंत्री के आश्वासन के 24 घंटे बाद ही अस्पताल प्रबंधन ने 5.50 लाख रुपए का बिल परिजनों को थमा दिया है।
वहीं इलाज के लिए 50 हजार रुपए एडवांस भी जमा करा लिए। इस बस दुर्घटना में छात्रा सपना गंभीर रूप से घायल हो गई थी जो गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल में अपना इलाज करवा रही है।
घायल छात्रा के पिता सतीश खटाना के अनुसार बताया गया है कि प्रदेश के मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने फ्री इलाज के साथ आने जाने का पूरा खर्च सरकार के द्वारा दिए जाने का वादा किया था, लेकिन अस्पताल की ओर से बेटी की स्पाइन सर्जरी के लिए साढ़े पांच लाख रुपए मांग लिए गए हैं।
अस्पताल प्रबंधन ने सपना के पिता को 5.50 लाख का बिल मांग लिया है।
बस हादसे में 15 वर्षीय छात्रा सपना की कमर की हड्डी में फ्रेक्चर आया है। इसके साथ ही उसके सिर पर भी गंभीर चोट लगी है। वहीं इसी निजी अस्पताल में 11 वर्षीय घायल छात्र प्रियांशु भी भर्ती है, जिसके सीने में मल्टीपल फ्रेक्चर के साथ ही सिर में भी गंभीर चोट आई हैं। परिजनों ने बताया कि फ्री इलाज के बाद भी उन्होंने ब्लड भी दिया है।
तथा दवाइयां भी खरीदनी पड़ रही हैं। सपना के पिता ने बताया कि उन्होंने अस्पताल प्रबंधन से जब इस विषय को लेकर बात की तो उन्होंने मंत्री के फ्री इलाज की बात को सिरे से खारिज कर दिया।
बता दें कि इस बस हादसे में 8 बच्चों की मौत हो गई थी। हरियाणा के महेंद्रगढ़ में गुरुवार सुबह प्राइवेट स्कूल की तेज रफ्तार बस पलट गई थी। हादसे में 8 बच्चों की मौत हो गई थी, जबकि 22 बच्चे घायल हुए हैं। महेंद्रगढ़ के कस्बा कनीना में स्थित GL पब्लिक स्कूल ईद पर छुट्टी के बाद भी खुला था। सुबह बस करीब 35 बच्चों को लेकर स्कूल जा रही थी। कनीना कस्बे के गांव उन्हानी के पास यह हादसा हो गया था। 5 बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई थी। इस सड़क हादसे में राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा के भांजे पूर्व सरपंच संजय शर्मा का पुत्र भी शामिल है। इस सड़क हादसे को लेकर जहां स्वास्थ्य, शिक्षा व मुख्यमंत्री दुख प्रकट कर चुके हैं, वहीं स्कूलों और यातायात विभाग को कड़ी फटकार लगा चुके हैं। जिसका कोई असर अभी तक नजर नहीं आ रहा है।