गुरुग्राम निगम की इनफोर्समैंट टीम ने सोमवार को अवैध निर्माण पर चलाया पीला पंजा। मोलाहेडा में भ्रष्टाचार से मौन बने हैं।
सत्य ख़बर, गुरूग्राम, सतीश भारद्वाज :
अवैध व अनाधिकृत निर्माणों के खिलाफ नगर निगम गुरूग्राम की इनफोर्समैंट टीम लगातार कार्रवाई कर रही है। इसके तहत विशेषकर जोन-2 क्षेत्र में पिछले 2 माह में टीम द्वारा 65 अवैध निर्माणों को जमींदोज किया जा चुका है।
सोमवार को जोन-2 क्षेत्र की इनफोर्समैंट टीम मियांवाली कॉलोनी पहुंची। यहां पर टीम ने एक अनाधिकृत रूप से बनाए जा रहे भवन को धराशायी कर दिया। इसके अलावा, टीम ने नोबेल इनकलेव व सतगुरू फार्म में भी अवैध निर्माणों पर कार्रवाई की। टीम ने इन क्षेत्रों में 4 अवैध निर्माणों को जमींदोज किया। विशेष बात यह रही कि कार्रवाई के दौरान नगर निगम गुरूग्राम के संयुक्त आयुक्त-2 डा. नरेश कुमार भी मौके पर पहुंचे तथा इनफोर्समैंट टीम को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। किसी भी प्रकार के विरोध की स्थिति से निपटने के लिए मौके पर भारी पुलिस बल की तैनाती रही। टीम में इंचार्ज हितेश दहिया सहित टीम के अन्य कर्मचारी उपस्थित थे।
निगम ने पिछले 2 माह में 65 अवैध निर्माणों पर कार्रवाई करी है, संयुक्त आयुक्त के अनुसार जोन-2 क्षेत्र की इनफोर्समैंट टीम अवैध निर्माणों पर लगातार कार्रवाई कर रही है। कार्रवाई के तहत पिछले 2 माह में जोन-2 क्षेत्र में 65 अवैध निर्माणों को धराशायी किया गया है। इनमें निर्माणाधीन भवन, डीपीसी, चारदीवारी सहित अन्य निर्माण शामिल हैं। उन्होंने बताया कि कई बार पुलिस बल उपलब्ध ना होने के कारण कार्रवाई को स्थगित भी करना पड़ता है, लेकिन जैसे ही पुलिस बल उपलब्ध होता है, टीम जेसीबी लेकर मौके पर पहुंच जाती है तथा अवैध निर्माणों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। पिछले दो माह में नगर निगम द्वारा पुलिस सहायता के लिए 28 बार अनुरोध भेजा गया था, जिसमें से केवल 8 बार पुलिस सहायता उपलब्ध हो सकी। इस दौरान टीम ने पुलिस बल की सहायता से 65 अवैध निर्माणों को धराशायी करने में सफलता हासिल की है। उन्होंने कहा कि इनफोर्समैंट टीमें अपने क्षेत्र में लगातार निगरानी बनाए हुए हैं तथा अवैध व अनाधिकृत निर्माणों पर आगे भी लगातार कार्रवाई जारी रहेगी।
बता दें कि निगम जॉन 2 के ज्वाइंट कमिश्नर डॉ. नरेश कुमार पर भी भ्रष्टाचार के कई आरोप लग चुके हैं, वहीं इंफोर्समेंट टीम के एसडीओ यतीन्द्र,दिलीप, संजोग शर्मा,जेई लक्ष्मण, राहुल, प्रदीप,अमनदीप, रोहित हुड्डा तथा अस्थाई कर्मचारी दिनेश यादव, निखिल वगैरह पर भी अवैध वसूली के आरोप काफी लग चुके लेकिन फिर भी उच्च अधिकारी मोहन बने हुए हैं। वहीं गांव मोलाहेडा में नाहरसिंह, देवेंद्र भीम सिंह, कंवरपाल ,सतीश चरण सिंह ,गंगाराम वगैरह से मोटा सुविधा शुल्क लेकर 2 साल से कोई कार्रवाई नहीं की है। जबकि कागजों में कई नोटिस और सेलिंग कर चुके हैं मगर अवैध निर्माणों पर तीन-तीन चार-चार मंजिलें बन चुकी है। और अभी भी दर्जनों की संख्या में अवैध निर्माण बिना नक्शा पास हुए मोटी रिश्वत लेकर कराएं जा रहें हैं।