पीएम मोदी ने कांग्रेस के साथ-साथ जेऍमऍम को भी लिया लपेटे में,जानिए क्या कहा
सत्य खबर,नई दिल्ली ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झारखंड के जमशेदपुर में कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा पर जमकर हमला बोला. पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस और जेएमएम वालों को विकास के कोई मतलब नहीं है. इनको केवल भ्रष्टाचार और झूठ बोलने से मतलब है. प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस और जेएमएम ने अपने घरों में काली कमाई का अंबार लगा रखा है.
पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस और जेएमएम जैसी पार्टियों ने हमारे झारखंड को हर मौके पर लूटा है. कांग्रेस भ्रष्टाचार की जननी है. कांग्रेस और जेएमएम वालों को विकास का क, ख, ग, घ… भी नहीं मालूम है. इनके मुद्दे गरीब की संपत्ति का एक्स-रे करना, SC-ST-OBC का आरक्षण छीनना, मोदी जी को रोज नई-नई गालियां देना है. इससे आगे ये सोच ही नहीं सकते हैं.
JMM ने आदिवासियों और सेना की जमीनें हड़पीं
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जेएमएम ने झारखंड में जमीन घोटाला किया. इन्होंने गरीब आदिवासियों की जमीनें हड़पीं, सेना की जमीनें हड़पीं. इनके घरों से जो नोटों के पहाड़ बरामद हुए हैं, वे पैसे आपके हैं. मोदी इन बेईमानों के ठिकानों से पैसा बरामद करवा रहा है. मैं इन पैसों को सरकार की तिजोरी में ले जाने के लिए बरामद नहीं कर रहा हूं. मैं रास्ता खोज रहा हूं, ये सारे पैसे जिनके हैं, मैं उन गरीबों को इसे लौटाऊंगा. ये मोदी की गारंटी है.
कांग्रेस-JMM को भ्रष्टाचार और वसूली से मतलब
कांग्रेस पार्टी उद्यम करने वालों को देश का दुश्मन मानती है. उसके नेता खुलेआम कहते हैं, जो कारोबारी हमें पैसा नहीं देते, हम उन पर हमला करते हैं यानी कांग्रेस और जेएमएम जैसे दलों को देश के उद्योगों से मतलब नहीं है. उन्हें अपने भ्रष्टाचार और वसूली से मतलब है. कांग्रेस के शहजादे आए दिन उद्योगों, उद्योगपतियों और निवेश का विरोध करते हैं. आने वाले दिनों में कौन उद्योगपति उनके राज्य मे जाकर पूंजी निवेश करेगा? उन राज्यों के नौजवानों का क्या होगा?
परिवारवादी पार्टियों से झारखंड को बचाना है
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस जैसे दलों ने कभी आपकी परवाह नहीं की. इन लोगों ने 60 साल तक ‘गरीबी हटाओ’ का झूठा नारा दिया। ये मोदी है, जिसने 25 करोड़ गरीबों को गरीबी से बाहर निकाला. कांग्रेस के शहजादे वायनाड से भागकर चुनाव लड़ने रायबरेली गए हैं. वे सबको कहते घूम रहे हैं कि ये मेरी मम्मी की सीट है. कोई 8 साल का बच्चा स्कूल में पढ़ने जाता है, तब भी वो ये नहीं कहता है कि ये मेरे पापा का स्कूल है, भले ही उसके पापा वहां पढ़े हों. ये परिवारवादी लोग संसदीय सीटों का वसीयतनामा लिख रहे हैं. ऐसी परिवारवादी पार्टियों से झारखंड को बचाकर रखना है.