हरियाणा

सीएम के सामने उठेगा जोहड़ पर अवैध कब्जों का मामला कष्ट निवारण समिति की बैठक में

 

सत्य ख़बर,गुरूग्राम, सतीश भारद्वाज :

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी गुरुवार को जिला गुरूग्राम के दौरे पर रहेंगे। यह जानकारी डीसी निशांत कुमार यादव ने दी। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री सुबह 9 बजे सिविल लाइंस स्थित जिला परिषद के स्वतंत्रता सेनानी सभागार में आयोजित जिला लोक संपर्क एवं कष्ट निवारण समिति की मासिक बैठक की अध्यक्षता करेंगे और 20 परिवादों की सुनवार्ई करेंगे। उन्होंने बताया कि प्रातः 09 बजे आयोजित इस बैठक में सभी विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहेंगे ताकि शिकायतों का मौके पर ही समाधान किया जा सके। जिसमें अलग-अलग तरह की करीब 20 शिकायत पर मुख्यमंत्री सुनवाई करेंगे। जिनमें से एक नगर निगम से संबंधित परिवाद कमांक 2758 दिनांक 07.10.2022 / पत्र कमांक 3538/ परिवाद दिनांक 21.12.2022 शिकायतकर्ता विनोद पुत्र श्री रामचन्द्र निवासी गांव नुरपुर झाडसा ने शिकायत की है कि गांव नुरपुर झाडसा में खसरा न0 27 जोहड की जमीन पर लगभग 10 लोगों ने अवैध कब्जा करके मकानात बनाये हुये है जिसकी बाबत प्रार्थी ने कब्जा हटवाने के लिए नगर निगम में शिकायत दी तो सम्बन्धित अधिकारियों ने जानबुझकर गलत पैमाईश की और प्रार्थी के मकान को तोड दिया लेकिन प्रार्थी के मकान के अलावा अन्य 10 अवैध कब्जाधारियों के मकानों को आजतक नही तोडा गया है, जबकि वहां पर 11 मकानों पर लोग अवैध कब्जे करके बैठे हुये है। उन्होंने गुहार लगाई है कि खसरा न0 27 जोडह की जमीन पर बने सभी 11 मकानों को तोडकर कब्जा मुक्त कराया जाये और गलत पैमाईश करने वालों के खिलाफ उचित कार्यवाही अमल में लाई जाये।
वहीं बताया गया है कि इससे पहले हुई बैठक 9 जनवरी 2023 में भी यह मामला उठा था। जिसमें शिकायतकर्ता हाजिर आया। शिकायतकर्ता व सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों को सुनने एवं रिकार्ड का अवलोकन करने उपरांत अध्यक्ष महोदय ने सम्बन्धित उपमण्डल अधिकारी (ना०) गुरूग्राम को निर्देश दिये कि वे मौका मुआयना करके जगह की दौबारा पैमाईश करवाये और रिपोर्ट उपायुक्त गुरूग्राम को प्रस्तुत करे बारे निर्देश दिए थे। लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई जिस पर शिकायतकर्ता विनोद बार-बार उपायुक्त महोदय से निवेदन कर रहा है कि अभी तक नगर निगम, गुरूग्राम कार्यालय द्वारा कोई कार्यवाही नही की गई है।
अब देखना यह है कि इस पर मुख्यमंत्री क्या कार्रवाई करने के आदेश देते हैं या वैसे ही मामले को निगम अधिकारी द्वारा लटका दिया जाता है। क्योंकि पहले से ही यह मामला 2 साल से लटका हुआ है।
बता दें कि इस प्रकार का यह अकेला ही मामला नहीं है जिसमें निगम अधिकारियों की लापरवाही और भ्रष्टाचार की वजह से मामले लटके रहते हैं, ऐसे अनेक मामले गांव गवाल पहाड़ी, डूंडाहेड़ा, मोलाहेडा, काटरपुरी, सरहौल, नाथूपुर, चकरपुर ,वजीराबाद के सरकारी फाइलों में दबे पड़े हैं।

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