हरियाणा

Haryana : मैक्स हॉस्पिटल द्वारका ने पानीपत में कई जगहों पर शुरू की विशेष ओपीडी सेवाएं

सत्य खबर, सतीश शर्मा, पानीपत ।
मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल द्वारका (नई दिल्ली) ने आज पानीपत में अपनी गैस्ट्रो इंटेस्टाइनल, मिनिमल एक्सेस, बेरिएट्रिक एंड रोबोटिक सर्जरी की ओपीडी सेवा शुरू की है. ये ओपीडी सेवा अलग-अलग स्थानीय अस्पतालों के साथ मिलकर शुरू की गई है.

लॉन्च इवेंट के दौरान मैक्स हॉस्पिटल द्वारका में गैस्ट्रो इंटेस्टाइनल, मिनिमल एक्सेस, बेरिएट्रिक सर्जरी के वाइस चेयरमैन डॉक्टर रणदीप वाधवन, और गैस्ट्रो इंटेस्टाइनल, मिनिमल एक्सेस, बेरिएट्रिक सर्जरी के सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर नवीन कुमार वर्मा मौजूद रहे.*

अस्पताल की ये विशेष ओपीडी सेवा महीने के पहले और तीसरे शनिवार को चलेगी. पानीपत के वरदान हॉस्पिटल में ओपीडी दोपहर 3 बजे से शाम 5 बजे तक और आईबीएम हॉस्पिटल में 5.30 बजे से 6.30 बजे तक चलेगी*. इन ओपीडी में मैक्स हॉस्पिटल द्वारका के डॉक्टर मरीजों को देखेंगे. ये ओपीडी शुरू होने से पानीपत व आसपास के लोगों को अपने ही शहर में बेस्ट डॉक्टरों से परामर्श पाने का मौका मिलेगा यानी प्राथमिक परामर्श के लिए उन्हें दूसरे शहरों की तरफ नहीं जाना पड़ेगा.

इस मौके पर मैक्स हॉस्पिटल द्वारका में गैस्ट्रो इंटेस्टाइनल, मिनिमल एक्सेस, बेरिएट्रिक सर्जरी के वाइस चेयरमैन डॉक्टर रणदीप वाधवन ने कहा*, ”गैस्ट्रो इंटेस्टाइनल कैंसर में कैंसर का एक ग्रुप होता है जो जीआई ट्रैक्ट और डाइजेस्टिव सिस्टम पर असर डालता है. इसमें इसोफेगस, लिवर, पेट, पित्ताशय की थैली, पैंक्रियाज, छोटी आंत, कोलोन, रेक्टम और गुदा का कैंसर शामिल है. आमतौर पर ऐसे कैंसर पेट के अंदर अल्सर के होने से विकसित होते हैं. रोबोटिक सर्जरी के जरिए कैंसर का बेहतर इलाज पाया जाता है, जिसमें सटीकता और फुल कंट्रोल के साथ मरीज के लिए अच्छे रिजल्ट आते हैं. एचडी और 3डी विजन मिलने, 7 डिग्री तक घुमाने की फ्रीडम और बेहतर निपुणता के चलते रोबोटिक सर्जरी ने क्रांति ला दी है. जिन मरीजों की सर्जरी रोबोट की मदद से की जाती है, उन्हें अस्पताल में कम वक्त स्टे करना पड़ता है, रिकवरी तेजी से होती है और उनके काम का वक्त कम खराब होता है.”

मैक्स हॉस्पिटल द्वारका में जीआई, एमएएस एंड बेरिएट्रिक सर्जरी के सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर नवीन कुमार वर्मा ने लेप्रोस्कोपिक एंड रोबोटिक सर्जिकल टेक्नोलॉजी के बारे में बताया, ”हाल के वक्त में जो तकनीकी विकास हुआ है उसकी मदद से पेट से जुड़े मामलों में मिनिमली इनवेसिव प्रक्रिया के तहत मरीज का इलाज किया जाता है. इसमें वेट लॉस सर्जरी, रोबोटिक हर्निया सर्जरी, एब्डोमिनल वॉल रिकंस्ट्रक्शन, स्प्लीन प्रिजर्वेशन सर्जरी और गॉलस्टोन/गॉल ब्लैडर को हटाने की सर्जरी शामिल है. ऐसे मामलों में नई तकनीक की मदद से की जाने वाली सर्जरी से मरीज को दर्द कम होता है, अस्पताल में कम वक्त भर्ती रहना पड़ता है, एस्थेटिक व फंक्शनल रिजल्ट के साथ तेजी से रिकवरी होती है.”

मैक्स हॉस्पिटल द्वारका का ये ओपीडी शुरू करना और बेरिएट्रिक, गॉल ब्लैडर व हर्निया जैसी सर्जरी को रोबोट की मदद से करना, मरीजों को हाई तकनीक वाली स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराने की अस्पताल की प्रतिबद्धता को दर्शाता है. डॉक्टरों की विशिष्टता और स्किल्स के साथ तकनीक व रोबोट के सहयोग से अस्पताल का मकसद मरीजों को बेहतर इलाज मुहैया कराना, देखभाल की क्वालिटी बढ़ाना और समाज का कल्याण करना है.

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