Pathankot: पठानकोट में बच्चे के अपहरण मामले में सफलता, गोवा से गिरफ्तार हुए बीएसएफ के बर्खास्त कांस्टेबल और आरोपी रिषभ
Pathankot: पंजाब के पठानकोट में पिछले सप्ताह एक बच्चे का अपहरण कर लिया गया था। हालांकि, पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर बच्चे को सुरक्षित रूप से बरामद कर लिया था। अब इस मामले में एक और सफलता मिली है। अपहरण मामले में फरार दो आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
आरोपियों की गिरफ्तारी
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में बीएसएफ के बर्खास्त कांस्टेबल अमित राणा और अन्य आरोपी रिषभ शामिल हैं। दोनों आरोपियों को गोवा से गिरफ्तार किया गया है। घटना के बाद, दोनों आरोपी फरार हो गए थे। पहले पुलिस ने मुख्य आरोपी अवतार और संपेशर को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन अमित राणा और रिषभ, जो हिमाचल प्रदेश के नूरपुर के निवासी हैं, फरार हो गए थे।
पुलिस की खोज
पठानकोट पुलिस स्टेशन के डिवीजन नंबर-2 के पुलिसकर्मी अमित राणा और रिषभ की खोज में लगे हुए थे। डिवीजन नंबर-2 के एसएसपी दलजिंदर सिंह ढिल्लों ने कहा कि घटना के बाद, दोनों आरोपी जंगल के माध्यम से हाईवे पर पहुंचे। वहां से वे बस से चंबा पहुंचे। चंबा से दोनों ने बस पकड़कर चंडीगढ़ का रुख किया। चंडीगढ़ से दिल्ली की बस में चढ़े और फरार हो गए। पुलिस ने पहले दोनों के डिजिटल फुटप्रिंट्स को ट्रैक किया, जो यह संकेत देते थे कि आरोपी दिल्ली पहुंच गए थे।
डिजिटल पहचान और यूटिलिटी आईडी
एसएसपी दलजिंदर सिंह ढिल्लों ने बताया कि आरोपियों ने दिल्ली पहुंचने के बाद अपने डिजिटल फुटप्रिंट्स मिटा दिए। साथ ही, दोनों ने ऑनलाइन लेन-देन के लिए अपनी खुद की UPI IDs तैयार की। इसके बाद, दोनों दिल्ली से बस और अन्य वाहनों के जरिए गोवा पहुंचे। हालांकि, पंजाब पुलिस की CID यूनिट दिल्ली में दोनों का पीछा कर रही थी। जब आरोपी गोवा पहुंचे, तो पुलिस ने वहां गोवा पुलिस की मदद से उनका पता लगाया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
दुबई का वीजा और गिरफ्तारी
पुलिस ने बताया कि आरोपी रिषभ के पास दुबई का वीजा भी था, जो दिल्ली में एक एजेंट के पास रखा गया था। आरोपी दुबई भागने की कोशिश कर रहा था। उससे पहले, पुलिस ने शुक्रवार की रात को गोवा में दोनों को गिरफ्तार कर लिया। गोवा में आरोपी एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए बस में चढ़ रहे थे। पुलिस ने बस में ही दोनों को गिरफ्तार कर लिया। वर्तमान में, दोनों आरोपी गोवा के कुंकाली पुलिस की हिरासत में हैं। पठानकोट पुलिस दोनों को ट्रांजिट रिमांड पर लाने के लिए रवाना होगी।
निष्कर्ष और आगामी कार्रवाई
पुलिस की इस कार्रवाई से पठानकोट में बच्चे के अपहरण के मामले में बड़ी सफलता मिली है। यह गिरफ्तारी न केवल पुलिस की तत्परता को दर्शाती है, बल्कि यह भी स्पष्ट करती है कि कानून के हाथ कहीं भी लंबे होते हैं। पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए और उनकी जटिल यात्रा को सफलतापूर्वक ट्रैक किया।
अब, दोनों आरोपियों को पठानकोट लाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, जहां उन्हें कानून के अनुसार सजा दिलाने के लिए आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस घटना ने कानून प्रवर्तन एजेंसियों के कामकाज में एक और चुनौती पेश की है, लेकिन उनके द्वारा उठाए गए कदम इस बात को साबित करते हैं कि वे किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं।