गुरुग्राम सीट से कांग्रेस प्रत्याशी मोहित तथा निर्दलीय नवीन ने भरा नामांकन। दिखाया दमखम
सत्य ख़बर, गुरुग्राम, सतीश भारद्वाज:
हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में नामांकन करने के लिए अब केवल एक दिन ही रह गया है, लेकिन अभी भी राजनीतिक पार्टियों में टिकट को लेकर काफी तनातनी बनी हुई है। मगर जहां से टिकट फाइनल हो गई है, वहां पर नामांकन का क्रम बुधवार को जारी रहा। जिले की गुरुग्राम सीट से कांग्रेस प्रत्याशी मोहित ग्रोवर व बीजेपी से बागी हुए नवीन गोयल ने अपना शक्ति प्रदर्शन करते हुए निर्दलीय के तौर पर नामांकन भरा। इससे पहले उन्होंने जेल कॉम्प्लेक्स ग्राउंड में एक बड़ी रैली को संबोधित तथा बाजारों में जनसहयोग के लिए पैदल मार्च किया।
निर्दलीय प्रत्याशी नवीन ने गुरुग्राम की अधिष्ठात्री देवी माँ शीतला माता और पंजाबी समुदाय के आध्यात्मिक गुरू धर्मदेव जी का आशीर्वाद लिया।
उन्होंने ब्राह्मण समाज के समर्थन के शंखनाद के साथ अपनी नामांकन रैली की शुरुआत की, क्योंकि भारतीय जनता पार्टी नेताओं इस सीट पर एक ब्राह्मण मुकेश शर्मा को टिकट दिया है।
इसलिए नवीन ने ये साबित करने की कोशिश कि ब्राह्मण समुदाय का एक बड़ा हिस्सा उनके साथ भी है। इसके पहले वह गुरुग्राम में एक बड़ा ब्राह्मण सम्मेलन और परशुराम लीला कार्यक्रम का आयोजन कर चुके हैं।
वहीं गोयल ने जन सभा में कहा कि मैने बाबा श्याम के आशीर्वाद के साथ उनके बसंती रंग को अपनाया है, बाबा श्याम का रंग ही मेरा पटका है, यही मेरी पगड़ी है और वही मेरा सहारा है। उन्होंने कहा कि मेरे लिए राजनीति सत्ता-सुख भोगने का माध्यम नहीं है। बल्कि गुरुग्राम विधानसभा को देश की नंबर वन विधानसभा बनाना ही मेरा लक्ष्य है। मेरा विजन और सपना है, कि गुरुग्राम विधानसभा शिक्षा के मामले में भी देश में नंबर वन हो और रोजगार के मामले में भी। स्वच्छता के मामले में जिस तरह इंदौर का नाम लिया जाता है, उसकी जगह गुरुग्राम को आगे लाना हमारा टारगेट है। गुरुग्राम में जल भराव जैसी समस्याएं न हो इसके लिए भी हमें काम करना है। वहीं युवा कांग्रेस प्रत्याशी मोहित ग्रोवर ने भी रेलवे रोड अपने कार्यालय पर जनसभा आयोजित कर अपना नाम नामांकन दाखिल किया। जिसमें बीजेपी से त्यागपत्र देकर कांग्रेस में शामिल हुए ब्राह्मण नेता जीएल शर्मा भी मौजूद रहे।
गुरुग्राम सीट पर इस बार मुकाबला काफी कड़ा रहने की संभावनाएं बन रही है। गोयल ने निर्दलीय चुनावी रण में उतर कर मुकाबले को दिलचस्प और त्रिकोणीय बना दिया हैं। फिर भी सीधी टक्कर भाजपा प्रत्याशी और कांग्रेस में ही है।
इस चुनाव में जहां टिकट में मिलने से ब्राह्मण नेता जीएल शर्मा ने बीजेपी पार्टी छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम लिया ,वहीं नवीन गोयल टिकट न मिलने से नाराज हुए निर्दलीय चुनाव लड़ने का मन बना लिया। पंजाबी समाज नेवी टिकट न मिलने से अपना रोष जाहिर किया है। कांग्रेस ने मोहित ग्रोवर को टिकट देकर कुछ पंजाबी नेता व जाट नेताओ को भी नाराज कर लिया हैं, वहीं ब्राह्मण समाज भी दो फाड़ हो गए हैं। शहर में इस बात की भी चर्चाएं है कि वैश्य समाज नवीन गोयल को अपना समर्थन दे सकता है क्योंकि पूर्व विधायक उमेश अग्रवाल ने भी चुनाव न लड़ने का ऐलान कर दिया है। इसी तरह अगर पंजाबी समाज ने भी एक जुटता दिखाकर मोहित को समर्थन दे दिया तो पिछले चुनाव में ग्रोवर दूसरे नंबर पर थे अबकी बार बाजी मार सकते हैं। तथा स्वर्गीय धर्मवीर गाबा की तरह ही युवा पंजाबी नेता के रूप में ऊपर उठ सकते हैं। अगर इसी तरह जातिवाद पर समीकरण सटीक बैठता है तो भाजपा प्रत्याशी तीसरे नंबर पर पहुंचता है।