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Kerala: ट्रेन की चपेट में आने से तीन महिलाओं की मौत, शादी समारोह में शामिल होने आई थीं

Kerala: केरल के कासरगोड से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। शनिवार रात को जिले के कन्हांगड रेलवे स्टेशन के पास ट्रैक पार करते समय ट्रेन की चपेट में आने से तीन महिलाओं की मौत हो गई। पुलिस ने इस घटना की जानकारी दी। मृतकों की पहचान दक्षिण कोट्टायम जिले के चिंगवनम निवासी महिलाओं के रूप में की गई है। पुलिस ने बताया कि ये महिलाएं एक समूह का हिस्सा थीं, जो पास के एक शादी समारोह में शामिल होने आई थीं।

Kerala: ट्रेन की चपेट में आने से तीन महिलाओं की मौत, शादी समारोह में शामिल होने आई थीं

ट्रैक पार करते समय हुआ हादसा

पुलिस के मुताबिक, यह हादसा तब हुआ जब महिलाएं रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म तक पहुंचने के लिए ट्रैक पार कर रही थीं। इसी दौरान एक सुपरफास्ट ट्रेन ने उन्हें टक्कर मार दी और तीनों महिलाओं की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने कहा कि फिलहाल मामले की जांच की जा रही है और अन्य जानकारी अभी उपलब्ध नहीं है। इस दुखद हादसे ने पूरे इलाके में शोक की लहर फैला दी है।

ट्रेन हादसे के बढ़ते मामले

ट्रेन हादसे भारत में आम हो गए हैं, खासकर उन स्थानों पर जहां लोग रेल पटरियों को लापरवाही से पार करते हैं। हाल के वर्षों में ऐसे कई मामले सामने आए हैं जहां लोग जल्दी में या लापरवाही में रेलवे ट्रैक पार करते समय दुर्घटनाओं का शिकार हो जाते हैं।

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अरुणाचल प्रदेश में भी हुआ था ऐसा ही हादसा

इससे पहले अरुणाचल प्रदेश में भी इसी तरह का एक हादसा हुआ था। निचले सियांग जिले में शुक्रवार को एक कार को ट्रैक पार करते समय ट्रेन ने टक्कर मार दी, जिससे 52 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई और एक बच्चा घायल हो गया। सरकारी रेलवे पुलिस (जीआरपी) के सहायक उपनिरीक्षक गणेश हजारिका ने बताया कि यह हादसा दोपहर करीब 3:50 बजे पाले के पास हुआ था।

मृतक की पहचान

हजारिका ने कहा कि मृतक की पहचान भारतीय रिजर्व बटालियन के उपनिरीक्षक रिगो रीबा के रूप में की गई है। उन्होंने बताया कि हादसे के समय रीबा अपने सात वर्षीय पोते के साथ पूर्वी सियांग जिले के पासीघाट से अपने पैतृक गांव जा रहे थे। हादसे में रीबा की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि बच्चा घायल हो गया, जिसे इलाज के लिए असम के डिब्रूगढ़ ले जाया गया है।

हादसे का भयानक मंजर

हजारिका ने बताया कि जब रीबा अपनी कार से ट्रैक पार कर रहे थे, तब उनकी गाड़ी मुर्कोंगसेलेक-तेजपुर स्पेशल ट्रेन की चपेट में आ गई और ट्रेन उन्हें लगभग एक किलोमीटर तक घसीटती रही। ट्रेन असम के तेजपुर के डेकर्सगांव की ओर जा रही थी। यह हादसा इतना भयानक था कि कार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई और रीबा की मौके पर ही मौत हो गई।

रेलवे ट्रैक पार करने में लापरवाही बन रही है हादसों का कारण

रेलवे ट्रैक पर इस तरह की घटनाएं अक्सर लापरवाही और सुरक्षा नियमों के उल्लंघन के कारण होती हैं। लोगों को रेलवे ट्रैक पार करने से पहले सतर्कता बरतनी चाहिए और जहां भी संभव हो, पैदल यात्री पुल या अंडरपास का उपयोग करना चाहिए। रेलवे ट्रैक पर लापरवाही से चलने के परिणामस्वरूप हर साल सैकड़ों जानें जाती हैं।

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सुरक्षा नियमों का पालन जरूरी

रेलवे प्रशासन और सरकार को इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की जरूरत है। लोगों को भी रेलवे के सुरक्षा नियमों का सख्ती से पालन करना चाहिए। कई बार लोग जल्दबाजी या लापरवाही में ट्रेन आने के बावजूद ट्रैक पार करने की कोशिश करते हैं, जो कि बहुत खतरनाक साबित होता है।

हादसों से बचने के उपाय

  • सावधानी से ट्रैक पार करें: किसी भी रेलवे ट्रैक को पार करने से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि कोई ट्रेन नहीं आ रही है। जल्दबाजी में ट्रैक पार करना घातक हो सकता है।
  • निर्दिष्ट स्थानों का उपयोग करें: रेलवे क्रॉसिंग के लिए बनाए गए अंडरपास, ओवरब्रिज और फुटब्रिज का ही उपयोग करें।
  • सिग्नल और चेतावनी का पालन करें: रेलवे द्वारा लगाए गए संकेतों और चेतावनियों का पालन करना चाहिए।
  • मोबाइल फोन और ईयरफोन का उपयोग न करें: रेलवे ट्रैक पार करते समय मोबाइल फोन या ईयरफोन का उपयोग नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे ध्यान भटक सकता है और हादसा हो सकता है।
  • जन जागरूकता अभियान: सरकार और रेलवे प्रशासन को ऐसे हादसों को रोकने के लिए व्यापक जन जागरूकता अभियान चलाने चाहिए। विशेषकर ग्रामीण इलाकों में, जहां लोग अक्सर ट्रैक पार करते समय सतर्क नहीं रहते, वहां जागरूकता फैलाना जरूरी है।

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