Ludhiana में 90 वर्षीय चार मंजिला भवन ढहा, विस्फोट से क्षेत्र में अफरातफरी, 4 घायल, जिनमें एक बच्चा भी शामिल
Ludhiana के मोहल्ला बंडया में मंगलवार दोपहर एक 90 वर्षीय चार मंजिला भवन अचानक ढह गया। इस दुर्घटना में चार लोग घायल हुए, जिनमें एक बच्चा भी शामिल है। यह भवन जठी परिवार का था, जो पहले इस भवन में निवास करता था, लेकिन अब वे किसी अन्य स्थान पर रह रहे थे और भवन को किराए पर दे दिया था। घटना के समय एक परिवार के सदस्य वहां मौजूद थे, जबकि अन्य दो परिवार काम पर गए हुए थे।
घायल और राहत कार्य
घायलों को इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जैसे ही भवन ढहा, वहां खड़ी दो मोटरसाइकिलों और एक स्कूटर को मलबे में दबने के कारण नुकसान हुआ। घटनास्थल पर मौजूद दो महिलाएं भी घायल हुईं। स्थानीय लोगों ने उन्हें निकालने में मदद की। इस भवन का अचानक ढहना पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी का कारण बना, ऐसा लग रहा था मानो भूकंप आ गया हो।
क्षेत्र में बिजली और पानी की आपूर्ति प्रभावित
भवन के ढहने के बाद, सड़क में बिजली और पेयजल की आपूर्ति ठप हो गई। जिस घर का दरवाजा भवन के सामने था, वह मलबे के कारण बंद हो गया। उस घर में रहने वाला एक युवक भी अंदर फंस गया था, जिसे निकालने में काफी मेहनत करनी पड़ी।
निगम की कार्रवाई पर सवाल
लुधियाना नगर निगम ने इस मामले में अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया है और स्पष्ट किया है कि उन्होंने पहले ही भवन के मालिक को नोटिस जारी कर दिया था कि यह भवन असुरक्षित हो चुका है। निगम ने यह भी कहा कि यदि भवन के कारण किसी को हानि होती है, तो उसकी जिम्मेदारी भवन के मालिक की होगी।
पुरानी इमारत की जर्जर स्थिति
मोहल्ला बंडया (डल बाजार के पास) में यह चार मंजिला भवन बहुत पुराना था। इसमें एक पंडित परिवार और दो किरायेदार रह रहे थे। सोमवार सुबह से ही इस भवन में हलचल थी। भवन की जर्जरता के कारण मिट्टी और ईंटें गिर रही थीं।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि उन्होंने कई बार भवन के मालिक को इसके बारे में सूचित किया था, लेकिन उन्होंने इस मामले को अनदेखा कर दिया। अचानक, बुधवार दोपहर लगभग दो बजे, भवन पूरी तरह से ढह गया और मलबा सड़क में गिर गया।
आसपास के घरों को भी नुकसान
भवन के ढहने से आसपास के तीन घरों को भी नुकसान हुआ। इन घरों की दीवारों में दरारें आ गईं, जबकि विद्युत उपकरण भी क्षतिग्रस्त हो गए। इस सड़क में बिजली की आपूर्ति बाधित हो गई है क्योंकि तार टूट गए हैं।
स्थानीय निवासियों की प्रतिक्रिया
बंडया मोहल्ला की निवासी खुशबू अरोड़ा ने बताया कि सोमवार से भवन में कुछ हलचल थी। बुधवार दोपहर, वह पड़ोस की एक महिला से अपने बेटे के बारे में बात कर रही थी, तभी अचानक मलबा सड़क में गिरने लगा। उन्होंने अपनी जान बचाने के लिए भागने की कोशिश की, लेकिन वह मलबे में फंस गईं।
एक ईंट उनके सिर पर लग गई, जिससे वह गिर गईं और उनका बच्चा भी उनके साथ गिर गया। उन्होंने बताया कि इस दुर्घटना में अन्य अंग भी घायल हो गए। उन्होंने मुश्किल से अपने बेटे को इस हादसे से बचाया। खुशबू अरोड़ा कहती हैं कि कई बार भवन के मालिक से कहा गया था कि वह इस भवन के बारे में कुछ करें, लेकिन उन्होंने ध्यान नहीं दिया।
सुरक्षा मानकों की अनदेखी
यह घटना एक गंभीर चिंता का विषय है। पुरानी इमारतों के मामले में सुरक्षा मानकों का पालन न करना न केवल निवासियों के लिए, बल्कि आस-पास के लोगों के लिए भी खतरा पैदा करता है। इस प्रकार की घटनाएं अक्सर तब होती हैं जब भवनों की स्थिति की नियमित जांच नहीं की जाती।
भविष्य के कदम
इस प्रकार की दुर्घटनाओं से बचने के लिए, स्थानीय प्रशासन को जरूरी कदम उठाने की आवश्यकता है। भवनों की नियमित जांच की जानी चाहिए, और यदि कोई भवन असुरक्षित है, तो उसे तुरंत ध्वस्त करने की प्रक्रिया शुरू की जानी चाहिए। इसके अलावा, भवन मालिकों को अपनी जिम्मेदारियों को गंभीरता से लेना चाहिए और अपने भवनों की मरम्मत व रखरखाव करना चाहिए।