पिता की पुण्यतिथि पर भावुक हुए Chirag Paswan, कहा, हर पल उनकी कमी होती है महसूस
राम विलास पासवान, जिन्होंने बिहार की राजनीति में अपनी गहरी छाप छोड़ी थी, 8 अक्टूबर 2020 को इस दुनिया को अलविदा कह गए थे। आज उनकी पुण्यतिथि है और इस मौके पर उनके बेटे Chirag Paswan ने उन्हें याद करते हुए कहा कि पिता की कमी हर दिन, हर पल महसूस होती है। उन्होंने कहा कि अब उन्हें गुजरे हुए चार साल हो चुके हैं, लेकिन उनकी यादें और उनसे जुड़ी सीख हमेशा मेरे साथ रहती हैं। उन्होंने मुझसे और उनकी पार्टी से काफी उम्मीदें लगाई थीं, और मैं हर संभव कोशिश कर रहा हूँ कि उनके सपनों को पूरा कर सकूं।
पिता की शिक्षा और सिद्धांतों को मानने का संकल्प
Chirag Paswan ने अपने पिता की याद में भावुक होते हुए कहा कि मेरे जीवन का एकमात्र उद्देश्य है कि मैं उनके विचारों और सिद्धांतों का पालन करूं। उन्होंने कहा कि मैं पूरी कोशिश कर रहा हूँ कि अपने पिता द्वारा दिखाए गए रास्ते पर चल सकूं और उनके द्वारा शुरू किए गए कार्यों को आगे बढ़ा सकूं। राम विलास पासवान ने भारतीय राजनीति में अपनी एक अलग पहचान बनाई थी और वे समाज के हर तबके के लोगों के हितों के लिए काम करते थे। चिराग ने कहा कि उनके पिता ने जो सपने देखे थे, उन्हीं सपनों को साकार करने की दिशा में वे लगातार काम कर रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर और हरियाणा चुनावों पर भी चर्चा
Chirag Paswan ने इस मौके पर जम्मू-कश्मीर और हरियाणा विधानसभा चुनावों के नतीजों पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि अब परिणाम आने लगे हैं और उम्मीद है कि जनता का समर्थन भाजपा के पक्ष में होगा। उन्होंने कहा कि भाजपा ने जम्मू-कश्मीर और हरियाणा में कड़ी मेहनत की है और जनता का विश्वास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा पर कायम है। चिराग ने उम्मीद जताई कि विधानसभा चुनावों के नतीजे भाजपा के पक्ष में होंगे और जनता के विकास और प्रगति के सपनों को साकार किया जाएगा।
केंद्रीय गृहमंत्री के साथ बातचीत
Chirag Paswan ने आगे कहा कि उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री से मुलाकात की और उनसे कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि तीन चरणों में जम्मू-कश्मीर की 90 सीटों और एक चरण में हरियाणा की 90 सीटों पर मतदान हुआ था, और अब वोटों की गिनती चल रही है। आज दोनों राज्यों के उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला हो जाएगा। चिराग ने कहा कि वे इन चुनावी परिणामों का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं और उम्मीद है कि जनता का फैसला भाजपा के पक्ष में होगा।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भारत रत्न देने की मांग
इसके अलावा, Chirag Paswan ने बिहार राज्य के हितों को हमेशा प्राथमिकता देने की बात कही। उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भारत रत्न देने की मांग का समर्थन किया। चिराग ने कहा कि नीतीश कुमार लंबे समय से कड़ी मेहनत कर रहे हैं और उन्होंने बिहार के विकास के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया है। वास्तव में, जदयू नेता छोटू सिंह ने पोस्टर लगाए थे, जिनमें नीतीश कुमार को बिहार का विकास पुरुष बताते हुए उनके लिए भारत रत्न की मांग की गई थी। चिराग ने इस मांग का समर्थन करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार के विकास के लिए अथक प्रयास किए हैं और उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया जाना चाहिए।
राम विलास पासवान की विरासत
राम विलास पासवान एक ऐसे नेता थे जिन्होंने दलित समाज के उत्थान के लिए अथक प्रयास किए। उनके राजनीतिक जीवन की शुरुआत से लेकर उनके अंतिम दिनों तक, वे हमेशा समाज के वंचित तबकों की आवाज़ बने रहे। उनके बेटे Chirag Paswan आज उसी विरासत को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। राम विलास पासवान का सपना था कि समाज में हर वर्ग के लोगों को समान अधिकार मिले और उनका सम्मान हो। चिराग ने कहा कि उनके पिता ने जो सपने देखे थे, वे उन्हीं को पूरा करने का प्रयास कर रहे हैं।
बिहार की राजनीति में चिराग की भूमिका
बिहार की राजनीति में Chirag Paswan की भूमिका दिन-प्रतिदिन महत्वपूर्ण होती जा रही है। वे न केवल अपने पिता की राजनीतिक विरासत को संभाल रहे हैं, बल्कि अपने स्वतंत्र विचारों और सिद्धांतों के आधार पर बिहार की राजनीति में अपनी जगह बना रहे हैं। चिराग ने कहा कि वे हमेशा अपने राज्य बिहार को प्राथमिकता देंगे और राज्य के विकास के लिए लगातार काम करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि उनके पिता ने बिहार के लिए जो कुछ भी सोचा था, वे उसे साकार करने की दिशा में कार्यरत हैं।