Assembly elections: महाराष्ट्र और झारखंड में चुनाव की तारीखों का आज होगा ऐलान, दोपहर 3.30 बजे होगी चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस
Assembly elections: आज का दिन राजनीतिक दृष्टि से काफी अहम है क्योंकि चुनाव आयोग महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर सकता है। इसके लिए चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस दोपहर 3.30 बजे दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित की जाएगी। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में न केवल चुनाव की तारीखों का बल्कि मतगणना की तारीखों का भी ऐलान होगा। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश में होने वाले उपचुनाव की तारीखों का भी ऐलान संभव है।
महाराष्ट्र में सरकार का कार्यकाल 26 नवंबर को समाप्त हो रहा है
महाराष्ट्र में कुल 288 विधानसभा सीटें हैं, जबकि झारखंड में 81 सीटों पर चुनाव होने हैं। महाराष्ट्र सरकार का कार्यकाल 26 नवंबर को समाप्त हो रहा है, जबकि झारखंड में सरकार का कार्यकाल 29 दिसंबर को समाप्त होगा। आमतौर पर चुनाव आयोग सरकार के कार्यकाल के समाप्त होने से 45 दिन पहले आदर्श आचार संहिता लागू कर देता है। लेकिन इस बार महाराष्ट्र में केवल 40 दिन ही बचे हैं, जिससे यह संभावना बनती है कि आयोग जल्द ही तारीखों का ऐलान कर देगा ताकि चुनावी प्रक्रिया समय पर पूरी हो सके।
दीपावली, छठ और अन्य त्योहारों को ध्यान में रखते हुए होगा चुनावी कार्यक्रम का निर्धारण
चुनाव आयोग चुनावी कार्यक्रम का ऐलान करते समय राज्य के प्रमुख त्योहारों को ध्यान में रखता है। इस साल दीपावली 29 अक्टूबर से 3 नवंबर के बीच है, जबकि छठ पूजा विशेष रूप से झारखंड और बिहार के लिए एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जिसे नवंबर के पहले सप्ताह में मनाया जाता है। इस दौरान, महाराष्ट्र में काम करने वाले बिहारी मतदाता अपने घरों को जाते हैं। इसके अलावा, देव दीपावली भी नवंबर में ही आती है। ऐसे में संभावना है कि चुनाव आयोग दूसरे या तीसरे सप्ताह के अंत में चुनाव करवाए, ताकि त्योहारों के बाद प्रवासी मतदाताओं को वापस लौटने का पर्याप्त समय मिल सके।
उत्तर प्रदेश और वायनाड में उपचुनाव कब?
महाराष्ट्र और झारखंड के साथ-साथ, चुनाव आयोग उत्तर प्रदेश और वायनाड में होने वाले उपचुनाव की तारीखों का भी ऐलान कर सकता है। जब चुनाव आयोग ने पहले हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के चुनाव की तारीखों का ऐलान किया था, तो उन्होंने कहा था कि कई राज्यों में प्राकृतिक आपदाओं के कारण उपचुनाव की तारीखों की घोषणा नहीं की जा सकी है। अब, जैसे ही स्थितियां सामान्य हुई हैं, उपचुनाव की तारीखें तय की जा रही हैं। ऐसे में यह संभव है कि आज की प्रेस कॉन्फ्रेंस में इन उपचुनावों की तारीखों का भी ऐलान हो जाए।
चुनाव के दौरान क्या रहेगा फोकस?
इस बार के चुनावों में कई बड़े मुद्दे देखने को मिल सकते हैं। महाराष्ट्र में शिवसेना, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी), और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के बीच गठबंधन और संघर्ष पर खास नजर रहेगी। वहीं झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम), बीजेपी, और कांग्रेस के बीच तिकोना मुकाबला देखने को मिल सकता है। इन दोनों राज्यों में क्षेत्रीय दलों का भी महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है।
महाराष्ट्र में बीजेपी और शिवसेना के बीच गठबंधन और टूटन का मुद्दा बड़ा हो सकता है। पिछले कुछ सालों में शिवसेना के अलग-अलग धड़ों में विभाजित होने के बाद स्थिति काफी जटिल हो चुकी है। इसके अलावा, एनसीपी में भी आंतरिक कलह देखी गई है, जिससे महाराष्ट्र के चुनावी समीकरणों में अनिश्चितता का माहौल बना हुआ है।
झारखंड की बात करें तो वहां भी कई मुद्दे चुनावी रंगत में शामिल होंगे। आदिवासी और दलित समुदाय की राजनीति, बेरोजगारी, विकास की धीमी गति, और भ्रष्टाचार झारखंड के प्रमुख चुनावी मुद्दे हो सकते हैं। इसके अलावा, बीजेपी और झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के बीच सत्ता संघर्ष भी चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
चुनावी तैयारियां और सुरक्षा इंतजाम
चुनाव आयोग ने पहले ही राज्यों में चुनावी तैयारियों की समीक्षा शुरू कर दी है। महाराष्ट्र और झारखंड में विभिन्न जिला और राज्य स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठकें की जा रही हैं, ताकि चुनाव की प्रक्रिया शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से पूरी हो सके। सुरक्षा व्यवस्था को भी सुनिश्चित किया जा रहा है ताकि मतदाताओं को बिना किसी भय के अपना मत डालने का मौका मिल सके।
महाराष्ट्र और झारखंड दोनों ही राज्यों में मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जाएंगे। केंद्रीय बलों की तैनाती और संवेदनशील इलाकों की पहचान की जा रही है। आयोग यह सुनिश्चित करेगा कि किसी भी प्रकार की हिंसा या अनियमितता से बचा जा सके।