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Haryana : रोहतक जिला परिषद चेयरपर्सन मंजू हुड्डा के लिए आज का दिन अहम, जानिए कैसे

सत्य खबर, रोहतक ।
रोहतक में जिला परिषद की चेयरपर्सन की कुर्सी का फैसला आज (23 अक्टूबर) होगा। जिसके लिए अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होगी। इससे पहले जिला परिषद के पार्षद के बेटे के अपहरण से विवाद खड़ा हो गया है। पार्षद के बेटे के अपहरण का आरोप जिला परिषद की चेयरपर्सन मंजू हुड्‌डा व उनके पति राजेश सरकारी पर है।

करीब 2 साल पहले रोहतक जिला परिषद का चुनाव हुआ था। जिसमें पहली बार जीतकर आई मंजू हुड्‌डा को चेयरपर्सन बनाया गया था। वहीं चेयरपर्सन बनने के बाद उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया। वहीं अब पार्षदों द्वारा अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए DC को शिकायत दी गई थी।

जिसके बाद DC ने अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग के लिए 23 अक्टूबर की तारिख निर्धारित की। अविश्वास प्रस्ताव को पास करवाने के लिए रोहतक जिला परिषद के 14 पार्षदों में से 10 पार्षदों को मंजू हुड्‌डा को हटाने के लिए वोट करना होगा। नियम अनुसार 2 तिहाई पार्षदों की वोटिंग होनी चाहिए।

इस बीच अविश्वास प्रस्ताव के लिए DC को ज्ञापन सौंपने वाले 10 पार्षदों में से 5 पार्षदों को डिबार रखा गया है, यानी पांचों पार्षद अविश्वास प्रस्ताव की मीटिंग में भाग नहीं ले पाएंगे। ऐसे में ये पांच पार्षद अविश्वास प्रस्ताव की मीटिंग से बाहर रहते हैं तो कुल 9 पार्षद (चेयरपर्सन मंजू हुड्‌डा सहित) बचेंगे।

जिला परिषद अध्यक्ष के विरुद्ध प्रस्तावित अविश्वास प्रस्ताव को होने वाली बैठक के दौरान कानून और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए DC अजय कुमार ने नायब तहसीलदार अंकित कुमार को ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया है। अजय कुमार द्वारा जारी किए गए आदेश अनुसार जिला विकास भवन में स्थित डीआरडीए हाल में 11 बजे बैठक आयोजित की जाएगी। जिसमें जिला परिषद के सदस्य भाग लेंगे और उनकी वोटिंग करवाई जाएगी।

मंजू हुड्‌डा पर दोहरी तलवार लटक गई है। महिला पार्षद के बेटे के किडनैपिंग केस में मंजू हुड्‌डा और उनके गैंगस्टर रहे पति राजेश सरकारी पर मामला दर्ज होने के बाद उनकी गिरफ्तारी हो सकती है।मंजू हुड्‌डा ने इसी महीने हुए विधानसभा चुनाव में गढ़ी सांपला किलोई सीट पर भाजपा के टिकट पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा के सामने चुनाव लड़ा था। वह चुनाव हार गई थीं।

रोहतक बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एडवोकेट अरविंद श्योराण का कहना है कि बच्चे के अपहरण मामले में जो धाराएं लगाई गई हैं, वे गैर जमानती हैं। इन धाराओं में जमानत का कोई प्रावधान नहीं है। गिरफ्तार करना पुलिस के हाथ में होता है कि वह नामजद आरोपियों को कब तक गिरफ्तार करते हैं। उधर, DSP रजनीश ने बताया कि पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी।

खुद पर लगे आरोपों पर चेयरपर्सन मंजू हुड्‌डा ने वीडियो जारी कर कहा- मेरे पास सुबह से कई फोन आए। हमारी पार्षद नीलम के बेटे का किसी ने अपहरण किया है। इसमें मेरे ऊपर आरोप लगाए गए, जिसमें मेरा कोई लेना-देना नहीं है। मैने अभी-अभी विधानसभा का चुनाव लड़ा है और चुनाव इतना शांतिपूर्वक ढंग से लड़ा है कि किसी से भी ऊंची आवाज में बात नहीं की। मैं इन सभी चीजों में विश्वास नहीं करती। मैं लोकतंत्र में विश्वास करती हूं। जो सरकार ने मेरी जिम्मेवारी लगा रखी है, उसके तहत जनता की सेवा करना चाहती हूं। ये सारी बातें झूठी हैं।

मंजू हुड्‌डा के पति राजेश सरकारी ने भी वीडियो जारी कर कहा- इस पूरे मामले से उनका और उनके परिवार का कोई लेना देना नहीं है। ये सब राजनीतिक साजिश के तहत किया जा रहा है। ये सब हमें बदनाम करने के लिए है। हमने अभी-अभी विधानसभा चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से लड़ा, जिसमें हमने किसी से ऊंची आवाज में भी बात नहीं की। हम लगातार जनता कि सेवा कर रहे हैं और करते रहेंगे। ये साजिश हमारे कामों को प्रभावित करने के लिए है।

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