Mohali: चंडीगढ़-अंबाला हाईवे पर किसानों का प्रदर्शन, लालड़ू में जाम, लंबी कतारें, लोग परेशान
Mohali: शुक्रवार को किसानों ने मोहाली के लालड़ू में चंडीगढ़-अंबाला हाईवे को धारण कर दिया, जिससे सड़क पर लंबा जाम लग गया। यह प्रदर्शन भारतीय किसान यूनियन (लाखोवाल) के कार्यकारी सदस्य मनप्रीत सिंह अमलाला की अध्यक्षता में किया गया, जिसके तहत किसान पैंतीस और धान की खरीददारी व उठान की समस्या के खिलाफ धरने पर बैठे।
जाम का कारण और प्रशासन की स्थिति
किसानों के इस धरने के कारण सड़क पर वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं, जिससे ड्राइवरों और यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है। प्रदर्शनकारी किसानों ने स्थानीय आईटीआई चौक को ब्लॉक कर दिया है, जिसके कारण प्रशासन और पुलिस में हड़कंप मचा हुआ है। ट्रैफिक जाम की समस्या से बचने के लिए, पुलिस ने हरियाणा-पंजाब सीमा पर झरमंदी और जाडोट से होकर हैंडेसरा की ओर ट्रैफिक को डायवर्ट कर दिया है।
किसानों की मांगें
किसान नेता मनप्रीत सिंह अमलाला ने कहा कि हाल ही में चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री भगवंत मान ने यह आश्वासन दिया था कि मंडियों में धान की खरीद और उठान में किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होने दी जाएगी। लेकिन वास्तविकता यह है कि स्थिति जस की तस बनी हुई है, जिससे किसान मंडियों में परेशान हो रहे हैं। इसी के चलते किसानों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने आज सुबह 11 बजे लालड़ू में आईटीआई चौक पर इकट्ठा होकर सड़क को ब्लॉक कर दिया। हालाँकि, आपातकालीन और आवश्यक सेवाओं से संबंधित वाहनों को प्राथमिकता दी जा रही है।
किसानों की कठिनाइयाँ
किसानों का आरोप है कि उन्हें अपनी फसलें न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से कम कीमत पर बेचने के लिए मजबूर किया जा रहा है। इस दौरान, किसानों ने पंजाब सरकार और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस जाम के कारण हाईवे के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं, जिससे यातायात प्रभावित हुआ है।
किसानों की मुख्य मांगें
किसान अपनी मुख्य मांगों पर जोर दे रहे हैं, जिनमें शामिल हैं:
- सरकार को तुरंत मंडियों से धान की खरीद और उठान की प्रक्रिया शुरू करनी चाहिए।
- DAP खाद के काले बाजार पर तत्काल रोक लगानी चाहिए।
- बासमती फसल पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) प्रदान करना चाहिए।
- अगर उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया गया, तो किसान 29 अक्टूबर को सुबह 11 बजे से 3 बजे तक मोहाली के DC ऑफिस को घेरने की चेतावनी दी है।
प्रदर्शन की स्थिति
किसानों का यह प्रदर्शन एक बार फिर यह दर्शाता है कि वे अपनी समस्याओं को लेकर कितने गंभीर हैं। प्रदर्शन के दौरान किसान नेता मनप्रीत सिंह अमलाला ने बताया कि अगर सरकार उनकी मांगों को अनसुना करती है, तो वे अपने विरोध को और तेज कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को इस मामले में तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि किसानों की समस्याएं सुलझ सकें।
प्रशासन की भूमिका
इस स्थिति पर काबू पाने के लिए SHO आकाश शर्मा और उनकी पुलिस टीम मौके पर मौजूद है। प्रशासन का प्रयास है कि वे स्थिति को नियंत्रित करें और किसानों के साथ बातचीत के जरिए समाधान निकालने की कोशिश करें।
किसानों का यह प्रदर्शन एक बार फिर उन मुद्दों को उजागर करता है, जो लंबे समय से अनसुलझे हैं। किसानों की लगातार समस्याओं के समाधान के लिए सरकार को ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। अगर सरकार उनकी मांगों का तुरंत समाधान नहीं करती है, तो यह किसानों का गुस्सा और बढ़ सकता है, जो आने वाले समय में और बड़े प्रदर्शन का कारण बन सकता है।
इस स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, यह आवश्यक है कि सरकार और प्रशासन किसान नेताओं के साथ बैठक कर उनकी समस्याओं को सुनें और तत्काल समाधान निकालें। इससे न केवल किसानों की परेशानियों का समाधान होगा, बल्कि चंडीगढ़-अंबाला हाईवे पर ट्रैफिक जाम की समस्या को भी हल करने में मदद मिलेगी।