Mumbai Stampede: मुंबई के बांद्रा टर्मिनस पर भगदड़, 10 यात्री घायल, 2 की हालत गंभीर
Mumbai Stampede: मुंबई के बांद्रा टर्मिनस स्टेशन पर शनिवार-रविवार की रात एक भयावह भगदड़ का दृश्य देखने को मिला। रात के लगभग 2 बजे, जब ट्रेन मुंबइ से गोरोखपुर की ओर जा रही थी, तो यात्रियों की भीड़ में भगदड़ मच गई। इस घटना में कुल 10 यात्री घायल हो गए, जिनमें से 2 की हालत गंभीर बताई जा रही है। घायलों को तुरंत भाभा अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है।
घटना का कारण
भारतीय रेलवे के ट्रेनों में त्योहारों के दौरान हमेशा भीड़ होती है, जिससे हादसों की संभावना बढ़ जाती है। दिवाली के अवसर पर, मुंबई में काम करने वाले लोग बड़ी संख्या में अपने घर लौटते हैं, खासकर उत्तर प्रदेश और बिहार के लोग। इस कारण से, गोरोखपुर जाने वाली ट्रेन में चढ़ने के लिए भीड़ में भगदड़ मच गई। यह घटना प्लेटफार्म नंबर 1 पर हुई, जहां ट्रेन नंबर 22921, बांद्रा-गोरोखपुर एक्सप्रेस, सुबह 5:10 बजे रवाना होने वाली थी, लेकिन यह ट्रेन प्लेटफार्म पर 2:55 बजे आई।
घायलों की पहचान
घायलों में से कई के नाम सामने आए हैं, जिनमें शामिल हैं:
- शबीर अब्दुल रहमान (40)
- परमेश्वर सुखदार गुप्ता (28)
- रविंद्र हरिहर चूमा (30)
- रामसेवक रविंद्र प्रसाद प्रजापति (29)
- संजय तिलकराम कांग (27)
- दिव्यांशु योगेंद्र यादव (18)
- मोहम्मद शरीफ शेख (25)
- इंद्रजीत साहनी (19)
- नूर मोहम्मद शेख (18)
इन सभी घायलों को भाभा अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है।
विशेष ट्रेनें चलाने का निर्णय
भारतीय रेलवे ने मुंबई से बिहार के मार्ग पर विशेष ट्रेनें चलाने का निर्णय लिया है, जो दिवाली और छठ पर्व के दौरान यात्रियों की भीड़ को संभालने के लिए की गई हैं। ये ट्रेनें लोकमान्य तिलक टर्मिनस से रक्सौल के बीच चलाई जा रही हैं और 2 जनवरी तक चलेंगी। इस दौरान यह ट्रेन कुल 18 चक्कर लगाएगी। मुंबई से रक्सौल जाने वाली ट्रेन का नंबर 05586 है, जबकि रक्सौल से मुंबई जाने वाली ट्रेन का नंबर 05585 है।
रेलवे की प्रतिक्रिया
रेलवे विभाग ने बताया कि बांद्रा-गोरोखपुर एक्सप्रेस की समय सारणी में बदलाव किया गया था। यह ट्रेन 5:10 बजे रवाना होने वाली थी, लेकिन देरी के कारण यह सुबह 3 से 3:30 बजे प्लेटफार्म पर पहुँची। भीड़भाड़ के कारण जनरल बोगी में चढ़ने के लिए भगदड़ मच गई। प्रारंभिक रिपोर्ट में बताया गया था कि 9 लोग घायल हुए हैं, लेकिन रेलवे ने पुष्टि की कि कुल 10 लोग घायल हुए हैं। कुछ घायलों की टांगों में और कुछ की कमर में फ्रैक्चर है। दो घायल व्यक्तियों को डिस्चार्ज कर दिया गया है, जबकि अन्य का इलाज अभी भी जारी है।
सुरक्षा उपायों की आवश्यकता
इस घटना ने एक बार फिर भारतीय रेलवे की सुरक्षा व्यवस्थाओं पर सवाल उठाए हैं। त्योहारों के समय भारी भीड़ को देखते हुए, यात्री सुरक्षा के उपायों को और सख्त करने की आवश्यकता है। रेलवे प्रशासन को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि यात्रियों को बिना किसी दिक्कत के ट्रेन में चढ़ने की अनुमति दी जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाओं से बचा जा सके।
इस घटनाक्रम ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि भारतीय रेलवे में भीड़ प्रबंधन और यात्री सुरक्षा पर ध्यान देने की आवश्यकता है। आशा है कि संबंधित प्राधिकरण इस मुद्दे को गंभीरता से लेंगे और आवश्यक कदम उठाएंगे।