PM Modi ने रतन टाटा को याद किया, विमान निर्माण संयंत्र का उद्घाटन किया, बोले- देश ने एक महान सपूत को खोया
PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वडोदरा में C295 विमान निर्माण संयंत्र का उद्घाटन किया और इस अवसर पर रतन टाटा को याद किया। इस समारोह में स्पेन के राष्ट्रपति पेड्रो सांचेज़ भी शामिल हुए, जो भारत में 18 साल बाद अपनी पहली यात्रा पर आए हैं। पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने एक महान सपूत खो दिया है, और रतन टाटा के योगदान को याद करते हुए कहा, “यदि वह आज हमारे बीच होते, तो खुश होते। लेकिन जहां भी उनकी आत्मा है, वह भी खुश होगी।”
विमान निर्माण संयंत्र का महत्व
वडोदरा में उद्घाटन किए गए इस संयंत्र को टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स और एयरबस स्पेन के सहयोग से स्थापित किया गया है। यह संयंत्र ‘मेक इन इंडिया’ अभियान के तहत एक महत्वपूर्ण पहल है। पीएम मोदी ने कहा कि इस संयंत्र का उद्घाटन भारत और स्पेन के बीच संबंधों को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का कार्य करेगा।
प्रधानमंत्री ने बताया कि इस संयंत्र में कुल 56 C295 विमान बनाए जाएंगे, जिनमें से 16 विमान एयरबस सीधे स्पेन से भारत को भेजेंगे, जबकि बाकी 40 विमान भारत में निर्मित किए जाएंगे। यह सुविधा भारत में सैन्य विमानों के लिए पहली निजी क्षेत्र की अंतिम असेंबली लाइन होगी, जो भारतीय रक्षा उद्योग को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
स्पेन के राष्ट्रपति का बयान
इस मौके पर स्पेन के राष्ट्रपति पेड्रो सांचेज़ ने कहा, “अगर भारतीय कंपनियाँ आगे बढ़ना चाहती हैं, तो वे स्पेन पर भरोसा कर सकती हैं। 2026 में, वडोदरा में निर्मित पहला C295 विमान तैयार होगा। यह विमान स्पेन और यूरोपीय विमानन उद्योग का प्रतीक है। यह भारत की रक्षा क्षमताओं को आधुनिक बनाने के साथ-साथ तकनीकी विकास में भी योगदान करेगा।”
सांचेज़ ने कहा कि इस संयंत्र से हजारों प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित होंगे, और यहां एक नई पीढ़ी के कुशल इंजीनियरों और तकनीशियनों का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
मोदी का रोड शो
इस उद्घाटन से पहले, प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति सांचेज़ ने वडोदरा में एक भव्य रोड शो भी किया। इस दौरान शहर को सुंदर रोशनी से सजाया गया था। पीएम मोदी ने इस संयंत्र को एक नई दिशा देने की बात कही और इसे ‘मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड’ मिशन के तहत महत्वपूर्ण बताया।
उन्होंने कहा, “यह फैक्ट्री भारत और स्पेन के बीच की साझेदारी को मजबूत करेगी और यह नई भारत की कार्यसंस्कृति का प्रतीक है। जब मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था, तो वडोदरा में ट्रेन कोच बनाने के लिए एक फैक्ट्री स्थापित करने का निर्णय लिया गया था। उस फैक्ट्री को रिकॉर्ड समय में उत्पादन के लिए तैयार किया गया। आज हम उस फैक्ट्री से निर्मित मेट्रो कोचों का निर्यात अन्य देशों में कर रहे हैं। मुझे विश्वास है कि भविष्य में, इस फैक्ट्री में बने विमान भी अन्य देशों को निर्यात किए जाएंगे।”
द्विपक्षीय संबंधों का विस्तार
पेड्रो सांचेज़ की यह यात्रा भारत-स्पेन संबंधों को गहराई प्रदान करने का एक अवसर है। विदेश मंत्रालय ने कहा है कि इस यात्रा के दौरान कई महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए जाने की उम्मीद है, जो व्यापार, निवेश, सूचना प्रौद्योगिकी, नवाचार, बुनियादी ढांचे, नवीकरणीय ऊर्जा, रक्षा और सुरक्षा, फार्मा, कृषि-तकनीक, जैव प्रौद्योगिकी, संस्कृति और पर्यटन जैसे क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करेंगे।
वडोदरा की सजावट
वडोदरा में सांचेज़ के आगमन से पहले शहर को खूबसूरत रोशनी और सजावट से तैयार किया गया था। यह पहली बार है जब स्पेन का कोई राष्ट्रपति 18 साल बाद भारत का दौरा कर रहा है। सांचेज़ के कार्यक्रमों में भारत के उद्योग और व्यापारिक नेताओं के साथ बातचीत और फिल्म उद्योग से जुड़े लोगों से मिलना शामिल है।
फिल्म उद्योग से संबंध
स्पेन के राष्ट्रपति मुंबई में भी कुछ प्रमुख फिल्म स्टूडियोज का दौरा करेंगे और भारतीय फिल्म उद्योग के प्रमुख व्यक्तियों के साथ संवाद करेंगे। इस दौरान वह स्पेन-भारत फाउंडेशन और ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन द्वारा आयोजित चौथे स्पेन-भारत फोरम को संबोधित करेंगे।
पीएम मोदी और स्पेन के राष्ट्रपति पेड्रो सांचेज़ के बीच यह सहयोग न केवल भारत और स्पेन के संबंधों को नया आयाम देगा, बल्कि यह भारत की रक्षा और विमानन उद्योग के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। रतन टाटा की याद के साथ इस संयंत्र का उद्घाटन एक ऐसा क्षण है जो नई भारतीय कार्य संस्कृति और उद्यमिता की ओर संकेत करता है। यह भारत के लिए एक नई सुबह का प्रतीक है, जहाँ ‘मेक इन इंडिया’ के माध्यम से वैश्विक मानचित्र पर देश की स्थिति मजबूत होगी।