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Canada में हिंदू मंदिर पर हमले पर CM Mann की कड़ी निंदा, केंद्रीय सरकार से की मांग

पंजाब के CM Mann ने हाल ही में कनाडा के ब्रैम्पटन  में एक हिंदू मंदिर पर हुए हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने केंद्र सरकार से आग्रह किया है कि वह इस मुद्दे को कनाडाई सरकार के समक्ष उठाए, ताकि भविष्य में ऐसे हिंसक घटनाओं से बचा जा सके। इस घटना में खालिस्तानी झंडे लहराते हुए प्रदर्शनकारियों ने हिंदू मंदिर में मौजूद लोगों के साथ संघर्ष किया, जिससे भारतीय समुदाय में भारी आक्रोश फैल गया है।

घटना का विवरण

रविवार को ब्रैम्पटन में हुए इस हमले के बाद, सीएम मान ने कहा, “मैं इस घटना की कड़ी निंदा करता हूं। मैं भारत सरकार से मांग करता हूं कि वह कनाडाई सरकार से इस मुद्दे पर बात करे, ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।” उन्होंने यह भी बताया कि कई पंजाबी कनाडा को अपना दूसरा घर मानते हैं और वहां इस तरह की हिंसक घटनाएं नहीं होनी चाहिए।

Canada में हिंदू मंदिर पर हमले पर CM Mann की कड़ी निंदा, केंद्रीय सरकार से की मांग

भारत-कनाडा संबंधों में तनाव

यह घटना उस समय हुई है जब भारत और कनाडा के बीच संबंधों में तनाव बढ़ रहा है। खालिस्तानी अलगाववादियों के कथित समर्थन और हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में भारत की संलिप्तता के आरोपों ने स्थिति को और भी जटिल बना दिया है। निज्जर, जो एक कनाडाई नागरिक थे, को भारत ने आतंकवादी घोषित किया था। इस सबके बीच, भारत ने कनाडा में अपने नागरिकों की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है।

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सीएम मान ने कहा, “कनाडा में इस तरह की घटनाएं हमारे समुदाय के लिए खतरा हैं। हमें अपने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है।” उन्होंने कहा कि यह घटना केवल एक मंदिर पर हमला नहीं है, बल्कि यह हिंदू समुदाय के प्रति एक प्रतिकूल संदेश है।

पीएम मोदी की प्रतिक्रिया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कनाडा में हिंदू मंदिर पर हमले की निंदा की है। उन्होंने कहा कि ऐसे कृत्य भारत के संकल्प को कमजोर नहीं करेंगे। पीएम मोदी ने अपने सोशल मीडिया पर लिखा, “मैं कनाडा में एक हिंदू मंदिर पर जानबूझकर हमले की कड़ी निंदा करता हूं। हमारे राजनयिकों को डराने के लिए किए गए cowardly प्रयास भी भयावह हैं।” उन्होंने उम्मीद जताई कि कनाडाई सरकार न्याय सुनिश्चित करने और कानून के शासन को बनाए रखने में सक्रिय होगी।

हिंदू मंदिरों पर पिछले हमले

यह पहला मौका नहीं है जब ब्रैम्पटन  में हिंदू मंदिरों को लक्षित किया गया है। इससे पहले भी हिंदू महासभा के मंदिर पर खालिस्तान समर्थकों द्वारा हमले किए गए थे। ऐसे हमलों ने कनाडा में हिंदू समुदाय के भीतर चिंता और असुरक्षा की भावना को बढ़ा दिया है। हिंदू कनाडाई फाउंडेशन, जो कनाडा में हिंदू समुदाय के लिए काम कर रही है, ने मंदिर पर हमले का एक वीडियो साझा किया, जिसमें खालिस्तानी आतंकवादियों द्वारा बच्चों और महिलाओं पर हमले का उल्लेख किया गया है।

हिंसा और असुरक्षा का माहौल

कनाडा में हिंदू मंदिरों पर हमले ने भारत में और विश्व स्तर पर हिंदू समुदाय के भीतर चिंता का माहौल बना दिया है। यह घटना न केवल धार्मिक असुरक्षा का प्रतीक है, बल्कि यह दर्शाती है कि विदेशों में भी भारतीयों को धार्मिक और सांस्कृतिक हमलों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में, सीएम मान और पीएम मोदी की मांगें इस दिशा में महत्वपूर्ण हैं कि भारत और कनाडा दोनों ही सरकारें मिलकर सुरक्षा सुनिश्चित करें।

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राजनीतिक प्रतिक्रिया

इस मामले पर राजनीतिक प्रतिक्रिया भी तेजी से आई है। कई भारतीय नेताओं ने कनाडा में हिंदू समुदाय की सुरक्षा को प्राथमिकता देने की आवश्यकता पर बल दिया है। राजनीतिक दलों ने इस घटना की निंदा की है और सरकार से कार्रवाई की मांग की है। विपक्षी दलों ने भी सरकार से मांग की है कि वह इस मामले को गंभीरता से ले और कनाडा के साथ मजबूत बातचीत करे।

कनाडाई सरकार की जिम्मेदारी

कनाडा में ऐसे हिंसक घटनाओं को रोकने के लिए कनाडाई सरकार की जिम्मेदारी बढ़ जाती है। उसे यह सुनिश्चित करना होगा कि उसके देश में सभी धर्मों और समुदायों को समान सुरक्षा मिले। कनाडा के नागरिकों को भी यह समझना चाहिए कि हर धार्मिक समुदाय को अपने विश्वास और पूजा करने का अधिकार है, और किसी भी प्रकार की हिंसा को बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए।

कनाडा में हिंदू मंदिर पर हुए हमले ने भारतीय समुदाय में चिंता और आक्रोश को जन्म दिया है। सीएम मान और पीएम मोदी की कड़ी निंदा और मांगें यह दर्शाती हैं कि भारत अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए गंभीर है। यह जरूरी है कि भारत और कनाडा दोनों देशों की सरकारें मिलकर ऐसे घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाएं। केवल तभी हम एक शांतिपूर्ण और सुरक्षित समाज का निर्माण कर पाएंगे, जहां हर धर्म के लोगों को समान अधिकार और सुरक्षा मिल सके।

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