हरियाणा

गुरुग्राम के सदर बाजार को अतिक्रमण मुक्त करने में मिलीभगत और भ्रष्टाचार का बहुत बड़ा गेम चल रहा है?

 

 

सत्य ख़बर, गुरुग्राम, सतीश भारद्वाज:

गुरुग्राम के पुराने सदर बाजार को अतिक्रमण मुक्त करने में जीएमडीए और निगम अधिकारियों का मिलीभगत और भ्रष्टाचार का बहुत बड़ा गेम खेला जा रहा है, जिसमें कुछ बड़े व्यापारियों को लाभ पहुंचाने के लिए अधिकारीगण यह दिखावे की अतिक्रमण, रेहड़ी, पटरी हटाओ अभियान चला कर मंत्री और विधायकों को केवल इसलिए खुश करने में लगे हुए हैं, कि कहीं उनका तबादला गुरुग्राम से कहीं और ना करवा दिया जाए क्योंकि गुरुग्राम में जो मलाई उन्होंने खाई है किसी और जिले में मिलनी असंभव है, जिसकी चर्चाएं सदर बाजार से खुब चल रही है,वही शिकायत प्रदेश सरकार से लेकर हरियाणा लोकायुक्त में भी पहुंची हुई है, जिसमें नगर निगम गुरुग्राम पिछले 6 महीने से कोई जवाब ही नहीं दे पा रहा है। जबकि सभी मामलों की जानकारी एक चपरासी से लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय तक भी है, इसमें ऐसा नहीं है कि केवल बड़े व्यापारी भाजपा से ही संबंध रखते हैं, जबकि इसमें आम आदमी पार्टी, कांग्रेस, बसपा, इनेलो,बसपा से संबंध रखने वाले भी शामिल हैं।

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सदर बाजार के व्यापारियों में यह चर्चाएं चल रही है कि जीडीएमए के तेज तरार कहलाने वाले अधिकारी आर एस भाट और नगर निगम गुरुग्राम के अधिकारियों का सदर बाजार गुरुग्राम में चलाया जा रहा अवैध अतिक्रमण के खिलाफ अभियान शहर के बड़े व्यापारियों द्वारा किए गए खुल्लम-खुल्ला अवैध कब्जों को हटाने के बजाय केवल गरीब व्यक्तियों की ही रोजी-रोटी उजड़ने तक ही सीमित होता दिखाई दे रहा है, गौरतलब है कि मंगलवार को अवैध कब्जों को हटाने के अधिकारियों द्वारा मुनादी कराई थी और कुछ अतिक्रमण रेडी पटरी हटाई भी थी, परंतु पूरे सदर बाजार में 5 से 6 फुट के छज्जे बनाकर उनके नीचे दीवारें खड़ी कर कर दुकानों के शटर आगे कर कर और उसके आगे बड़े-बड़े चबूतरे बनाकर खुल्लम खुल्ला अवैध कब्जे हैं कहीं से भी एक ईट भी नहीं हटाई गयी हैं, ऐसा नहीं है कि अधिकारियों को इनके बारे में कुछ पता नहीं इनमें से कुछ व्यापारियों के खिलाफ तो नगर निगम ने अपनी फाइलों में 408 के तहत आदेश नोटिस भी पारित कर रखे हैं, लेकिन कार्रवाई केवल मीडिया में घोषणा और शोर शराबे तक ही सीमित रही है,अब देखना यह है कि इस बार भी क्या शहर वासियों को एक साफ, सुन्दर, स्वच्छ अतिक्रमण, अवैध कब्जे मुक्त और अपने वास्तविक चौड़े रूप में बाजार मिलेगा या धरातल पर वही ढाक के तीन पात वाली कहावत से भ्रष्टाचार के चलते अतिक्रमण अपनी जगह बरकरार रहेंगे। लोगों का कहना था कि गुरुग्राम के रामलीला ग्राउंड,सरदार जलेबी वाली गली, पीपी ज्वेलर्स, मलेरिया दफ्तर, गुरुद्वारा रोड सहित काफी स्थानों पर चबूतरे कई-कई फुट दीवार कर रास्ते पर पक्का अतिक्रमण किया हुआ है। उन पर मिली भगत से कोई भी अधिकारी जाता भी नहीं है, वहीं अतिक्रमण मुक्त टीम करने वाले अधिकारी भाट, मोहित शर्मा पर कई दफा भ्रष्टाचार के आरोप लग चुके हैं। वहीं कुछ रेहड़ी पटरी वाले दुकानदारों ने बताया कि उनके पास नगर निगम से वैध लाइसेंस भी है फिर भी अधिकारी उनको परेशान कर रहे हैं। किसी भी आपदा से बचने के लिए बातें तो अधिकारी कर रहे हैं लेकिन कार्रवाई कुछ नहीं कर रहे।

 

क्या कहते हैं निगमायुक्त

 

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जब इस मामले पर निगमायुक्त अशोक कुमार गर्ग से फोन पर बात की गई तो उनका कहना था कि रेहड़ी पटरी हटाने के बाद फाइल देखकर जिसपर भी व्यापारी को अवैध कब्जे करने के नोटिस दिए हुए उन पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

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