Punjab: सरकारी नियुक्ति की मांग में गए प्रोफेसर और लाइब्रेरियन हादसे का शिकार, टेंपो और कैंटर में भीषण टक्कर
Punjab: पंजाब-हरियाणा उच्च न्यायालय के आदेश के बावजूद नियुक्ति पत्र न मिलने से परेशान, असिस्टेंट प्रोफेसर और लाइब्रेरियन की एक टीम रविवार सुबह गिद्दरबाहा विधानसभा क्षेत्र में अपनी मांग को लेकर जा रही थी, तभी एक भीषण सड़क हादसा हो गया। यह हादसा घने कोहरे के कारण हुआ, जब इनका टेंपो ट्रैवल गाड़ी जम्मू-कश्मीर-राजस्थान राष्ट्रीय राजमार्ग पर सामने से आ रहे एक कैंटर से टकरा गया।
हादसे में कुल 13 लोग घायल हुए, जिनमें टेंपो का चालक और चार महिलाएं भी शामिल थीं। सभी घायलों को सरहाली अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें अमृतसर रेफर कर दिया गया।
क्या था हादसे का कारण?
घटना के समय गिद्दरबाहा विधानसभा क्षेत्र में असिस्टेंट प्रोफेसर और लाइब्रेरियन की एक टीम अपनी मांग को लेकर जा रही थी। यह टीम उन 122 लोगों में शामिल थी, जिन्हें पंजाब सरकार ने 2021 में नियुक्ति के लिए चुना था। हालांकि, सरकारी नियुक्ति प्रक्रिया में कई बाधाएं आईं, जिसके कारण इन कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र नहीं मिला। पंजाब-हरियाणा उच्च न्यायालय में मामला पहुंचने के बाद दिसंबर 2021 में भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगा दी गई थी।
हालांकि, उच्च न्यायालय के डबल बेंच ने 23 सितंबर 2024 को भर्ती प्रक्रिया पर लगी रोक हटा दी, जिसके बाद सरकार ने 122 लोगों को नियुक्ति दे दी। लेकिन भाषा विभाग (हिंदी, पंजाबी, अंग्रेजी, उर्दू) और लाइब्रेरियन के पदों पर भर्ती नहीं हुई। इस पर नाराजगी व्यक्त करते हुए पंजाब भर से 411 असिस्टेंट प्रोफेसर और लाइब्रेरियन रविवार सुबह अपनी मांगों को लेकर गिद्दरबाहा विधानसभा क्षेत्र पहुंचे थे।
हादसे के बाद घायलों की स्थिति
हादसे में घायल हुए लोगों में मुख्य रूप से गुरप्रीत कौर (पटियाला), सिमरजीत कौर (अमृतसर), अमनदीप कौर (लुधियाना), राजबीर कौर (झाब्बल), बलविंदर सिंह, अमनदीप सिंह (होशियारपुर), पवन कुमार (झाब्बल), मोहम्मद बिलाल (अमृतसर), पवन कुमार (गुरदासपुर), गुरजीत सिंह (फिरोजपुर), और रवि कुमार (जेटन) शामिल हैं। इन सभी को टेंपो ट्रैवल में यात्रा करते समय चोटें आईं।
इस हादसे के बाद टेंपो चालक सुमित कुमार (अमृतसर) भी घायल हो गए। घायलों को तुरंत सरहाली अस्पताल पहुंचाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद सभी को अमृतसर के अस्पताल में रेफर कर दिया गया।
सड़क हादसे के कारणों पर पुलिस की जांच जारी
पुलिस के अनुसार, हादसा घने कोहरे के कारण हुआ था, जिससे विजिबिलिटी काफी कम हो गई थी। गाड़ी के सामने से कैंटर आ रहा था, जिसमें लकड़ी के रैक लोड थे। टेंपो और कैंटर के बीच आमने-सामने की टक्कर हुई, जिससे टेंपो में यात्रा कर रहे सभी लोग घायल हो गए।
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और हादसे के सही कारणों का पता लगाने के लिए सभी पहलुओं पर गौर किया जा रहा है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि घटनास्थल से मिले सबूतों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
हादसे के बाद सरकारी नियुक्ति के लिए प्रदर्शन
हादसे के बावजूद असिस्टेंट प्रोफेसर और लाइब्रेरियन की टीम अपनी मांगों को लेकर अडिग है। पंजाब-मझा जोन यूनियन के अध्यक्ष बलजिंदर सिंह माखू ने बताया कि साल 2021 में जब सरकार ने 122 लोगों को असिस्टेंट प्रोफेसर और लाइब्रेरियन के रूप में नियुक्त किया था, तो उसमें भाषा विभाग और लाइब्रेरियन के पदों को शामिल नहीं किया गया था।
उन्होंने कहा कि सरकार को जल्दी से जल्दी बाकी के पदों पर भी नियुक्तियां करनी चाहिए और जो लोग पहले से नियुक्ति की प्रतीक्षा कर रहे हैं, उन्हें जल्द ही नियुक्ति पत्र देना चाहिए। माखू ने यह भी कहा कि उनकी टीम के लोग गिद्दरबाहा में विधानसभा उपचुनाव के दौरान अपनी मांगों को लेकर शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन इस हादसे ने उनकी यात्रा को एक दुखद मोड़ दे दिया।
अग्रिम कार्रवाई के लिए सरकार और पुलिस से उम्मीद
घायलों के इलाज के लिए अस्पतालों में व्यवस्थाएं की जा रही हैं, और सरकार से यह भी उम्मीद जताई जा रही है कि वे इन शिक्षकों और लाइब्रेरियनों की मांगों पर ध्यान दें। सरकार से यह आशा है कि वह जल्दी ही इस मामले का समाधान निकालेगी और पीड़ितों के परिवारों की मदद करेगी।
इस हादसे ने न केवल सड़क सुरक्षा के मुद्दे को एक बार फिर उजागर किया है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि सरकारी नियुक्ति के लिए संघर्ष कर रहे कर्मचारियों को किस तरह के हालातों का सामना करना पड़ता है।