भारत ने Pinaka rocket लॉन्चर का सफल परीक्षण किया, पाकिस्तान-चीन में बढ़ी हलचल, फ्रांस ने भी दिखाई दिलचस्पी
भारत ने गुरुवार को स्वदेशी पिनाका Pinaka rocket प्रणाली का सफल परीक्षण किया, जिसे भारतीय सेना की क्षमता को और मजबूत बनाने के लिए विकसित किया गया है। रक्षा मंत्रालय के बयान के अनुसार, इस परीक्षण में पिनाका के उन्नत मॉडल की मारक क्षमता, सटीकता, स्थिरता और बहु-लक्ष्य पर एक साथ हमला करने की क्षमता का मूल्यांकन किया गया। इस सफलता के बाद, भारत ने एक और प्रमुख रक्षा विकास की ओर कदम बढ़ाया है, जो न केवल भारतीय सेना के लिए, बल्कि वैश्विक सैन्य क्षमताओं के लिए भी एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
पिनाका रॉकेट प्रणाली का परीक्षण: उन्नत क्षमता के साथ
पिनाका रॉकेट प्रणाली का परीक्षण भारत के रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा किया गया। इस परीक्षण में, मौजूदा पिनाका लॉन्चरों को उन्नत किया गया था, और कुल 12 रॉकेटों का सफल परीक्षण किया गया। मंत्रालय ने बताया कि इस परीक्षण में ‘प्रोविजनल स्टाफ क्वालिटेटिव रिक्वायरमेंट (PSQR)’ के तहत विभिन्न मापदंडों को ध्यान में रखते हुए यह सुनिश्चित किया गया कि पिनाका प्रणाली की सटीकता और रेंज में सुधार हुआ है। खासतौर पर, रॉकेट की रेंज को 75 किलोमीटर तक बढ़ाया गया है, जो पहले केवल 38 किलोमीटर थी। अब पिनाका प्रणाली दुश्मन के ठिकानों पर 25 मीटर की सटीकता से वार करने में सक्षम है।
पिनाका की विशेषताएँ: दुश्मनों के लिए एक बुरा सपना
पिनाका रॉकेट लॉन्चर प्रणाली की रेंज और सटीकता में हुए सुधार ने इसे एक अत्यधिक प्रभावशाली हथियार बना दिया है। पिनाका प्रणाली में बहु-बैरल रॉकेट सिस्टम होता है, जिसमें दो पॉड्स होते हैं और एक बैटरी में छह लॉन्च वाहन होते हैं। यह प्रणाली 44 सेकंड में 12 रॉकेट एक साथ फायर कर सकती है, यानी हर चार सेकंड में एक रॉकेट छोड़ा जा सकता है। इसकी गति 1000-1200 मीटर प्रति सेकंड है, जिससे यह रॉकेट लॉन्च होने के बाद रोका नहीं जा सकता। इसके अलावा, पिनाका का इस्तेमाल न केवल सीमित लक्ष्यों पर, बल्कि कई लक्ष्यों पर एक साथ हमला करने के लिए भी किया जा सकता है, जो इसे और अधिक प्रभावी बनाता है।
तीन चरणों में परीक्षण: रक्षा मंत्री की बधाई
इस परीक्षण को तीन अलग-अलग क्षेत्रों में तीन चरणों में किया गया था। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने DRDO और भारतीय सेना को इस सफलता पर बधाई दी और कहा कि पिनाका प्रणाली भारतीय सेना के तोपखाना शक्ति को और मजबूत करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि इस प्रणाली से भारतीय सेना को दुश्मनों पर निर्णायक बढ़त मिलेगी, और यह सैन्य रणनीतियों में एक महत्वपूर्ण बदलाव साबित होगा।
पिनाका रॉकेट लॉन्चर को लेकर वैश्विक दिलचस्पी
पिनाका रॉकेट लॉन्चर प्रणाली को अमेरिकी HIMARS (High Mobility Artillery Rocket System) से समान माना जा रहा है। यह भारत के लिए एक बड़ी रक्षा उपलब्धि है, क्योंकि अब विदेशी देशों ने भी इस प्रणाली में दिलचस्पी दिखानी शुरू कर दी है। युद्धरत देश आर्मेनिया ने पहले पिनाका रॉकेट सिस्टम का आदेश दिया, और अब फ्रांस ने भी इस प्रणाली में रुचि दिखाई है। यह भारत के लिए एक बड़ा अवसर हो सकता है, क्योंकि इससे भारतीय रक्षा उद्योग को वैश्विक स्तर पर एक प्रमुख स्थान मिल सकता है।
चीन और पाकिस्तान में बढ़ी चिंता
भारत ने पिनाका रॉकेट प्रणाली को पहले ही पाकिस्तान और चीन की सीमा पर तैनात कर दिया है। इस प्रणाली की नई रेंज और सटीकता ने दोनों देशों के लिए चिंता का कारण बना दिया है। पाकिस्तान और चीन पहले ही भारत के सैन्य सामर्थ्य को लेकर चिंतित हैं, और पिनाका के सफल परीक्षण के बाद उनकी चिंता और बढ़ सकती है। यह प्रणाली दुश्मन के ठिकानों पर त्वरित और सटीक हमला करने में सक्षम है, जो युद्ध की स्थितियों में भारत को बड़ी रणनीतिक बढ़त दिला सकता है।
भारत की सैन्य आत्मनिर्भरता की ओर कदम
पिनाका रॉकेट लॉन्चर का सफल परीक्षण भारत की रक्षा आत्मनिर्भरता की दिशा में एक और बड़ा कदम है। यह न केवल भारतीय सेना की ताकत को बढ़ाएगा, बल्कि भारत को दुनिया के प्रमुख रक्षा निर्यातकों में से एक बना सकता है। पिनाका के वैश्विक मांग में वृद्धि भारत के रक्षा उद्योग के लिए एक बड़ी सफलता है, और यह देश की आर्थिक स्थिति को भी मजबूत कर सकता है।
भारत का पिनाका रॉकेट लॉन्चर सिस्टम एक तकनीकी और सामरिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण उपलब्धि है। इस प्रणाली की सफलता भारतीय सेना के लिए तो अहम है ही, बल्कि वैश्विक सैन्य बलों के लिए भी यह एक चेतावनी के रूप में काम करेगा। अब, भारत ने एक और कदम बढ़ा लिया है अपनी सैन्य ताकत को साबित करने के लिए, और यह पिनाका रॉकेट लॉन्चर दुनिया भर में भारत की स्थिति को और भी मजबूत करेगा।