Jalandhar: रात के वक्त घर में लगी भीषण आग, मेडिकल स्टोर के ऑपरेटर की मौत, पत्नी सहित दो घायल, फायर ब्रिगेड कर्मी भी जख्मी
Jalandhar: जालंधर के न्यू जवाहर नगर क्षेत्र में गुरुवार रात एक भीषण आग लग गई, जिसमें एक मेडिकल स्टोर ऑपरेटर की मौत हो गई। इस घटना में उसकी पत्नी सहित दो लोग घायल हो गए और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। आग लगने की सूचना फायर ब्रिगेड को रात के लगभग 1:30 बजे मिली।
आग पर काबू पाने के बावजूद हुआ नुकसान
सूचना मिलने के बाद फायर ब्रिगेड की टीम घटनास्थल पर पहुंची और आग पर काबू पाया। लेकिन तब तक घर के मालिक और सिटी मेडिकल स्टोर के ऑपरेटर अतुल सूद की मौत हो चुकी थी। घटना में सूद की पत्नी भी घायल हुईं, जिन्हें समय रहते बचा लिया गया। हालांकि, उनके जख्म गंभीर नहीं थे।
अतुल सूद जालंधर के कंपनी बाग चौक स्थित सिटी मेडिकल स्टोर के मालिक थे। वह अपनी पत्नी के साथ तीसरी मंजिल पर सो रहे थे, जबकि उनके कर्मचारी नीचे के फ्लोर पर सो रहे थे।
घटना की जानकारी कैसे मिली?
घटना की जानकारी तब मिली जब फायर ब्रिगेड को रात 1:30 बजे आग लगने की सूचना मिली। करीब दस मिनट में फायर ब्रिगेड की टीम घटनास्थल पर पहुंची, और अगले 20 मिनट में आग पर काबू पा लिया गया। लेकिन जब तक आग बुझाई गई, तब तक सूद की मौत हो चुकी थी।
आग के कारणों की प्राथमिक जांच में यह सामने आया कि आग मंदिर में जलाए गए दीपक से लगी थी। पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी। पुलिस स्टेशन-6 के अधिकारी रात को ही मौके पर पहुंचे और मामले की जांच की।
सूद के परिवार का हाल
अतुल सूद तीन बच्चों के पिता थे। उनकी एक बेटी ऑस्ट्रेलिया में, बेटा कनाडा में और दूसरी बेटी दिल्ली में रहती है। इस दुखद घटना ने उनके परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है। उनके कर्मचारी गोपाल, जो पिछले 20 वर्षों से सूद के साथ काम कर रहे थे, ने बताया कि रात को सभी लोग समय पर सो गए थे। गोपाल और उनके सहयोगी जगदीश रामलाल और भगत नीचे के फ्लोर पर सो रहे थे, जबकि सूद और उनकी पत्नी तीसरी मंजिल पर थे।
जब आग लगी, तो घर के अंदर से विस्फोट की आवाजें आने लगीं। गोपाल और उनके साथी बाहर आए और देखा कि घर से धुंआ निकल रहा था। भगत और जगदीश ने तुरंत भागकर घर छोड़ दिया, लेकिन रामलाल वहां फंसे हुए थे। उसे किसी तरह सीढ़ियों से बाहर निकाला गया।
फायर ब्रिगेड टीम की कार्रवाई
फायर ब्रिगेड के कर्मियों ने जैसे ही आग पर काबू पाया, उन्होंने घर के बाथरूम में सूद का शव पाया। प्राथमिक जांच में यह सामने आया कि सूद की मौत दम घुटने से हुई थी। हालांकि, मौत का असली कारण पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही स्पष्ट होगा।
जब फायर ब्रिगेड कर्मी आग बुझा रहे थे, तो एक कांच का टुकड़ा गिरकर फायर ब्रिगेड के कर्मचारी प्रभजोत सिंह के हाथ पर लग गया, जिससे वह घायल हो गए। उन्हें भी अस्पताल में भर्ती किया गया।
जालंधर में आग की घटनाएं
जालंधर में पिछले कुछ समय से इस तरह की आग की घटनाओं में इजाफा हुआ है। इससे पहले भी कई बार इस तरह के हादसे हो चुके हैं, जिनमें लोगों की जानें जा चुकी हैं। इस घटना ने फायर ब्रिगेड और पुलिस प्रशासन को आग से बचाव के उपायों को लेकर गंभीर सवालों के सामने खड़ा कर दिया है।
हालांकि, इस घटना ने यह भी साबित किया कि समय रहते किए गए प्रयासों से जानमाल का नुकसान कम किया जा सकता है। फायर ब्रिगेड की तत्परता के कारण सूद की पत्नी की जान बचाई जा सकी।
इस घटना ने जालंधर के नागरिकों को आग से संबंधित सुरक्षा उपायों की अहमियत समझने की एक और चेतावनी दी है। खासकर घरों में दीपक या अन्य जलती हुई वस्तुएं छोड़कर सोने से हादसों का जोखिम बढ़ जाता है। फायर ब्रिगेड और पुलिस प्रशासन को अब इस मामले की गहराई से जांच करने की जरूरत है ताकि इस तरह की घटनाओं को भविष्य में रोका जा सके।
अंत में, सूद के परिवार के लिए यह अपूरणीय क्षति है। उनके परिवार को इस दुख की घड़ी में सांत्वना देने के साथ-साथ पुलिस और प्रशासन को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इस तरह के हादसे भविष्य में न हों।