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Delhi Crime Branch ने 30,000 रुपये का इनामी हत्यारा अपराधी गिरफ्तार किया, डेढ़ साल से था फरार

Delhi Crime Branch ने एक ऐसे हत्यारे को गिरफ्तार किया है, जो पिछले डेढ़ साल से फरार था। आरोपी का नाम विनय है, जिसे दिल्ली पुलिस ने एक आधुनिक पिस्टल और दो जीवित कारतूस के साथ गिरफ्तार किया। आरोपी विनय कुमार गोविंदपुरी थाना क्षेत्र में दर्ज एक हत्या के मामले में मुख्य आरोपी था। आइए जानते हैं इस मामले की पूरी कहानी और आरोपी की गिरफ्तारी के बारे में।

हत्या की घटना का सिलसिला

यह घटना 7 मई 2023 की है, जब दिल्ली के तुगलकाबाद इलाके में स्थित एक कानूनी परामर्श और प्रॉपर्टी डीलिंग कार्यालय में वकील सुशील गुप्ता के साथ एक गंभीर विवाद उत्पन्न हुआ। इस दिन उनके कार्यालय में जफरुल अलीम नामक उनका एक ग्राहक कानूनी परामर्श के लिए आया था। बातचीत के दौरान जफरुल और बिलाल के बीच एक उधारी को लेकर बहस शुरू हो गई, जो जल्द ही तर्क-वितर्क के बजाय हाथापाई में बदल गई।

इसके बाद आरोपी विनय कुमार, जो अपने साथियों अंकित, गुलाम मोहम्मद और सैयद के साथ था, सुशील गुप्ता के कार्यालय में घुस गया और जफरुल के साथ भिड़ गया। इस झगड़े के दौरान, विनय कुमार ने एक अत्याधुनिक पिस्टल निकाली और सुशील गुप्ता के कर्मचारी अनस को गोली मार दी। गोलीबारी के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए और रास्ते में लोगों को डराने के लिए हवा में कई राउंड गोलियां चला दीं। इससे इलाके में भारी अफरा-तफरी मच गई।

पुलिस की कार्रवाई और गिरफ्तारी

इस सनसनीखेज हत्या के बाद, दिल्ली पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई की और एफआईआर संख्या 286/2023 के तहत हत्या, आपराधिक साजिश और आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया। पुलिस ने आरोपी के तीन साथियों, अंकित, सैयद और गुलाम को गिरफ्तार कर लिया, जो अब ट्रायल का सामना कर रहे हैं। हालांकि, मुख्य आरोपी विनय कुमार alias बिन्नू alias वरुण तब से फरार था और उसे कोर्ट द्वारा ‘घोषित अपराधी’ घोषित किया गया था।

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दिल्ली पुलिस ने विनय कुमार की गिरफ्तारी पर ₹30,000 का इनाम घोषित किया था। पुलिस को उसके ठिकाने का कोई सुराग नहीं मिल रहा था, क्योंकि वह अपना नाम और स्थान बदलकर पुलिस से बचने की कोशिश कर रहा था। लेकिन एक विशेष सूचना के आधार पर, एसआई रंधावा ने यह जानकारी प्राप्त की कि विनय कुमार दिल्ली के गोयला गांव में अपने साथियों से मिलने आ सकता है। इस सूचना के बाद, क्राइम ब्रांच की एक टीम को गठित किया गया और उन्होंने आरोपी को पकड़ने के लिए योजना बनाई।

पुलिस ने किया लंबा पीछा, पकड़ा

पुलिस ने अपनी योजना के तहत आरोपी का पीछा शुरू किया और आखिरकार विनय कुमार को एक लंबी दौड़ के बाद पकड़ लिया। गिरफ्तार करने के दौरान पुलिस ने उसके पास से एक अत्याधुनिक पिस्टल और दो जीवित कारतूस भी बरामद किए। विनय कुमार की गिरफ्तारी से पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली, और उसने अपनी पूछताछ में कई अहम जानकारी दी।

आरोपी का खुलासा

पूछताछ के दौरान विनय कुमार ने पुलिस को बताया कि वह दिल्ली के काकाजी इलाके में ‘एनीवन’ नामक एक जिम का मालिक था। वह अपनी ताकत को साबित करने के लिए एक अत्याधुनिक पिस्टल रखता था और अक्सर कर्ज वसूली के विवादों में शामिल होता था। विनय कुमार ने यह भी बताया कि उसने स्थानीय गुंडों अंकित, सैयद और गुलाम के साथ संबंध स्थापित किए थे और वे मिलकर कर्ज की वसूली और अन्य आपराधिक गतिविधियों में लिप्त थे।

7 मई 2024 को, उसने अपने साथियों के साथ मिलकर अनस को हत्या कर दी और घटनास्थल से भाग निकला। विनय कुमार के बारे में यह भी सामने आया कि वह पिछले डेढ़ साल से फरार था और पुलिस से बचने के लिए अपने नाम और ठिकाने बदलता रहता था।

पुलिस की बड़ी सफलता

दिल्ली पुलिस की यह गिरफ्तारी निश्चित रूप से एक बड़ी सफलता मानी जा रही है। आरोपी का पकड़ा जाना न केवल एक बड़ी आपराधिक वारदात का खुलासा करता है, बल्कि यह पुलिस की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई को भी दर्शाता है। पुलिस ने आरोपी के साथियों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन मुख्य आरोपी का पकड़ा जाना इस मामले में अहम मोड़ साबित हुआ।

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विनय कुमार की गिरफ्तारी ने यह साबित कर दिया कि दिल्ली पुलिस अपने वांछित अपराधियों को पकड़ने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। हालांकि, यह घटना दिल्ली में अपराधों की बढ़ती संख्या को भी उजागर करती है। अब सवाल यह उठता है कि क्या दिल्ली में बढ़ते अपराधों पर काबू पाया जा सकेगा और पुलिस व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए कौन से कदम उठाए जाएंगे।

यह घटना इस बात का उदाहरण है कि अपराधी चाहे जितना भी शातिर हो, अगर पुलिस सतर्क हो और सही सूचना के आधार पर कार्रवाई करे तो किसी भी अपराधी को पकड़ना संभव है।

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