Haryana News : विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की मदद करने वाले अधिकारियों पर कार्यवाही की तैयारी अंतिम चरण में
सत्य खबर, चंडीगढ़ ।
हरियाणा विधानसभा चुनाव में 48 सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत की सरकार बना चुकी भाजपा अब भी हारी सीटों का मंथन करने में लगी हुई है। अभी तक हुए मंथन में पार्टी के बागियों के अलावा भाजपा उम्मीदवारों को हराने में प्रशासनिक अधिकारियों और कर्मचारियों की भूमिका होने की बात सामने आई है।
मुख्यमंत्री नायब सैनी खुद पार्टी के हारे हुए कैंडिडेट्स के बाद अब विधायकों से इनपुट ले रहे हैं। अब तक जो इनपुट मिले हैं, उसके हिसाब से चुनाव में उन अधिकारियों और कर्मचारियों ने भीतरघात किया है, जो पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के कार्यकाल में लगे थे।
इनकी लिस्ट भी पार्टी के विधायकों ने मुख्यमंत्री सैनी को सौंप दी है। सरकारी सूत्रों का कहना है कि इन अधिकारियों में HAS और HPS लेवल के अधिकारियों के साथ कॉन्ट्रैक्चुअल कर्मचारी शामिल हैं। जल्द ही सरकार इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू करेगी।
हरियाणा मुख्यमंत्री सैनी चुनाव में अधिकारियों के रवैये को लेकर हारे हुए उम्मीदवारों के बाद विधायकों और मंत्रियों से इनपुट ले रहे हैं। बीते सोमवार और मंगलवार को मुख्यमंत्री ने पार्टी विधायकों और मंत्रियों के साथ मीटिंग की। इस मीटिंग में विधायकों और मंत्रियों ने चुनाव में अधिकारियों के एकपक्षीय रवैये की शिकायत की।
कुछ विधायकों ने अधिकारियों की लिस्ट के साथ उसके सबूत भी सौंपे। इन सबूतों के अनुसार, प्रशासनिक अधिकारियों ने ग्राउंड पर कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के उम्मीदवारों के पक्ष में काम किया।
वहीं, विधानसभा चुनाव को लेकर पंचकूला में हुई 2 दिवसीय बैठक में मुख्यमंत्री नायब सैनी, प्रदेश प्रभारी डॉ. सतीश पूनिया, प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली और संगठन मंत्री फणींद्रनाथ शर्मा शामिल हुए थे। इसमें 40 हारे हुए उम्मीदवार अपनी हार की वजह बता चुके हैं।
इस चुनाव में विधानसभा स्पीकर के अलावा भाजपा के 7 मंत्री चुनाव हारे। इनमें कंवरपाल गुर्जर, जयप्रकाश दलाल, असीम गोयल, सुभाष सुधा, डॉ. कमल गुप्ता, डॉ. अभय सिंह यादव, संजय सिंह और पूर्व स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता शामिल हैं। सिर्फ मंत्री महिपाल ढांडा और मूलचंद शर्मा ही जीत पाए थे।