Manipur में स्टारलिंक लोगो वाली डिवाइस और भारी हथियार बरामद, सुरक्षा बलों की बड़ी सफलता
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Manipur में सुरक्षा बलों ने इंफाल पूर्वी जिले में तलाशी अभियान के दौरान स्टारलिंक के लोगो वाली एक डिवाइस के साथ स्नाइपर राइफल, पिस्तौल, ग्रेनेड और अन्य घातक हथियार बरामद किए। यह अभियान 13 दिसंबर को संयुक्त रूप से भारतीय सेना, असम राइफल्स और मणिपुर पुलिस ने चलाया था। इसके अलावा, इंफाल पूर्वी जिले के विभिन्न स्थानों से 21.5 किलोग्राम वजनी पांच आईईडी भी बरामद किए गए।
कैसे पहुंची स्टारलिंक जैसी डिवाइस मणिपुर?
स्टारलिंक लोगो वाली डिवाइस की बरामदगी ने सुरक्षा एजेंसियों को चौंका दिया है और इस बात की जांच शुरू कर दी गई है कि यह डिवाइस हिंसा प्रभावित राज्य में कैसे पहुंची। गौरतलब है कि भारत में स्टारलिंक को संचालित करने के लिए लाइसेंस नहीं दिया गया है। अधिकारियों ने कहा कि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि यह असली स्टारलिंक डिवाइस है या इसकी नकल की गई है।
29 हथियार और युद्ध जैसे उपकरण बरामद
सर्च ऑपरेशन के दौरान 29 हथियार बरामद किए गए, जिनमें स्नाइपर, ऑटोमैटिक वेपन, राइफल, पिस्तौल, देसी मोर्टार, सिंगल बैरल राइफल, ग्रेनेड और गोला-बारूद शामिल हैं। इन हथियारों और उपकरणों की बरामदगी ने मणिपुर में चल रही हिंसक गतिविधियों पर एक बार फिर से ध्यान केंद्रित किया है।
इंफाल पूर्वी जिले में खोंगमपट क्षेत्र में एक मोर्टार भी बरामद किया गया, जिसे बाद में सुरक्षा बलों ने निष्क्रिय कर दिया। यह इलाका बीएसएफ कैंप से कुछ सौ मीटर की दूरी पर और मुख्यमंत्री एन. बिरेन सिंह के निजी आवास से लगभग डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
दो बुजुर्गों पर अज्ञात बंदूकधारियों का हमला
इंफाल पूर्वी जिले में अज्ञात बंदूकधारियों ने दो बुजुर्गों पर हमला किया और उन्हें गोली मार दी। पुलिस के अनुसार, यह घटना हेंगांग थाना क्षेत्र के कॉन्बा नदी किनारे हुई। अज्ञात हमलावरों ने ताखेलचंगबम हेमंता (55) और येंगखोम केशो (56) पर गोलीबारी की, जिसमें दोनों के पैर घायल हो गए। बाद में, घायलों को इलाज के लिए जवाहरलाल नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, इंफाल ले जाया गया।
बिहार के दो प्रवासी मजदूरों की हत्या में आठ उग्रवादी गिरफ्तार
मणिपुर के काकचिंग जिले में बिहार के दो प्रवासी मजदूरों की हत्या के मामले में प्रतिबंधित संगठन कांगलेपाक कम्युनिस्ट पार्टी (केसीपी) के आठ सदस्यों को गिरफ्तार किया गया। 14 दिसंबर को इस घटना में शामिल आरोपियों की तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया गया।
पहली गिरफ्तारी काकचिंग लामखाई क्षेत्र से हुई, जहां एक सक्रिय सदस्य को पकड़ा गया। इसके बाद, काकचिंग ममांग चिंग लाईफम लोकनांग इलाके में छिपे हुए सात अन्य उग्रवादियों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बयान में कहा कि इनके पास से हथियार, गोला-बारूद और 10 मोबाइल फोन बरामद किए गए।
मणिपुर में अशांति की बढ़ती घटनाएं
मणिपुर में बढ़ती हिंसा और हथियारों की बरामदगी से राज्य की सुरक्षा स्थिति पर सवाल खड़े हो गए हैं। हाल के महीनों में, राज्य में बार-बार हिंसक घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें निर्दोष लोगों की जान गई है। स्टारलिंक लोगो वाली डिवाइस की मौजूदगी और भारी मात्रा में हथियारों की बरामदगी ने मणिपुर में बढ़ते खतरों की ओर इशारा किया है।
जांच जारी
सुरक्षा एजेंसियां मामले की गहन जांच कर रही हैं। उनका प्रयास है कि यह पता लगाया जाए कि यह डिवाइस कहां से आई और इसका उद्देश्य क्या था। इसके अलावा, प्रतिबंधित संगठनों और स्थानीय अपराधियों के नेटवर्क पर शिकंजा कसने के लिए सुरक्षा बलों ने राज्य भर में तलाशी अभियान तेज कर दिया है।
मणिपुर में लगातार बढ़ती हिंसा और उग्रवाद की घटनाएं राज्य की सुरक्षा के लिए गंभीर चुनौती बनी हुई हैं। स्टारलिंक जैसी डिवाइस और भारी मात्रा में हथियारों की बरामदगी ने सुरक्षा एजेंसियों के सामने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। राज्य में शांति और स्थिरता बहाल करने के लिए यह जरूरी है कि इन घटनाओं की तह तक जाकर उचित कार्रवाई की जाए।