Christmas का जश्न, भारत भर में धूमधाम से मनाया जा रहा है पर्व
Christmas का त्योहार पूरी दुनिया में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है, और भारत भी इससे अछूता नहीं है। इस दिन को लोग चर्चों में प्रार्थना करने, केक काटने और एक-दूसरे के साथ खुशियाँ साझा करने के रूप में मनाते हैं। भारत के विभिन्न शहरों में क्रिसमस की सजावट और चर्चों में प्रार्थनाओं की तस्वीरें और वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। कलकत्ता, बेंगलुरु, चेन्नई, कोच्चि, दिल्ली, मुंबई से लेकर लखनऊ तक, हर जगह इस दिन की धूम मची हुई है। आइए जानते हैं भारत के कुछ प्रमुख शहरों में क्रिसमस की जश्न के बारे में।
सिलीगुरी में महिलाओं द्वारा प्रार्थना
सिलीगुरी, पश्चिम बंगाल में लेडी क्वीन कैथोलिक चर्च में क्रिसमस की पूर्व संध्या पर भव्य मास प्रार्थना का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में महिलाएँ और पुरुष चर्च पहुंचे और भगवान यीशु के जन्म की खुशी में प्रार्थना की। सिलीगुरी के लोग इस पर्व को श्रद्धा और खुशी के साथ मनाते हैं, और चर्चों को सुंदर ढंग से सजाया जाता है।
#WATCH पश्चिम बंगाल: सिलीगुड़ी के लेडी क्वीन कैथोलिक चर्च में क्रिसमस की पूर्व संध्या पर सामूहिक प्रार्थना का आयोजन किया गया। pic.twitter.com/W8MGWc4QxB
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 24, 2024
कोच्चि में क्रिसमस की कारोल्स
केरल के कोच्चि शहर में, क्रिसमस की पूर्व संध्या पर सेंट फ्रांसिस अस्सी कैथेड्रल चर्च में पारंपरिक क्रिसमस कैरोल्स गाए गए। इन कैरोल्स में गायक और संगीतकारों ने मिलकर यीशु के जन्म की खुशी में गीत प्रस्तुत किए। कोच्चि में इस दिन को एक विशेष तरीके से मनाया जाता है, जहाँ लोग परिवार और दोस्तों के साथ साथ चर्च में जाकर एक-दूसरे को शुभकामनाएँ देते हैं।
कोलकाता की पार्क स्ट्रीट की सजावट
कोलकाता, पश्चिम बंगाल में क्रिसमस का जश्न विशेष रूप से पार्क स्ट्रीट पर देखने को मिलता है। यहाँ की सड़कें रंग-बिरंगे दीपों और सजावट से सजी होती हैं, जो क्रिसमस के माहौल को और भी खास बना देती हैं। कोलकाता के लोग इस दिन को एक परिवारिक उत्सव के रूप में मनाते हैं। पार्क स्ट्रीट पर सजे हुए इन सांस्कृतिक और धार्मिक दृश्यों को देखकर पर्यटकों का मन भी खुशी से भर जाता है।
#WATCH कोच्चि, केरल: क्रिसमस की पूर्व संध्या पर सेंट फ्रांसिस असीसी कैथेड्रल चर्च में कैरोल गाया गया। pic.twitter.com/eB4HnsOU7a
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 24, 2024
लखनऊ में चर्च की रोशनी
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी क्रिसमस का उत्सव पूरे धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर लखनऊ के चर्चों को शानदार ढंग से सजाया गया था। चर्चों में दीपों की झिलमिलाती रोशनी, क्रिसमस ट्री की सजावट और फूलों से सजी हुई वेदी ने सभी का मन मोह लिया। यहाँ के लोग इस दिन को खासतौर पर धार्मिक रूप से मनाते हैं, जहाँ चर्चों में पूजा अर्चना और प्रार्थनाओं का आयोजन होता है।
केरल के त्रिशूर में खूबसूरत सजावट
केरल के त्रिशूर में हमारे लेडी ऑफ लूर्डेस मेट्रोपोलिटन कैथेड्रल चर्च को विशेष रूप से सजाया गया था। इस चर्च की सुंदरता में और इजाफा हो गया जब वहाँ पर चमचमाते दीपक लगाए गए। क्रिसमस के दिन, यह चर्च एक अद्भुत नजारा पेश करता है और हर आने वाले को आकर्षित करता है। यहाँ के लोग इस पर्व को एक सामाजिक और धार्मिक अवसर के रूप में मनाते हैं, जहाँ पारंपरिक क्रिसमस कैरोल्स और प्रार्थनाओं के साथ साथ स्थानीय विशेष पकवानों का भी आनंद लिया जाता है।
#WATCH पश्चिम बंगाल: क्रिसमस के अवसर पर कोलकाता की पार्क स्ट्रीट को रंग-बिरंगी लाइटों से सजाया गया है।#Christmas pic.twitter.com/yOBthv9yb5
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 24, 2024
इंदौर के रेड चर्च में उत्सव
मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में स्थित रेड चर्च में क्रिसमस का जश्न बड़े धूमधाम से मनाया गया। यहाँ पर भगवान यीशु के जन्म के अवसर पर भव्य पूजा अर्चना की गई। इंदौर में लोग इस दिन को खुशी और प्रेम के साथ मनाते हैं, और चर्च में आयोजित होने वाले कैरोल्स समारोह में भाग लेते हैं। चर्च की सजावट, धार्मिक उत्सव और स्थानीय संगीत का आयोजन इस दिन को और भी खास बना देता है।
क्रिसमस के पर्व का सामाजिक प्रभाव
क्रिसमस का त्योहार भारत में एक ऐसा अवसर है, जब लोग अपने धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक परिवेश से परे जाकर एक दूसरे के साथ प्रेम और भाईचारे का प्रतीक बनते हैं। इस दिन न केवल चर्चों में प्रार्थनाएँ होती हैं, बल्कि परिवारों और मित्रों के बीच उपहारों का आदान-प्रदान भी होता है। भारत के विभिन्न हिस्सों में लोग एक साथ मिलकर क्रिसमस की खुशी में भाग लेते हैं, चाहे वह किसी भी धर्म, जाति या समुदाय से संबंधित हो।
कुल मिलाकर
भारत में क्रिसमस का त्योहार विविधता और एकता का प्रतीक बनकर उभरता है। हर शहर, हर गली में इस दिन का उत्सव अपनी खासियत के साथ मनाया जाता है। चर्चों में विशेष प्रार्थनाएँ, स्थानीय परंपराओं के अनुसार आयोजन, और सुंदर सजावट इस दिन को और भी यादगार बना देती हैं। चाहे वह पश्चिम बंगाल के सिलीगुरी में प्रार्थना हो, केरल के कोच्चि में कारोल्स का आयोजन हो, या दिल्ली, मुंबई और इंदौर जैसे शहरों में क्रिसमस के मौके पर आयोजित समारोह हों, यह दिन सभी के लिए खुशी और प्रेम का प्रतीक होता है।