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Maha Kumbh 2025 में धोखाधड़ी का मामला, फर्जी होटल वेबसाइट बनाकर की गई लाखों की ठगी

प्रयागराज, उत्तर प्रदेश में आयोजित होने वाले Maha kumbh 2025 की तैयारियां पूरे जोर-शोर से चल रही हैं, और इस मेले में लाखों श्रद्धालुओं के आने की संभावना जताई जा रही है। लेकिन इस मेले के दौरान होने वाली भीड़ और श्रद्धालुओं के उत्साह का फायदा उठाने के लिए साइबर ठगों ने अपनी योजनाओं को पूरा कर लिया है। हाल ही में प्रयागराज में एक फर्जी होटल वेबसाइट बनाने का मामला सामने आया है, जिसमें चार दोस्तों ने मिलकर धोखाधड़ी की। इस मामले ने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है और साइबर सुरक्षा के मामलों में भी गंभीरता को रेखांकित किया है।

फर्जी होटल वेबसाइट बनाने का तरीका

साइबर ठगों ने इस धोखाधड़ी के लिए शहर के प्रसिद्ध होटल ‘कन्हा श्याम’ की वेबसाइट की नकल करते हुए एक फर्जी वेबसाइट बनाई। इस वेबसाइट पर उन्होंने होटल के कमरे और टेंट बुकिंग के लिए आकर्षक ऑफर दिए, जिससे लोगों को भ्रमित किया गया। ठगों ने इस वेबसाइट पर होटल की तस्वीरें और विवरण हू-ब-हू उतारे, जिससे यह वेबसाइट असली वेबसाइट जैसी प्रतीत हो। जब लोग इस वेबसाइट से होटल में कमरे बुक करते थे और वहां पहुंचते थे, तो उन्हें पता चलता था कि उन्होंने धोखाधड़ी का शिकार हो गया है।

धोखाधड़ी का खुलासा

जब एक व्यक्ति ने इस फर्जी वेबसाइट से होटल का कमरा बुक किया और निर्धारित समय पर होटल पहुंचा, तो उसे समझ में आया कि यह वेबसाइट नकली थी। पीड़ित व्यक्ति ने होटल प्रबंधन से संपर्क किया, और बाद में यह मामला पुलिस के पास पहुंचा। इस पर प्रयागराज के साइबर सेल यूनिट ने मामले की गंभीरता को समझते हुए जांच शुरू की और चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

आरोपी बिहार और उत्तर प्रदेश से हैं

पुलिस ने जांच के दौरान चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। इन आरोपियों में से पहला आरोपी पंकज कुमार बिहार का निवासी है, जबकि दूसरे आरोपी यश चौबे और अंकित कुमार वाराणसी के रहने वाले हैं। चौथे आरोपी अमन कुमार का संबंध आजमगढ़ से है। ये सभी आरोपी बहुत ही शातिर साइबर ठग हैं जो पहले प्रयागराज के होटल्स की वेबसाइट्स का गहनता से अध्ययन करते थे, फिर वेबसाइट का डोमेन रजिस्टर करते थे और उसमें बदलाव कर उसे असली वेबसाइट जैसा बनाते थे। इसके बाद वे फर्जी वेबसाइट पर होटल और टेंट के कमरे बुकिंग का झांसा देकर लोगों से पैसे ठगते थे।

Maha Kumbh 2025 में धोखाधड़ी का मामला: फर्जी होटल वेबसाइट बनाकर किया गया लाखों का ठगी

आरोपी का तरीका और साइबर धोखाधड़ी

इन ठगों का तरीका बहुत ही पेशेवर था। उन्होंने पहले प्रयागराज के प्रसिद्ध होटल्स और टेंट कॉटेज कंपनियों की वेबसाइट्स को ध्यान से देखा और फिर उनमें कुछ बदलाव करके उन्हीं की नकल की। इसके बाद, इस फर्जी वेबसाइट पर कमरों की बुकिंग के लिए आकर्षक ऑफर डाले गए। जब लोग इन ऑफर्स को देखकर बुकिंग करते थे, तो वे बिना समझे-बूझे पैसे ट्रांसफर कर देते थे। इन धोखेबाजों ने इस तरीके से महाकुंभ मेला 2025 के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं को अपना शिकार बनाने की योजना बनाई थी।

पुलिस ने की त्वरित कार्रवाई

इस धोखाधड़ी का खुलासा होते ही पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया। आरोपियों के पास से एक लैपटॉप, मोबाइल फोन और एटीएम कार्ड भी बरामद किए गए हैं, जिनका इस्तेमाल वे धोखाधड़ी के लिए करते थे। पुलिस ने इन सभी उपकरणों को अपने कब्जे में लिया है और साइबर अपराध से जुड़े अन्य मामलों की जांच शुरू की है। साइबर ठगों की पहचान हो जाने के बाद पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि क्या इन ठगों का संबंध अन्य अपराधों से भी है या नहीं।

महाकुंभ मेला 2025 और प्रशासन की चुनौती

महाकुंभ मेला 2025 की तैयारी चल रही है, और इस समय प्रशासन को हर तरह की सुरक्षा व्यवस्था को सुनिश्चित करना बहुत जरूरी है। जहां एक ओर प्रशासन मेले के सफल आयोजन के लिए तमाम व्यवस्थाएं कर रहा है, वहीं दूसरी ओर साइबर ठगों के लिए यह एक बड़ी चुनौती साबित हो सकती है। श्रद्धालु जो मेले में आने के लिए होटल और टेंट बुकिंग कर रहे हैं, वे आसानी से इस तरह के फर्जी धोखाधड़ी के शिकार बन सकते हैं। प्रशासन को इस मामले में सख्त कदम उठाने की जरूरत है ताकि आने वाले मेले में श्रद्धालुओं को ऐसी धोखाधड़ी से बचाया जा सके।

साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूकता

यह मामला एक बार फिर साबित करता है कि साइबर सुरक्षा को लेकर जागरूकता बेहद जरूरी है, खासकर ऐसे बड़े आयोजनों के दौरान जब लाखों की संख्या में लोग आते हैं। इंटरनेट के माध्यम से होने वाली धोखाधड़ी की घटनाओं में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। इसलिए, प्रशासन और पुलिस को साइबर सुरक्षा से जुड़ी योजनाओं को और सख्त बनाने की जरूरत है। इसके अलावा, आम जनता को भी यह समझने की जरूरत है कि वे इंटरनेट पर किसी भी वेबसाइट से होटल या टेंट बुक करते समय पूरी तरह से सतर्क रहें।

कुंभ मेला 2025 से पहले प्रयागराज में हुई यह धोखाधड़ी की घटना प्रशासन के लिए एक चेतावनी है। साइबर ठगों ने अपनी तकनीकी समझ का इस्तेमाल कर लाखों रुपये की धोखाधड़ी की है। इस घटना से यह स्पष्ट हो गया है कि साइबर सुरक्षा के उपायों को सख्त किया जाना चाहिए, खासकर बड़े आयोजनों के दौरान। प्रशासन, पुलिस और आम जनता को मिलकर इस तरह की धोखाधड़ी से बचने के लिए कदम उठाने की आवश्यकता है।

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