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HMPV Virus: “HMPV वायरस का खतरा बढ़ा! पंजाब और उत्तराखंड ने जारी की सलाह, मास्क पहनने की दी गई चेतावनी”

HMPV Virus: देश के विभिन्न राज्यों में HMPV (ह्यूमन मेटाप्न्यूमोनोवायरस) के मामलों में इज़ाफा हुआ है, और यह वायरस विशेष रूप से बच्चों को प्रभावित कर रहा है। अब तक कई बच्चों में इस वायरस का संक्रमण देखा जा चुका है। इस बीच, स्वास्थ्य विभाग ने इस वायरस के बारे में व्यक्तिगत स्तर पर सावधानियां बरतने की सलाह दी है। हालांकि, विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि इस वायरस के कारण घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है।

कई राज्यों ने इस वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। आइए जानते हैं कि राज्य सरकारों ने इस वायरस से निपटने के लिए क्या कदम उठाए हैं।

झारखंड में स्क्रीनिंग के लिए नोडल केंद्रों की स्थापना

झारखंड में स्वास्थ्य विभाग के निर्देशों पर बुधवार से HMPV (ह्यूमन मेटाप्न्यूमोनोवायरस) के संदिग्ध मामलों की स्क्रीनिंग प्रक्रिया शुरू की गई है। रांची स्थित राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस (RIMS) और जमशेदपुर स्थित महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज को नोडल केंद्र बना दिया गया है और नमूनों की जांच की व्यवस्था की गई है। बंगाल राज्य में HMPV मामलों के detection के बाद, एहतियात के तौर पर एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशनों और बस स्टैंड्स पर भी स्क्रीनिंग शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं।

महाराष्ट्र सरकार ने बनाई टास्क फोर्स

महाराष्ट्र में HMPV (ह्यूमन मेटाप्न्यूमोनोवायरस) के दो मामलों के सामने आने के बाद राज्य सरकार ने डॉ. पलवी सापले, जो कि JJ अस्पताल की डीन हैं, की अध्यक्षता में एक टास्क फोर्स बनाई है। यह टास्क फोर्स इस वायरस के इलाज और प्रबंधन के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) तैयार करेगी। बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) भी अलर्ट मोड पर आ गया है और HMPV मरीजों के इलाज के लिए विशेष वार्ड स्थापित किए गए हैं।

बिहार में HMPV वायरस को लेकर अलर्ट

बिहार में भी HMPV वायरस को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। राज्य में कोरोनावायरस की तरह ही इस वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए व्यवस्थाएं की जाएंगी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की दिशा-निर्देशों के बाद बिहार स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों के DM, मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के प्रिंसिपल और सिविल सर्जनों को इस वायरस को रोकने के लिए कोरोना जैसी व्यवस्थाएं बनाने के निर्देश दिए हैं।

"HMPV वायरस का खतरा बढ़ा! पंजाब और उत्तराखंड ने जारी की सलाह, मास्क पहनने की दी गई चेतावनी"

आंध्र प्रदेश और तेलंगाना ने भी जारी किया अलर्ट

आंध्र प्रदेश सरकार ने सोमवार को देश के विभिन्न हिस्सों में HMPV (ह्यूमन मेटाप्न्यूमोनोवायरस) के मामले सामने आने के बाद एक अलर्ट जारी किया है। मुख्यमंत्री N. चंद्रबाबू नायडू ने सोमवार को चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को अलर्ट रहने और आवश्यक बचाव उपायों को लागू करने के निर्देश दिए।

तेलंगाना स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कहा कि वे केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ समन्वय में स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में अब तक HMPV का कोई मामला नहीं आया है। स्वास्थ्य विभाग ने यह भी कहा कि दिसंबर 2024 में श्वसन संक्रमण के मामलों में दिसंबर 2023 की तुलना में कोई बड़ी वृद्धि नहीं देखी गई।

उत्तराखंड में स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर

उत्तराखंड में अब तक HMPV के संक्रमण का कोई मामला सामने नहीं आया है, लेकिन फिर भी स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है। स्वास्थ्य विभाग ने संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए आइसोलेशन बेड और ऑक्सीजन की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। राज्य के स्वास्थ्य निदेशक डॉ. सुनीता ताम्टा ने सभी जिलों के DM और CMO से कहा है कि वे अस्पतालों में इन्फ्लूएंजा और निमोनिया के मरीजों के इलाज के लिए आइसोलेशन बेड, वार्ड, ICU बेड, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन की व्यवस्था करें। साथ ही लोगों को मास्क पहनने की सलाह दी गई है।

पंजाब सरकार ने भी जारी की गाइडलाइंस

पंजाब सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने भी HMPV (ह्यूमन मेटाप्न्यूमोनोवायरस) के मामलों को लेकर अलर्ट जारी किया है। पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने लोगों से अपील की है कि वे घर से बाहर जाते समय मास्क पहनें। हालांकि, पंजाब में अब तक इस वायरस का कोई मामला नहीं आया है, लेकिन डॉ. बलबीर सिंह ने कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों और 60 साल से ऊपर के लोगों को भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर मास्क पहनने की सलाह दी है।

वायरस से बचाव के उपाय

स्वास्थ्य विभाग ने HMPV वायरस से बचाव के लिए कुछ सामान्य सावधानियां बरतने की सलाह दी है। इसमें सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि लोग मास्क पहनें, हाथों को बार-बार धोएं और श्वसन से जुड़ी किसी भी समस्या को नजरअंदाज न करें। यदि किसी को खांसी, बुखार, गले में खराश या सांस लेने में कठिनाई हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

इसके अलावा, यदि वायरस के संक्रमण से बचाव के उपायों को सही तरीके से लागू किया जाए, तो इसके प्रभाव को काफी हद तक कम किया जा सकता है। सभी राज्य सरकारें भी अपनी-अपनी ओर से वायरस के प्रसार को रोकने के लिए कदम उठा रही हैं, ताकि यह महामारी न बने और नागरिकों को सुरक्षित रखा जा सके।

HMPV वायरस का खतरा बढ़ने के बावजूद, स्वास्थ्य विभाग की सलाह है कि इस पर घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है। सभी राज्य सरकारें वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए जरूरी कदम उठा रही हैं और लोगों को जागरूक कर रही हैं। यह वायरस बच्चों को अधिक प्रभावित करता है, लेकिन सावधानी और सतर्कता से इसको नियंत्रित किया जा सकता है।

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