Haryana News: साहसिक बचाव में शहीद हुआ हिसार का जवान, एयरफोर्स के जांबाज सैनिक ने दी जान

Haryana News: हिसार जिले के एक सैनिक ने असम में अपनी जान की आहुति दी। भारतीय वायु सेना के जवान सचिन रोहिल, जो भिवानी रोहिल्ला के निवासी थे, ने एक नागरिक की जान बचाने के दौरान शहादत प्राप्त की। उनके शरीर को आज उनके पैतृक गांव लाया जाएगा, जहां उनके अंतिम संस्कार को सैन्य सम्मान के साथ अंजाम दिया जाएगा। सचिन की शहादत की खबर से उनके गांव में शोक की लहर दौड़ गई है और सभी इस असमय निधन से स्तब्ध हैं।
सचिन रोहिल की शहादत
सचिन रोहिल, जो 25 साल के थे, असम के तेजपुर जिले में एयर विंग में तैनात थे। वह 2019 में भारतीय वायु सेना में भर्ती हुए थे। बताया जा रहा है कि सचिन ने अपनी ड्यूटी के दौरान एक नागरिक को बचाने के लिए नदी में कूदकर अपनी जान दे दी। इसके बाद वह लापता हो गए थे। सचिन के लापता होने के बाद, आईटीबीपी (इंडो-तिब्बत सीमा पुलिस) के जवानों ने नदी में व्यापक तलाशी अभियान शुरू किया।
ITBP ने सर्च ऑपरेशन के तहत शव को किया बरामद
आईटीबीपी ने सचिन रोहिल के शव को मंगलवार सुबह नदी से बरामद किया। 59 बटालियन आईटीबीपी के सहायक कमांडेंट (जीडी) गंभीर सिंह चौहान के नेतृत्व में यह ऑपरेशन चलाया गया। टीम में इंस्पेक्टर (जीडी) चंदर मणि, हवलदार एच मानलुन, पुरा यामिंग, ग्याति तसांग, कांस्टेबल माचांग संगचो, ताबा निगलार, एसटी राम्बो, निंगा लिम्बु और बोगिन नितिक शामिल थे। आईटीबीपी की यह टीम अपने आपदा बचाव अभियानों के लिए जानी जाती है और इसने बड़ी सफलता के साथ सचिन का शव रिकवर किया।
सचिन के परिवार में गम का माहौल
सचिन के गांव भिवानी रोहिल्ला में जैसे ही उनकी शहादत की खबर मिली, पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई। सचिन के परिवार के लिए यह एक अपूरणीय क्षति है। उनके पिता का निधन करीब आठ साल पहले हो चुका था। अब सचिन की शहादत के बाद उनके परिवार की स्थिति और भी दुखद हो गई है।
सच्चे वीरता के प्रतीक सचिन रोहिल
सचिन रोहिल की शहादत ने यह साबित किया कि वह सिर्फ अपने देश के प्रति समर्पित सैनिक नहीं बल्कि एक सच्चे वीर थे। उन्होंने अपने कर्तव्य को सर्वोपरि रखते हुए एक नागरिक की जान बचाने के लिए अपनी जान की आहुति दी। सचिन के परिवार और गांववालों ने उनके बलिदान पर गर्व किया है और उनकी वीरता को हमेशा याद रखा जाएगा।
सचिन की जीवन यात्रा
सचिन रोहिल का जन्म भिवानी रोहिल्ला गांव में हुआ था। उन्होंने भारतीय वायु सेना में भर्ती होने के बाद अपनी पूरी ऊर्जा और समर्पण के साथ सेवा की। वह अपने परिवार के सबसे बड़े बेटे थे और उन्होंने हमेशा अपने परिवार का नाम रोशन किया। 2019 में वायु सेना में चयन के बाद से ही उन्होंने अपनी पूरी सेवा ईमानदारी से की। सचिन के बारे में बताया जा रहा है कि वह बहुत ही विनम्र और मेहनती व्यक्ति थे।
सैन्य सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार
सचिन के शरीर को उनके पैतृक गांव भिवानी रोहिल्ला लाया जाएगा, जहां सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। इस दौरान सेना के अधिकारियों द्वारा उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी। सचिन की शहादत के कारण उनका परिवार और गांव पूरी तरह से शोक में डूबा हुआ है, लेकिन उनके बलिदान को हमेशा याद रखा जाएगा।