Haryana Crime: हरियाणा में घरेलू कलह बना खूनी खेल, पत्नी और आठ महीने के बेटे की हत्या

Haryana Crime: हरियाणा के बारोट गांव से एक बेहद दर्दनाक और दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां रहने वाले अजय नामक युवक को अपनी पत्नी और आठ महीने के बेटे की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस का कहना है कि अजय को छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा आ जाता था और वह अक्सर अपनी पत्नी से झगड़ा करता था। यह झगड़े इतने बढ़ गए कि बात हत्या तक पहुंच गई। रविवार को पुलिस ने आरोपी को अदालत में पेश किया और दो दिन की रिमांड पर ले लिया गया है ताकि उससे और पूछताछ की जा सके।
पत्नी को पीटने की थी पुरानी आदत
डीएसपी संजय कुमार की अगुवाई में थाना ढांड और सीआईए-वन की टीम ने आरोपी अजय को गांव बारोट के पास से शनिवार को गिरफ्तार किया। पूछताछ में सामने आया कि अजय अक्सर अपनी पत्नी से मारपीट करता था और जब वह अपने मायके वालों को इसकी जानकारी देती थी तो वह और ज्यादा हिंसक हो जाता था। कुछ दिन पहले भी दोनों में झगड़ा हुआ था। जब पत्नी ने इस बात की शिकायत अपने माता-पिता से की तो अजय ने नाराज होकर पत्नी और मासूम बेटे की जान ले ली। उसने पत्नी को ईंट से वार कर मौत के घाट उतारा और बेटे को जमीन पर पटककर मार डाला।
तीन साल पहले हुई थी शादी
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि मृतका के भाई सागर, जो कि गांव ढौंस का निवासी है, ने शिकायत दर्ज कराई है। उसने बताया कि उसकी बहन सुदेश की शादी अजय से तीन साल पहले हुई थी और तभी से अजय उस पर अत्याचार करता आ रहा था। 16 अप्रैल को सागर को फोन पर सूचना मिली कि अजय उसकी बहन को बुरी तरह पीट रहा है। जब वह परिवार के साथ सिविल अस्पताल पहुंचा तो पता चला कि अजय ने उसके आठ महीने के भांजे सिमरत को जमीन पर पटककर मार डाला है और बहन को ईंट से वार कर घायल कर दिया है। इलाज के दौरान उसकी बहन की भी मौत हो गई। इस मामले में थाना ढांड में हत्या का मामला दर्ज किया गया है।
नशे में धुत्त होकर दिया घटना को अंजाम
पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि घटना के समय आरोपी नशे में था। अजय ने सुदेश को पहले धमकी दी थी कि अगर उसने अपने मायके में मारपीट की शिकायत की तो वह दोनों को जान से मार देगा। जब उसे पता चला कि सुदेश ने अपने मायके में सब बता दिया है तो उसने अपना आपा खो दिया और खौफनाक वारदात को अंजाम दे दिया। फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है ताकि हत्या से जुड़ी अन्य कड़ियों को जोड़ा जा सके। यह मामला समाज में घरेलू हिंसा के गंभीर परिणामों को उजागर करता है और सोचने पर मजबूर करता है कि कैसे छोटी-छोटी बातें एक परिवार को पूरी तरह तबाह कर सकती हैं।