Punjab News: पानी बंटवारे पर पंजाब का कड़ा रुख, हरियाणा को मिलेगा अतिरिक्त पानी या नहीं?

Punjab News: पंजाब और हरियाणा के बीच भाखड़ा डेम से पानी के बंटवारे को लेकर विवाद अब और गहरा गया है। पंजाब सरकार ने स्पष्ट रूप से कह दिया है कि वे हरियाणा को पानी नहीं देंगे। इस मुद्दे पर अब पंजाब विधानसभा का एक विशेष सत्र बुलाया गया है जो सोमवार को सुबह 11 बजे शुरू होगा।
मुख्यमंत्री भगवंत मान का बयान
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पानी बंटवारे पर चल रहे विवाद को नकारते हुए कहा कि यह कोई विवाद नहीं है। उन्होंने दावा किया कि आंकड़े पंजाब के पक्ष में हैं और हरियाणा अपना हिस्सा छोड़कर ज्यादा पानी की मांग कर रहा है। पंजाब में सुधार के बाद अब पानी का उपयोग सही तरीके से हो रहा है।
#WATCH | Dharamshala, HP | On water sharing dispute with Haryana, Punjab CM Bhagwant Mann says, "There is no dispute regarding water. The data is in favour of Punjab. Haryana is asking for more than its share of water. The only logic they (Haryana) are giving is that earlier,… pic.twitter.com/ezwPYiqNsW
— ANI (@ANI) May 5, 2025
विधानसभा सत्र पर सबकी नज़रें
पंजाब और हरियाणा दोनों ने अलग-अलग सभी पार्टी मीटिंग्स की थीं जिसमें हर पार्टी ने अपने राज्य के हितों की वकालत की थी। इन मीटिंग्स के बाद भी कोई हल नहीं निकल सका और अब केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर भी पंजाब पहुंचे हैं। इस विशेष सत्र में हरियाणा को अतिरिक्त पानी न देने का प्रस्ताव रखा जा सकता है।
पानी का बंटवारा और कानूनी मुद्दे
पंजाब सरकार ने पहले ही कह दिया है कि हरियाणा को उनकी आवश्यकता के अनुसार 4000 क्यूसेक पानी दिया जा रहा है। हरियाणा की 8500 क्यूसेक पानी की मांग को पंजाब सरकार अवैध मानती है। इस पानी का इस्तेमाल हरियाणा में सिंचाई के लिए किया जाएगा। अब केंद्र सरकार भी इस मुद्दे में हस्तक्षेप कर रही है।
पंजाब सरकार का कड़ा रुख
पंजाब सरकार ने साफ तौर पर कहा है कि हरियाणा को ज्यादा पानी देना उनके लिए संभव नहीं है। पंजाब में पानी की बर्बादी को रोकने के लिए जल आपूर्ति प्रणाली में सुधार किया गया है। अब यहां पानी का सही तरीके से इस्तेमाल हो रहा है और हरियाणा को अतिरिक्त पानी देने का कोई सवाल नहीं है।