Pahalgam Attack हमले के खिलाफ स्टटगार्ट में निकला भारतीयों का शक्तिशाली मार्च! भारत माता की जय के नारे

Pahalgam Attack: पिछले महीने जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की निंदा पूरी दुनिया भर में की जा रही है। इस हमले के खिलाफ और शहीद हुए 26 निर्दोषों के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए कई देशों में मार्च निकाले जा रहे हैं। ऐसा ही एक मार्च रविवार को जर्मनी के स्टटगार्ट में भी निकाला गया।
भारतीय समुदाय का मार्च
भारतीय समुदाय ने ‘भारतीय परिवार बीडब्ल्यू’ के बैनर तले श्लॉसप्लाट्ज में एक शांतिपूर्ण मार्च निकाला। यह मार्च पहलगाम हमले में मारे गए 26 लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए आयोजित किया गया था। इस मार्च में बड़ी संख्या में भारतीयों ने भाग लिया और हाथों में तिरंगा लेकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
Indian Community in Stuttgart, Germany Holds Peaceful Solidarity March for Victims of Pahalgam Terror Attack
On Sunday, May 4, 2025, the Indian diaspora in Stuttgart, under the banner of Bharatiya Parivar BW, organized a peaceful Solidarity March at Schlossplatz to pay tribute… pic.twitter.com/XVXihaAi7H
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) May 4, 2025
मार्च से पहले किया तिलक
मार्च शुरू होने से पहले सभी लोग अपने माथे पर तिलक लगा रहे थे। यह स्वागत के लिए नहीं बल्कि मृतकों को श्रद्धांजलि देने और सांस्कृतिक एकता का प्रतीक था। इसके बाद लोग हिंदी और अंग्रेजी में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इसके बाद शांति प्रार्थना और शहीदों के लिए दो मिनट का मौन रखा गया।
सामूहिक प्रार्थना और देशभक्ति का संदेश
इस दौरान हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ किया गया और सभी ने मिलकर उसे गाया। इसके बाद “हम होंगे कामयाब” गाने के बाद भारतीय राष्ट्रीय गीत के साथ इस सामूहिक एकता और भाईचारे का संदेश दिया गया। इसके बाद एक किलोमीटर का शांति मार्च भी निकाला गया। लोग ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाते हुए मार्च में शामिल हुए।
Hindus in Stuttgart, Germany chant Hanuman Chalisa for the victims of Pakistan sponsored Pahalgam terror attack in Kashmir. 🇮🇳🕉️ pic.twitter.com/62mXyk3fqL
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) May 4, 2025
हिंदू जीवन की अहमियत का संदेश
इस मार्च के जरिए स्टटगार्ट में रह रहे हिंदू समुदाय ने एकजुटता का संदेश दिया और आतंकवाद के खिलाफ मजबूत आवाज उठाई। इस मार्च के जरिए ‘हिंदू लाइफ्स मैटर’ का संदेश दिया गया। जर्मनी में पहलगाम हमले की निंदा पहले ही की जा चुकी थी और बर्लिन में भी इसी तरह के मार्च का आयोजन किया गया था।