Shyna Sunsara: तिरंगे की छांव में शायना का प्रण! शायना की आंखों में झलकी बत्रा की बहादुरी की झलक

Shyna Sunsara: कर्नल सोफिया कुरैशी ने देश को ऑपरेशन सिंदूर के बारे में जानकारी दी थी। प्रेस ब्रीफिंग के बाद वह खूब चर्चाओं में रहीं। अब उनकी जुड़वां बहन शायना सुनसारा ने इस ऑपरेशन को लेकर अपनी बात कही है। रविवार को उन्होंने गुजरात के वडोदरा में ऑपरेशन सिंदूर को समर्पित तिरंगा यात्रा में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने कारगिल युद्ध में शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा को भी याद किया। शायना ने देश के सभी सैनिकों का इस ऑपरेशन की सफलता के लिए धन्यवाद किया।
तिरंगा यात्रा में कैप्टन विक्रम बत्रा का जिक्र
शायना ने कहा कि तिरंगा देखकर उन्हें कैप्टन विक्रम बत्रा की कुछ लाइनें याद आती हैं। कैप्टन बत्रा ने कहा था कि वह या तो तिरंगा लेकर लौटेंगे या तिरंगे में लिपटे होकर लेकिन जरूर लौटेंगे। उन्होंने कहा कि हमारे सैनिक देश की सेवा के लिए अपनी जान की परवाह नहीं करते। उनकी हिम्मत और समर्पण देश की सुरक्षा का आधार है।
#WATCH | Gujarat | Col Sofiya Qureshi's twin sister Shayna Sunsara takes part in a Tiranga Yatra dedicated to #OperationSindoor. She says, "Some lines come to my mind after seeing the tricolour. Captain Vikram Batra had said that "either I will come back after hoisting the… pic.twitter.com/M4FRNMKUpI
— ANI (@ANI) May 17, 2025
शायना सुनसारा कौन हैं?
शायना सुनसारा कर्नल सोफिया कुरैशी की जुड़वां बहन हैं। दोनों का जन्म वडोदरा के एक सैन्य परिवार में हुआ है। शायना भी अपनी बहन की तरह काफी प्रसिद्ध हैं। वह मॉडल, फैशन डिजाइनर, अभिनेत्री और को-प्रोड्यूसर हैं। इसके अलावा शायना एक बेहतरीन राइफल शूटर भी हैं। उन्होंने राइफल शूटिंग में गोल्ड मेडल जीता है।
डडासाहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित
शायना को 2018 में डडासाहेब फाल्के पुरस्कार भी मिला है। वह इंस्टाग्राम पर भी काफी सक्रिय रहती हैं और फिटनेस से जुड़े वीडियो शेयर करती हैं। उन्हें मिस गुजरात का खिताब भी मिला है। शायना पर्यावरण की बहुत शौकीन हैं। उन्होंने गुजरात में एक लाख से ज्यादा पेड़ लगाए हैं। इसलिए उन्हें गुजरात की ‘वंडर वुमन’ के नाम से भी जाना जाता है।
शायना की प्रेरणा और देशभक्ति
शायना का जीवन देशभक्ति और सेवा का उदाहरण है। उन्होंने अपनी बहन कर्नल सोफिया के काम को हमेशा सपोर्ट किया है। उनका मानना है कि देश के सैनिक किसी भी मुश्किल में पीछे नहीं हटते। उनकी हिम्मत और जज्बा हर भारतीय के लिए प्रेरणा का स्रोत है। शायना अपने कार्यों से समाज में सकारात्मक बदलाव लाना चाहती हैं।