Bhiwani News: सिस्टम के खिलाफ खड़े होने पर गंवाई नौकरी अब भेजे 76 करोड़ के नोटिस

Bhiwani News: आनंद घणघस हरियाणा के भिवानी जिले के सरकारी जेबीटी शिक्षक हैं। उन्होंने कांग्रेस सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं कि 2011 में नौकरी के बदले उनसे पांच लाख रुपये लिए गए थे। उनका कहना है कि बिना पैसे दिए उन्हें नौकरी नहीं मिल सकती थी इसलिए मजबूरी में एक पूर्व विधायक और तत्कालीन सीपीएस से मिले और उन्हें पैसे दिए। इसके बाद उनकी नियुक्ति यमुनानगर में कर दी गई थी।
भ्रष्टाचार के खिलाफ उठाई आवाज
आनंद घणघस ने बताया कि जब दिल्ली में अन्ना आंदोलन शुरू हुआ तो उन्होंने भी उसमें भाग लिया और भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई। इसके बाद उन पर झूठे मुकदमे दर्ज कर दिए गए। उन्हें नौ साल के लिए नौकरी से निकाल दिया गया और बत्तीस महीने तक निलंबन में रखा गया। यह सब इसलिए किया गया क्योंकि उन्होंने सिस्टम के खिलाफ सच्चाई को सामने लाने की कोशिश की थी।
बारह साल तक झेला उत्पीड़न
अनंद का कहना है कि उन्होंने केवल भ्रष्टाचार को उजागर किया था लेकिन उन्हें बारह साल तक परेशान किया गया। जिन लोगों ने उनके खिलाफ हलफनामे दिए थे उनमें कई कांग्रेस नेता शिक्षा विभाग के अधिकारी कर्मचारी और उस समय के पंचायत प्रतिनिधि शामिल थे। उन्हें हर बार यह अहसास दिलाया गया कि उन्होंने गलत किया है जबकि वह केवल सच्चाई के लिए लड़ रहे थे।
सरकारी सेवा में वापसी
ग्यारह मार्च पिछले साल हरियाणा शिक्षा विभाग ने आनंद घणघस को दोबारा उनके पद पर बहाल कर दिया। उन्होंने बताया कि यह उनके संघर्ष और सच्चाई की जीत थी। उन्होंने कभी हार नहीं मानी और हर स्तर पर अपने हक के लिए लड़ते रहे। आज जब वह फिर से अपनी नौकरी पर लौटे हैं तो उन्होंने ठान लिया है कि जो लोग उनके खिलाफ झूठ फैलाते रहे हैं उन्हें कानूनी सबक सिखाया जाएगा।
मानहानि का नोटिस भेजा
आनंद घणघस ने बताया कि उन्होंने अब 140 लोगों को 76 करोड़ रुपये की मानहानि के नोटिस भेजे हैं। इसमें वह पूर्व सीपीएस और उनका भाई भी शामिल है जिन्होंने उनसे पैसे लिए थे। साथ ही वे सभी लोग शामिल हैं जिन्होंने उनके खिलाफ झूठे हलफनामे दिए। उनका कहना है कि यह नोटिस इसलिए भेजे गए हैं ताकि आगे से कोई भी व्यक्ति संविधान और सिस्टम का गलत इस्तेमाल न करे और किसी बेगुनाह को फंसाने की कोशिश न करे।