Delhi News: AAP के टूटते कुनबे को फिर जोड़ने उतरे केजरीवाल! क्या छात्र राजनीति से मिल पाएगा पार्टी को नया जीवन?

Delhi News: करीब सौ दिन बाद जब सत्ता से बेदखल हुए अरविंद केजरीवाल फिर से दिल्ली की सियासत में सक्रिय हुए तो सबकी नजरें उन्हीं पर टिक गईं। मंगलवार को उन्होंने ‘एसोसिएशन ऑफ स्टूडेंट्स फॉर अल्टरनेटिव पॉलिटिक्स’ यानी ASAP को दोबारा लॉन्च किया। यह कदम तब उठाया गया जब पार्टी लगातार राजनीतिक झटके झेल रही थी।
पंजाब पर फोकस कर दिल्ली को छोड़ा था पीछे
चुनाव हारने के बाद अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया ने दिल्ली को पीछे छोड़ पंजाब की ओर रुख कर लिया था और दिल्ली की जिम्मेदारी आतिशी को दे दी थी। इसके बाद पार्टी में टूटफूट शुरू हो गई और समर्थन भी कमजोर पड़ता गया। अब सवाल ये उठ रहा है कि क्या केजरीवाल युवाओं के सहारे पार्टी को फिर से खड़ा करने की रणनीति अपना रहे हैं।
ASAP के जरिए युवाओं को जोड़ने की नई कोशिश
अरविंद केजरीवाल ने फिर से छात्रों को राजनीति में शामिल करने के लिए ASAP संगठन की शुरुआत की है। पहले इसी संगठन को छात्र युवा संघर्ष समिति यानी CYSS के नाम से जाना जाता था। अब इसके नाम के साथ उद्देश्य भी बदले हैं। केजरीवाल का कहना है कि ये संगठन राजनीति की परिभाषा बदलने और देश के लिए काम करने वाले युवाओं को तैयार करेगा।
केजरीवाल की रणनीति युवाओं पर टिकी है
AAP ने अब देशभर के पचास हजार कॉलेजों में पांच लाख देशभक्त युवाओं को जोड़ने का लक्ष्य रखा है। ASAP केवल चुनाव लड़ने तक सीमित नहीं रहेगा बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों के जरिए छात्रों को सक्रिय करेगा। इसमें पार्टी के युवा नेता भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे और नए सिरे से दिल्ली की सियासत में जान फूंकेंगे।
मनीष सिसोदिया की भी जोरदार वापसी
पूर्व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने भी दिल्ली में 10वीं और 12वीं के टॉपर्स से मुलाकात की और उन्हें बधाई दी। इसके साथ ही उन्होंने दिल्ली की मुख्यमंत्री पर हमला बोला और कहा कि सीबीएसई रिजल्ट आए आठ दिन हो गए हैं लेकिन मुख्यमंत्री ने अब तक इन बच्चों को बधाई देना भी जरूरी नहीं समझा। इससे साफ है कि पार्टी के बड़े चेहरे अब एक बार फिर दिल्ली में खुद को सक्रिय कर रहे हैं।