सत्यखबर, जींद: कोविड-19 के फैलाव को रोकने के लिए राज्य सरकार द्वारा ठोस एतिहातिक कदम उठाये जा रहे है, इस दौरान रबी की फसल भी मण्डियों में बिक्री के लिए पहुंच रही है। किसानों को कोई परेशानी न हो, इस उद्देश्य के दृष्टिगत राज्य सरकार ने 26 अप्रैल से मेरी फसल- मेरा ब्यौरा पोर्टल को पुन: शुरू कर दिया है, जिन किसानों ने अब तक इस पोर्टल पर अपनी फसल का पंजीकरण नहीं करवाया था अब ऐसे किसान मौके पर ही फसल का ब्यौरा दर्ज करवाकर अपनी फसल को सहजता से बेच सकेंगे। डीसी डॉ. आदित्य दहिया ने यह जानकारी देते हुए बताया कि जब से यह पोर्टल पुन: शुरू हुआ है, तब से अब तक 269० नये किसान इस पोर्टल पर अपनी फसल का पंजीकरण करवा चुके है। पोर्टल के शुरू होने से किसानों में खुशी की लहर है। उन्होंने बताया कि जींद जिला में अब तक 84 हजार 23० किसान मेरी फसल- मेरा ब्यौरा पोर्टल पर फसलों का पंजीकरण करवा चुके है। डॉ. आदित्य दहिया नरवाना खण्ड के 2० हजार 269, जींद खण्ड के 14 हजार 2०3, अलेवा खण्ड के 749०, जुलाना खण्ड के 9००9, पिल्लूखेड़ा खण्ड के 8 हजार 7०5, सफीदों खण्ड के दस हजार 58 तथा उचाना खण्ड के 14 हजार 496 किसान फसलों का पंजीकरण करवा चुके है। सोमवार के आंकड़े पर नजर डाली जाये तो एक दिन में दोपहर तक 897 किसानों ने एमएफएमबी पोर्टल पर अपनी फसल का ब्यौरा दर्ज करवाया है। उन्होंने बताया कि धीरे- धीरे यह आंकड़ा और बढ़ेगा क्योंकि किसान फसल की कटाई का कार्य तेजी से पूरा कर रहे है, जिससे मण्डियों में गेहूं की आवक और तेजी पकड़ेगी, लाजमी है कि यह आंकड़ा और बढ़ेगा साथ ही उन्होंने कहा कि किसानों को मण्डियों में फसल बेचने में किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं आने दी जायेगी। जिला प्रशासन द्वारा फसल खरीद को लेकर व्यापक प्रबंध सुनिश्चित किये गये है। डीसी ने बताया कि मण्डियों में गेहूं की आवक लगातार बढऩे से उठान कार्य भी साथ- साथ करवाना बहुत आवश्यक है। उन्होंने बताया कि सम्बन्धित एजेसिंयों को निर्देश दिये गये है कि वे गेहूं का उठान कार्य में तेजी लायें ताकि किसानों को यहां फसल उतराने में कोई परेशानी न हो। उन्होंने किसानों से अपील की है कि वे फसल बिक्री के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का भी विशेष ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि फसल बेचने के लिए एक ट्रैक्टर- ट्राली के साथ अधिक्तम दो व्यक्ति ही मण्डियों में पहुंचे, इससे सोशल डिस्टेंसिंग रखी जा सकेगी और कोरोना को हराने में भी कामयाबी मिलेगी।
उन्होंने बताया कि मण्डियों में किसानों की सुविधा के लिए शौचालय, स्वच्छ पेयजल, बिजली समेत अन्य आवश्यक सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा गया है। उन्होंने बताया कि बारदाने इत्यादि की भी कोई कमी नहीं है। उन्होंने मार्किट कमेटी के सचिवों और खरीद एजेंसियों तथा आढ़तियों से कहा कि वे किसानों को कोई परेशानी मण्डियों में न आने दें, अगर फसल खरीद कार्य किसी चीज की कमी महसूस होती है तो इसकी सूचना तुरंत प्रशासन को दें ताकि समय रहते आवश्यक प्रबंध पूर्ण किये जा सके।
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