सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
क्रांतिकारी युवा संगठन ने भारतीय रेलवे के निजीकरण के फैसले के खिलाफ लघु सचिवालय के सामने प्रदर्शन कर रेलमंत्री का पुतला फूंका और एसडीएम को रेल मंत्रालय के नाम ज्ञापन सौंपा। कार्यकत्र्ता रवि ने बताया कि भारतीय रेलवे का निजीकरण करने का जो फैसला लिया गया है, क्रांतिकारी युवा संगठन उसका विरोध करता है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने हाल ही में 109 रूटों पर 151 प्राइवेट पैसेंजर ट्रेन चलाने का फैसला किया है, जोकि एक जनविरोधी फैसला है। रेलवे में बढ़ते निजीकरण का सबसे ज्यादा प्रभाव कामगार आबादी पर पड़ेगा। रेलवे का निजीकरण करने से जहां प्राइवेट मालिकों को मनमाना किराया तय करने की छूट मिलेगी। वहीं आम जनता को सस्ते और टिकाऊ परिवहन साधन से हाथ धोना पड़ेगा। रेलवे विभाग पूरे देश मे सब से ज्यादा रोजगार देने वाला विभाग है और इसमें 13 लाख से भी ज्यादा कर्मचारी कार्यरत हैं। ज्योति ने बताया कि जो विभाग जनता के पैसे से तैयार किया गया था। आज उसे कोडिय़ों के भाव में पूंजीपतियों को मुनाफा कमाने के लिए बेचा जा रहा है। संगठन सरकार से मांग करता है कि सरकार रेलवे के निजीकरण के साथ साथ अन्य जनकल्याण कारी विभागों का भी निजीकरण बन्द करें। इस मौके पर कुलदीप, रवि, राहुल, जनित, परवीन, विक्रम, सलिंद्र, अक्षय, राजू, पवनदीप, राकेश, ज्योति आदि मौजूद रहे।
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