सत्यखबर जींद ( इन्द्रजीत शर्मा ) – सतर्कता विभाग ने शुक्रवार को मत्सय पालन विभाग के फिशरी आफिसर को सब्सिडी की फाइल को अप्रूवल देने की एवज में 15 हजार रुपये रिश्वत लेते लघु सचिवालय पार्क से रंगे हाथों पकड़ा। पुलिस ने भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया है।
गांव राजगढ़ निवासी रविंद्र ने सतर्कता विभाग को दी शिकायत में बताया था कि उसने खेत में दो एकड़ जमीन में मछली पालन के लिए तालाब बनाया हुआ है। सरकार द्वारा मछली पालन पर दी जा रही सब्सिडी का लाभ लेने के लिए उसने मत्सय पालन विभाग में फाइल भेजी हुई है। फाइल को अप्रूवल देने की एवज में फिशरी आफिसर राजेश कुमार वर्मा 20 हजार रुपये की डिमांड कर रहा है। बाद में फाइल अप्रूवल को लेकर सौदा 15 हजार रुपये में तय हो गया। फिशरी आफिसर पिछले छह माह से फाइल पर कुंडली मारे बैठा था। सतर्कता विभाग ने शिकायत के आधार पर छापा मार दल का गठन किया गया। डयूटी मजिस्ट्रेट के तौर पर तहसीलदार प्रवीन कुमार को नियुक्त किया गया। जबकि कार्रवाई को अंजाम देने के लिए निरीक्षक सतबीर सिंह को जिम्मा सौंपा गया। जिसमें उप निरीक्षक कृष्णलाल, बलजीत, एएसआई अनिल कुमार, हवलदार जगबीर को शामिल किया गया।
छापामार दल ने शिकायतकर्ता को 15 हजार रुपये डयूटी मजिस्ट्रेट द्वारा हस्ताक्षरित करा पाउडर लगा कर दे दिए। योजना केमुताबिक शिकायतकर्ता ने फिशरी आफिसर राजेश कुमार वर्मा से संपर्क साधा तो उसने शिकायकर्ता को लघु सचिवालय के पार्क में बुला लिया। जहां पर शिकायतकर्ता रविंद्र ने फिशरी आफिसर राजेश कुमार वर्मा को नोट सौंप दिए। जिसने रिश्वत राशि को अपने पर्स में रख लिया। इशारा मिलते ही छापामार दल ने फिशरी आफिसर राजेश कुमार वर्मा को पकड़ लिया। तालाशी लिए जाने पर उसकी जेब में पर्स से मजिस्ट्रेट द्वारा हस्ताक्षरित तथा पाउडर युक्त नोट बरामद हुए। हाथ धुलाए जाने पर उसके हाथों का रंग लाल हो गया। सतर्कता विभाग ने फिशरी आफिसर राजेश कुमार वर्मा के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है।
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