सत्य खबर, नई दिल्ली । About India’s only women’s group wrestler
अक्षय कुमार की फिल्म ‘मिस्टर एंड मिसेज खिलाड़ी’ तो आपने देखी ही होगी. जूही चावला से शादी के लिए पैसे जुटाने के लिए अक्षय कुमार एक गोल और मोटे सूमो पहलवान से लड़ते हैं. ‘ जापानी कुश्ती को कहा जाता है, जिसमें बड़े-बड़े साइज के खिलाड़ी रिंग में एक-दूसरे को चुनौती देते हैं. हालांकि फिल्म में जिस तरह रिंग में अक्षय को लड़ते दिखाया गया था, असल जिंदगी में ये खेल बिल्कुल उसके उलट है. क्या आप जानते हैं कि भारत का सूमो खिलाड़ी कौन है? अगर नहीं जानते तो आज जरूर जान जाएंगे. बहुत कम लोगों को पता है कि भारत की इकलौती महिला सूमो पहलवान का नाम हेतल दवे (Hetal Dave) है, जिन्होंने कई अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर विदेशी पहलवानों को धूल चटाई है. हेतल दवे के स्ट्रगल और उनकी उपलब्धियों पर अब एक बायोपिक भी बनने जा रही है.
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हेतल देव पर बन रही है बायोपिक
भारतीय खिलाड़ी आज हर खेल में अपने देश का नाम रोशन कर रहे हैं, उन्हीं में से एक हेतल दवे भी हैं. ‘सूमो दीदी’ नाम की अपकमिंग बायोपिक भारत की एकमात्र पेशेवर महिला सूमो पहलवान हेतल दवे की कहानी बताएगी जाएगी. फिल्म में हेतल दवे का किरदार एक्ट्रेस श्रीयम भगनानी निभा रही हैं. ‘सूमो दीदी’ को जयंत रोहतगी डायरेक्टर कर रहे हैं, जिसमें श्रीयम के अलावा नितेश पांडे, चैतन्य शर्मा और राघव धीर भी नजर आएंगे. ‘सूमो दीदी’ टीजर रिलीज कर दिया गया है, जो सोशल मीडिया पर खूब धूम मचा रहा है. टीजर सामने आने के बाद अब हर कोई सूमो पहलवान हेतल दवे के बारे में गूगल पर सर्च कर रहा है.
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कौन हैं हेतल देव ?
हेतल दवे ने भारत की पहली और एकमात्र महिला सूमो पहलवान के रूप में इतिहास बनाया और 2008 में, उन्होंने लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्डस में भी जगह बनाई. उसने पोलैंड, फिनलैंड, एस्टोनिया और ताइवान सहित विभिन्न अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारत का प्रतिनिधित्व किया है. 2009 के विश्व खेलों में, वह महिलाओं के मिडलवेट वर्ग में पांचवें स्थान पर रहीं. सूमो रेसलिंग भारत में मान्यता प्राप्त खेलों में नहीं है, फिर भी दवे ने कई प्रतियोगिताओं में भारत का प्रतिनिधित्व किया है, और दुनिया की 150 निडर महिलाओं में अपना नाम दर्ज कराया है.
हेतल देव का जन्म राजस्थान के कट्टर ब्राह्मण परिवार में हुआ था, वो बचपन से ही जैकी चैन की बहुत बड़ी फैन रहीं हैं. गुड्डे-गुड्डियों के साथ खेलने और कार्टून देखने की उम्र में ही हेतल देव ने जैकी चैन की फिल्में देख कर बड़ी हुईं और उनके जैसे स्टंट करना का सपना देखने लगी थीं. अपने इसी शौक के चलते महज 5 साल की उम्र में हेतल ने जूडो, कराटे और मार्शल अर्टस की क्लासेस लगाना शुरू कर दिया. इसी दौरान उन्होंने सूमो पहलवान बनने का भी मन बना लिया था. स्पोर्टस के प्रति हेतल के जुनन को देखकर उसके पिता ने भी उन्हें सपोर्ट किया और हेतल को टूर्नामेंट्स में भेजना शुरू कर दिया. देखते ही देखते हेतल ने सिर्फ सात साल की उम्र में अपना पहला टूर्नामेंट खेला.
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हेतल देव का किरदान निभाने पर श्रीयम ने क्या कहा?
श्रीयम भगनानी ने हेतल दवे का किरदार निभाने को बड़ा सम्मान करार दिया है. उन्होंने कहा, ‘इस भूमिका के लिए तैयारी करना सम्मान की तरह रहा है, और मैं इस तरह के एक साहसी और प्रभावशाली व्यक्ति को पर्दे पर लाने के अवसर के लिए आभारी हूं. मुझे उम्मीद है कि हमारी फिल्म हर उम्र की महिलाओं को अपने सपनों का पीछा करने और कभी हार न मानने के लिए प्रेरित करेगी, चाहे वे कितनी भी चुनौतियों का सामना करें.’
श्रीयम ने आगे कहा, ‘मेरे लिए, यह एक शानदार शुरूआत है, और मैं उस महत्वपूर्ण जिम्मेदारी को पहचानती हूं जो मैं कर रही हूं. एक वास्तविक जीवन पर आधारित बायोपिक के रूप में, मैं हेतल मैम की यात्रा को सूमो दीदी में सटीक रूप से चित्रित करना अपनी सबसे बड़ी जिम्मेदारी मानती हूं. फिल्म में अपने परफॉर्मेंस के माध्यम से उनकी कहानी के साथ न्याय करना मेरी इच्छा है.’ श्रीयम भूमिका में खुद को ढालने के लिए कई महीनों तक फिजिकल ट्रेनिंग से गुजरी, सेलिब्रिटी ट्रेनर साहिल रशीद के साथ मिलकर मसल्स और अपने एथलेटिक्स को बढ़ाया. अधिक प्रामाणिक रूप प्राप्त करने के लिए एक्ट्रेस ने काफी मात्रा में वजन भी बढ़ाया है. जियो स्टूडियोज द्वारा निर्मित यह फिल्म जल्द ही रिलीज होगी. About India’s only women’s group wrestler
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