अमृतसर में CP दफ्तर पर न्याय के लिए 4 दिनों से धरने पर बैठी पीड़ित महिला वकील। आप सरकार मौन ??
सत्य ख़बर, चण्डीगढ़,सतीश भारद्वाज :
पंजाब की आम आदमी पार्टी की सरकार महिलाओं पर हो रहे ज़ुल्म, अत्याचार, बदसलूकी,रेप व छेड़छाड़ जैसे संगीन मामलों को लेकर गंभीर नजर नहीं आ रही है। जिसको लेकर महिलाओं में सीएम भगवंत मान के प्रति दिनों दिन रोष व्याप्त हो रहा है। वहीं आम आदमी पार्टी की भी जमकर किरकिरी हो रही है। इसी बात से दुखी होकर एक महिला वकील पिछले तीन दिनों से अमृतसर सीपी दफ्तर के बाहर धरने पर बैठी हुई है, जिसकी कोई सुध नहीं ले रहें हैं।
सुत्रो से मिली जानकारी के अनुसार गुरुग्राम में प्रैक्टिस कर चुकी पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट की महिला वकील जो मूल रूप से अमृतसर की रहने वाली है,ने सोशल मीडिया पर उसकी वीडियो वायरल कर छवि खराब करने वाली एक महिला यूट्यूबर के खिलाफ पुलिस द्वारा कार्रवाई न करने पर न्याय के लिए सीपी दफ्तर के बाहर धरने पर बैठ कर यूट्यूबर पर कार्रवाई करने की मांग कर रही है। जिसकी शिकायत पीड़ित महिला वकील ने करीब छह-सात महीने पहले पुलिस विभाग में दे रखी है। लेकिन पुलिस विभाग आरोपियों पर कार्रवाई करने की बजाय उनसे साजबाज हो गई है। पीड़िता के साथ पंजाब, हरियाणा के गुरुग्राम , चण्डीगढ़ तथा दिल्ली में भी बदसलूकी, धमकी और हमलें हो चुकें हैं। जिनकी दर्जनों शिकायतें भी प्रशासन सहित बार काउंसिल पंजाब एवं हरियाणा,बार एसोसिएशन पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट , बीसीआई तथा सीजेआई को मेल तथा व्यक्तिगत मिलकर दे चुकी है। लेकिन आरोपी भी इसी पेशे से जुड़े होने तथा रसूखदार होने से सभी जांच अधिकारी उनके आगे नतमस्तक हो रहे हैं। यहां तक कि बार काउंसिल भी उनपर जमकर अत्याचार कर रहे हैं। बार-बार उनको फर्जी शिकायत पर नोटिस देकर अपमानित कर रहे हैं। वहीं उसको ना तो हाईकोर्ट के बार रूम में बैठने दिया जा रहा है और ना ही सार्वजनिक शौचालय में जाने दिया जा रहा है। यहां तक कि उसपर अवैध निगरानी रखी जा रही है। पीड़ित महिला वकील ने अपने फेसबुक एकाउंट पर बार काउंसिल अध्यक्ष अशोक सिंगला, पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के वकील सुवीर सिंधु, विकास मलिक सहित कई अन्य पर प्रताड़ित करने के आरोप लगाकर न्यायालय में भी केस डाले हुए हैं। वहीं अमृतसर पुलिस पर भी नौकरी में लापरवाही बरतने पर धारा 166 के तहत केस दायर कर रखे हैं, जिसमें उसके ऊपर समझौता करने का दबाव बनाया जा रहा है। पीड़ित वकील ने बार काउंसिल और बार एसोसिएशन में हो रहे भ्रष्टाचार को भी उजागर किया था। जिसपर कुछ वकीलों के नाम उजागर होने से वे वकील उसको और प्रताड़ित करने लग गए। यहां तक कि उसको न्याय के मन्दिर में न्यायपालिका की गरिमा को तार तार करके सभी नियम और कानून को धता बताते हुए अपनी सभी सीमाएं पार कर चुके हैं। जोकि एक महिला वकील के लिए बहुत बड़ी विडम्बना है। कि लोगों को न्याय दिलाने के लिए खड़ी रहने वाली वकील स्वयं ही न्याय के लिए दर-दर की ठोकरे खा रही हैं। वहीं पीड़ित महिला वकील के साथ कुछ भी अनहोनी होने के स्पष्ट आसान नजर आ रहे हैं। वहीं न्यायपालिका पर भी सवालिया निशान खड़े हो रहे है।
जब इस मामले पर इस पत्रकार ने बार काउंसिल के अध्यक्ष अशोक सिंगला, सुवीर सिंधु, रणवीर ढाका, तथा अमृतसर सीपी के रीडर तरसेम सिंह ,डीसी के पीएं सौरभ कोहली से उनके मोबाइल पर बात की गई तो उन्होंने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। वहीं जिला उपायुक्त से सम्पर्क किया तो उन्होंने फोन ही नहीं उठाया। वहीं आप पार्टी के क्षेत्रीय विधायक डाक्टर जसबीर सिंधु से उनके मोबाइल पर बात करने चाही तो उनका फोन बंद मिला तथा रिटायर आईपीएस अधिकारी एवं विधायक कुंवर प्रताप सिंह से फोन किया तो उन्होंने फोन ही नहीं उठाया।