Air Marshal Ashutosh Dixit का बड़ा खुलासा! ऑपरेशन सिंदूर में कौन सी तकनीक बनी सबसे बड़ा हथियार

Air Marshal Ashutosh Dixit ने बुधवार को सर्विलांस और इलेक्ट्रो-ऑप्टिक सिस्टम्स की रणनीतिक भूमिका पर बात की। उन्होंने बताया कि कैसे ऑपरेशन सिंदूर में नई तकनीकों और आधुनिक हथियारों ने जीत सुनिश्चित की। उन्होंने कहा कि जो पहले देखता है जो दूर तक देखता है और जो सबसे सटीक देखता है वही युद्ध में विजयी होता है।
आधुनिक युद्ध में बदलते नियम
उन्होंने बताया कि आज के युद्धों में फ्रंट लाइन जैसी बातें अब उतनी मायने नहीं रखतीं। अब जब ब्रह्मोस और स्कैल्प जैसे हथियार सैकड़ों किलोमीटर दूर से लक्ष्य पर सटीक हमला कर सकते हैं तो आगे कौन है पीछे कौन है यह मायने नहीं रखता। इसने युद्ध के पारंपरिक नियमों को ही बदल डाला है।
#WATCH | Delhi | Air Marshal Ashutosh Dixit says, "…When we look at global conflicts commencing from Armenia-Azerbaijan to Russia-Ukraine and Israel-Hamas, and to our own experience in #OperationSindoor, one truth emerges with crystal clarity – the side that sees first, sees… pic.twitter.com/p6wDUTv8YH
— ANI (@ANI) June 11, 2025
स्पेस आधारित निगरानी की बढ़ती ताकत
एयर मार्शल दीक्षित ने अंतरिक्ष में निगरानी प्रणाली की अहमियत पर भी जोर दिया। उन्होंने बताया कि अगले साल भारत 52 नए सैटेलाइट लॉन्च करने जा रहा है जिनमें से 31 निजी कंपनियों द्वारा बनाए जा रहे हैं। यह दिखाता है कि भारत अब अंतरिक्ष युद्ध की दिशा में तेजी से बढ़ रहा है।
ऑपरेशन सिंदूर की पृष्ठभूमि
22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हमला हुआ जिसमें आतंकियों ने धर्म पूछकर लोगों को मार डाला। 26 लोगों की जान चली गई। इसके बाद भारत ने पाकिस्तान को सख्त संदेश देने के लिए सिंधु जल संधि निलंबित कर दी और 7 मई की रात ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया।
#WATCH | Delhi | Air Marshal Ashutosh Dixit says, "The lessons from #OperationSindoor have reinforced what military strategists have long understood but perhaps not fully appreciated until now. Modern warfare, thanks to technology, has fundamentally altered the relationship… pic.twitter.com/vMQKre1RbJ
— ANI (@ANI) June 11, 2025
सर्जिकल स्ट्राइक से पाकिस्तान को करारा जवाब
ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को तबाह किया। पाकिस्तान ने जवाब देने की नाकाम कोशिश की लेकिन भारत ने पूरी ताकत से उसका जवाब दिया। अंततः 10 मई को दोनों देशों के बीच संघर्षविराम हुआ जिससे यह साबित हो गया कि भारत अब किसी भी हमले का जवाब तुरंत और सटीक देता है।