Assam: ढाबे से पकड़ी गई करोड़ों की छिपकलियां और खुला तस्करी का राज! जानिए काला सच

Assam: असम के डिब्रूगढ़ जिले में पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन तस्करों को गिरफ्तार किया और उनके पास से दुर्लभ प्रजाति की ग्यारह टोकै गेको छिपकलियां बरामद कीं। ये छिपकलियां काफी महंगी मानी जाती हैं और अंतरराष्ट्रीय बाजार में इनकी भारी मांग है।
भारत में पूरी तरह बैन है इन छिपकलियों की तस्करी
टोकै गेको छिपकलियों की भारत से बाहर निकासी पूरी तरह प्रतिबंधित है। इनकी संख्या बहुत कम है और इन्हें वाइल्डलाइफ प्रोटेक्शन एक्ट 1972 के तहत संरक्षित प्रजातियों में शामिल किया गया है। इस कानून के तहत तस्करी करने पर सात साल तक की जेल हो सकती है।
₹60 lakhs + for a lizard? Not on our watch.
Acting on intel from @WJCommission South Asia, @STFAssam & @dibrugarhpolice rescued 11 Tokay Geckos from traffickers, 3 persons have been arrested & vehicles seized.
The Geckos will be released back into the wild. pic.twitter.com/6L6bcWLLGK
— Assam Police (@assampolice) April 11, 2025
अरुणाचल से लाकर बेचने की थी योजना
पूछताछ के दौरान पकड़े गए तस्करों ने बताया कि ये छिपकलियां उन्होंने अरुणाचल प्रदेश से इकट्ठा की थीं और उन्हें एक लाख रुपये प्रति छिपकली बेचने की योजना थी। इससे साफ है कि ये लोग इस तस्करी को एक बड़ा व्यापार बनाना चाहते थे।
गुप्त सूचना पर STF और पुलिस की जॉइंट रेड
पुलिस को जब इस तस्करी की गुप्त जानकारी मिली तो स्पेशल टास्क फोर्स और डिब्रूगढ़ पुलिस की संयुक्त टीम ने मोहानबाड़ी इलाके के एक ढाबे पर जाल बिछाया। ढाबे में दो लोग कार से और एक बाइक से पहुंचे और तभी रेड कर सभी को रंगे हाथों पकड़ लिया गया।
गिरफ्तार तस्करों की पहचान हो चुकी है
गिरफ्तार किए गए तस्करों की पहचान देबाशीष दोहुटिया उम्र 34 साल, मानश दोहुटिया उम्र 28 साल और दीपांकर घरफालिया उम्र 40 साल के रूप में हुई है। सभी आरोपी अब पुलिस की हिरासत में हैं और इनसे आगे की पूछताछ की जा रही है ताकि नेटवर्क का और खुलासा हो सके।