विधानसभा चुनाव 2024,आचार संहिता की पालना गंभीरता से की जाएगी सुनिश्चित,केवल दफ्तरों में बैठकर चर्चाएं।
सत्य ख़बर,गुरुग्राम, सतीश भारद्वाज:
नगर निगम गुरुग्राम के अतिरिक्त आयुक्त एवं एमसीसी नोडल अधिकारी डा. बलप्रीत सिंह ने कहा कि हरियाणा विधानसभा चुनाव के चलते जिला में लागू आदर्श आचार संहिता की पालना गंभीरता से सुनिश्चित की जाएगी। इसके तहत सार्वजनिक स्थानों, मुख्य सडक़ों सहित अंदरूनी सडक़ों व गलियों में लगे राजनीतिक दलों के होर्डिंग, बैनर, स्टिकर व वॉल पेंटिंग को हटाने के लिए और भी तेज गति से कार्य किया जाए।
डा. सिंह ने उक्त बात शुक्रवार को अपने कार्यालय में आदर्श आचार संहिता की पालना को लेकर आयोजित बैठक में कही। उन्होंने बैठक में उपस्थित आरटीए कार्यालय के अधिकारियों से कहा कि जिला में चल रहे सभी ऑटो रिक्शा व अन्य वाहनों पर लगी प्रचार सामग्री को अगले 2-3 दिन में हटवाना सुनिश्चित करें। इसके बाद अगर किसी वाहन पर प्रचार सामग्री लगी हुई पाई जाती है, तो संबंधित वाहन को जब्त करने के साथ ही एफआईआर दर्ज करवाएं।
अतिरिक्त निगमायुक्त ने कहा कि सी-विजिल एप व सोशल मीडिया सहित अन्य माध्यमों से आदर्श आचार संहिता उल्लंघन से संबंधित शिकायतों पर प्राथमिकता से त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जाए तथा की गई कार्रवाई के बारे में शिकायतकर्ता, उपायुक्त व चुनाव आयोग को सूचित किया जाए। उन्होंने कहा कि जल्द ही जिला प्रशासन व चुनाव आयोग से जुड़े अधिकारी क्षेत्र का दौरा करेंगे तथा इस दौरान अगर किसी क्षेत्र में आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन पाया जाता है, तो उस क्षेत्र के संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। सभी संबंधित अधिकारी यह सुनिश्चित कर लें कि उनके अधिकार क्षेत्र में आदर्श आचार संहिता की पालना गंभीरता से सुनिश्चित हो।
बैठक में नगर निगम मानेसर के अतिरिक्त आयुक्त जितेन्द्र कुमार, नगर निगम गुरुग्राम के संयुक्त आयुक्त प्रदीप कुमार, सुमन भांखड व अखिलेश यादव सहित नगर परिषद सोहना व पटौदी मंडी, नगर पालिका फरुखनगर, आरटीए तथा पंचायत विभाग के अधिकारीगण उपस्थित थे।
वहीं जिले में यह भी चर्चा है कि अधिकारी केवल दफ्तर में बैठकर ही सरकारी प्रेस नोट जारी कर वाहवाही लूट रहे हैं, धरातल पर कोई कहीं पर भी कोई कार्य नहीं हो रहा पूरे जिले पर में छुट भैया नेताओं के होर्डिंग्स सरकारी संपत्ति,प्राइवेट सोसायटी, पंचायत भवनों, बिजली के खम्भों पर व यातायात दिशा निर्देशों के बोर्ड पर भी सरेआम देखे जा सकते हैं। वहीं नगर निगम के निर्वातमान पार्षदों ने भी सरकारी जमीन पर बने दफ्तरों को राजनीति का अखाड़ा बना रखा है, जहां पर सुबह से शाम तक है सामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है। और रात भर शराब का जशन चलता रहता है। शिकायत के बाद भी निगम अधिकारी मौन बने हुए हैं।