इन 3 सीटों की वजह से राहुल-अखिलेश की राहें हुईं जुदा?
सत्य खबर/नई दिल्ली:
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा फिलहाल उत्तर प्रदेश में है, जहां सबसे ज्यादा लोकसभा सीटें हैं. इस बीच इंडिया अलायंस को बड़ा झटका लगा है. दोनों पार्टियों के बीच सीट बंटवारे पर बात नहीं बन पाई. माना जा रहा था कि अखिलेश यादव राहुल गांधी के साथ उनके अमेठी या रायबरेली दौरे में शामिल हो सकते हैं, लेकिन अब सपा प्रमुख इस दौरे में शामिल नहीं होंगे.
पहले खुद अखिलेश यादव ने कहा था कि वह इस यात्रा में रायबरेली या अमेठी में हिस्सा लेंगे, लेकिन सीट बंटवारे पर सहमति न बन पाने के कारण वह यात्रा का हिस्सा नहीं बने. इससे पहले अखिलेश यादव ने साफ कहा था कि अगर कांग्रेस के साथ सीट बंटवारे पर बात नहीं बनी तो समाजवादी पार्टी राहुल गांधी के साथ रायबरेली दौरे में शामिल नहीं होगी.
अखिलेश यादव ने 17 सीटों का ऑफर दिया
अखिलेश यादव की पार्टी ने कांग्रेस को पहले 11 और फिर 17 लोकसभा सीटों का ऑफर दिया था, जबकि कांग्रेस 20 सीटों की मांग कर रही थी. सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस और सपा नेताओं के बीच सोमवार (20 फरवरी) देर रात तक बातचीत होती रही, लेकिन सीटों पर सहमति नहीं बन पाई.
भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर असर
सीट बंटवारे का मुद्दा अब न सिर्फ दोनों पार्टियों के रिश्तों पर असर डाल रहा है, बल्कि इसका असर भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर भी दिख रहा है. दरअसल, राहुल गांधी के दौरे के दौरान दोनों नेताओं का एक साथ आना जनता के सामने एकजुटता के मौके के तौर पर देखा जा रहा था.
मुरादाबाद-बलिया सीट देने को तैयार नहीं सपा!
दोनों पार्टियों के बीच कुछ सीटों को लेकर खींचतान चल रही है. जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस मुरादाबाद और बलिया की सीटें भी मांग रही थी, जबकि समाजवादी पार्टी ये सीटें कांग्रेस को देने को तैयार नहीं है. माना जा रहा है कि सपा मुरादाबाद सीट को लेकर किसी भी तरह का समझौता नहीं करना चाहती थी.
कांग्रेस भी बिजनौर सीट चाह रही थी
इसके अलावा कांग्रेस बिजनौर सीट भी चाहती थी. सपा यह सीट भी छोड़ने को तैयार नहीं थी. बात बनते-बनते इन तीन सीटों पर ही अटक गई.