Bengaluru Stampede: RCB स्टांपीड केस में बड़ी गिरफ़्तारी! सीएम ने क्यों हटाया अपना सबसे भरोसेमंद सलाहकार

Bengaluru Stampede: बेंगलुरु भगदड़ मामले में पुलिस ने अब तक आरसीबी के मार्केटिंग हेड और इवेंट मैनेजमेंट कंपनी के तीन कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया है। कोर्ट ने इन चारों आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इस घटना ने पूरे राज्य में हलचल मचा दी है और जांच तेजी से आगे बढ़ रही है।
सीएम के सलाहकार गोविंदराज को हटाया गया पद से
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने अपने राजनीतिक सलाहकार के एस गोविंदराज को उनके पद से हटा दिया है। सूत्रों के अनुसार गोविंदराज ने सीएम को इस कार्यक्रम में शामिल होने की सलाह दी थी। बुधवार को घटना से कुछ घंटे पहले सीएम निवास में हुई बैठक में गोविंदराज ने जोर देकर कहा था कि आरसीबी के कार्यक्रम को मंजूरी दी जाए और सीएम वहां उपस्थित रहें।
क्रिकेट एसोसिएशन के दो बड़े अधिकारियों का इस्तीफा
कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन यानी केएससीए के सचिव ए शंकर और कोषाध्यक्ष ई एस जयराम ने इस घटना के बाद अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है। यह कदम इसलिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि आयोजकों की ओर से कार्यक्रम में भारी अव्यवस्था देखी गई थी और इन अधिकारियों की भूमिका पर सवाल उठे थे।
सरकार ने तेज की कार्रवाई और किए तबादले
सिद्धारमैया सरकार ने इस मामले में प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है। बेंगलुरु एडीजीपी इंटेलिजेंस हेमंत एम निंबालकर को खुफिया नाकामी के चलते उनके पद से हटा दिया गया है। वहीं इस केस में तीसरी एफआईआर दर्ज हो चुकी है जो कि एक 21 वर्षीय युवक वेंकट ने कराई है। उन्होंने आरसीबी टीम इवेंट कंपनी और क्रिकेट एसोसिएशन पर आरोप लगाए हैं।
गुमराह करने वाली जानकारी बनी भगदड़ की वजह
सोशल मीडिया पर चिन्नास्वामी स्टेडियम में आरसीबी की जीत का जश्न देखने के लिए फ्री एंट्री की जानकारी फैलाई गई थी जो बाद में झूठी निकली। इस गलत जानकारी की वजह से भारी भीड़ इकट्ठा हो गई और भगदड़ मच गई जिसमें कम से कम 11 लोगों की जान चली गई और कई गंभीर रूप से घायल हो गए। अब सवाल उठ रहे हैं कि इस लापरवाही के पीछे कौन जिम्मेदार है।