Asaduddin Owaisi का बड़ा बयान! मुसलमान बस नागरिक बनना चाहते हैं वोटर नहीं

Asaduddin Owaisi: एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी अपनी बेबाकी के लिए जाने जाते हैं। वे लगातार मुस्लिम समुदाय के हितों की बात करते रहते हैं। ओवैसी ने कहा कि मुसलमान सिर्फ वोटर बनना नहीं चाहते बल्कि भारत के विकास में योगदान देना चाहते हैं। उनका कहना है कि हमारी लड़ाई वोटर बनने की नहीं बल्कि नागरिक बनने की है।
मुसलमानों के अधिकार और सरकार की सोच
ओवैसी ने कहा कि हम अपने अधिकारों के साथ नागरिक बनना चाहते हैं लेकिन सरकारें चाहती हैं कि हम केवल वोट डालें और घर चले जाएं। वे जो वर्षों से हमारा शासन कर रहे हैं उनके कारण यह हाल है। वे यह मानते हैं कि मुसलमानों को वोटर से ऊपर उठकर नागरिक के रूप में सम्मान मिलना चाहिए।
VIDEO | AIMIM president Asaduddin Owaisi (@asadowaisi), in an exclusive interview by PTI CEO & Editor-in-Chief Vijay Joshi, says, “Muslims don't just want to be voters, but want to contribute to India's growth”.
"There is a difference. Our fight is to become a citizen and not a… pic.twitter.com/rvNh7dbUh7
— Press Trust of India (@PTI_News) May 18, 2025
सड़क पर नमाज़ पर यूपी सरकार का ब्यान
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सड़क पर नमाज़ पर प्रतिबंध को लेकर ओवैसी ने कहा कि कांवड़ यात्रा क्या है। हर धर्म अपनी यात्राएं सड़कों पर निकालता है। आप कांवड़ यात्रियों पर फूल बरसाते हैं। यदि आप दूसरों को स्वीकार करते हैं तो नमाज़ को भी स्वीकार करें। हर धर्म को समान सम्मान मिलना चाहिए।
कश्मीरी छात्रों पर हमले न हों
पाहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर ओवैसी ने कहा कि कश्मीरी मुसलमानों ने इस हमले की कड़ी निंदा की है। यह सरकार के लिए ऐतिहासिक मौका है। प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को इस मौके का सही उपयोग करना चाहिए। कश्मीरी लोगों को उनके अधिकार मिलने चाहिए।
VIDEO | AIMIM chief Asaduddin Owaisi (@asadowaisi), in an exclusive interview conducted by PTI CEO & Editor-in-Chief Vijay Joshi, questions the Uttar Pradesh government on banning Namaz on roads. He asks, "What about the Kanwar Yatra? Every religion conducts its yatras on roads.… pic.twitter.com/SCHxsvZDW1
— Press Trust of India (@PTI_News) May 18, 2025
पाकिस्तान के साथ संघर्ष और कश्मीरियों का सम्मान
ओवैसी ने कहा कि पाकिस्तान का मुकाबला जरूर होना चाहिए लेकिन साथ ही कश्मीरी लोगों को भी स्वीकार करना होगा। कश्मीरियों के साथ किसी भी तरह के भेदभाव या हमले देश के हित में नहीं हैं। कश्मीरी छात्रों पर देश के अन्य हिस्सों में हमले नहीं होने चाहिए।