Bomb threat: दिवाली से पहले मंदिरों पर आतंकी हमलों का खतरा, सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट
Bomb threat: जैसे-जैसे दिवाली का पर्व नजदीक आ रहा है, पूरे देश में सुरक्षा एजेंसियों में चिंता का माहौल है। त्योहार के इस मौके पर आतंकवादियों के संभावित लक्ष्यों में अयोध्या का राम मंदिर, उज्जैन का महाकाल मंदिर और तिरुपति का इस्कॉन मंदिर शामिल हैं। पुलिस को ईमेल और पत्रों के माध्यम से इन मंदिरों पर आतंकवादी हमले की धमकियां मिली हैं, जिसके चलते सुरक्षा व्यवस्था को और भी कड़ा किया गया है।
अयोध्या में सुरक्षा चाक-चौबंद
अयोध्या में दीपोत्सव का कार्यक्रम दो दिनों में है, जहां भगवान रामलला 500 साल बाद अपने घर में दीपावली मनाने जा रहे हैं। इस बार रामलला का दीपावली मनाना एक ऐतिहासिक पल होगा, जिसे देखने के लिए दुनिया भर से भक्त अयोध्या पहुंच रहे हैं। लाखों लोग इस भव्य दीपोत्सव का गवाह बनेंगे, जिसके लिए अंतिम क्षणों की तैयारियां चल रही हैं। हालांकि, इस भव्य कार्यक्रम के बीच सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ी हुई है, क्योंकि देशभर में मंदिरों को मिल रही धमकियों के चलते सुरक्षा का तंत्र कड़ा किया गया है।
संदिग्ध की गिरफ्तारी और विस्फोटकों की बरामदगी
इसी बीच, अयोध्या पुलिस ने रफीक नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जिसके पास से बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामग्री बरामद हुई है। हालांकि, यह विस्फोटक आमतौर पर पटाखों के निर्माण में इस्तेमाल होते हैं, फिर भी सुरक्षा एजेंसियां किसी भी मामले को हल्के में नहीं ले रही हैं। इस वजह से दीपोत्सव से पहले अयोध्या की सुरक्षा और भी कड़ी कर दी गई है। पुलिस, पीएसी, यूपी एटीएस, यूपी एसटीएफ, विशेष कमांडो बल और पैरामिलिटरी फोर्स के जवान हर नुक्कड़ पर तैनात हैं।
महाकाल मंदिर में आतंकी हमले का खतरा
अयोध्या की तरह ही उज्जैन के महाकाल मंदिर की सुरक्षा भी बढ़ाई गई है। यहां महाकाल मंदिर को 30 अक्टूबर और 2 नवंबर को उड़ाने की धमकी मिली है। यह धमकी एक पत्र के माध्यम से भेजी गई है, जिसमें भेजने वाले ने खुद को जैश-ए-मोहम्मद का क्षेत्र कमांडर बताया है। इस खतरे के चलते महाकाल मंदिर की सुरक्षा को और मजबूत किया गया है, और मंदिर के हर कोने की निगरानी की जा रही है।
तिरुपति में इस्कॉन मंदिर को मिली धमकी
तिरुपति के तिरुमाला देवस्थानम को भी लगातार आतंकवादी हमलों की धमकियां मिल रही हैं। हाल ही में एक ईमेल के माध्यम से इस्कॉन मंदिर को उड़ाने की धमकी मिली है, जिसमें भेजने वाले ने कहा है कि आईएसआईएस आतंकवादी मंदिर को उड़ाने वाले हैं। मंदिर प्रशासन ने तुरंत पुलिस को सूचित किया, जिसके बाद तिरुपति पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और मंदिर की सुरक्षा की जांच की। स्थानीय पुलिस ने बम दस्ते और डॉग स्क्वाड को बुलाकर विस्फोटकों की जांच की, लेकिन मंदिर परिसर से कोई संदिग्ध सामग्री नहीं मिली।
पुलिस की सजगता और जांच का क्रम
तिरुपति में पिछले 3-4 दिनों में होटलों, मंदिरों और एयरपोर्ट पर धमकी भरे ईमेल मिल रहे हैं, जिसके बाद पुलिस ने जांच अभियान चलाया, लेकिन जांच में कोई संदिग्ध सामग्री नहीं मिली। यात्रियों और भक्तों को घबराने की आवश्यकता नहीं है। जांच के दौरान कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला है, लेकिन पुलिस उन ईमेल की जांच कर रही है जो मिले हैं।
सुरक्षा एजेंसियों की सजगता
इन धमकियों के चलते सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह से अलर्ट हैं और उन लोगों की पहचान करने में जुटी हुई हैं, जो धमकी भरे ईमेल और पत्र भेज रहे हैं। एक छोटी सी चूक भी एक बड़े आतंकवादी हमले का कारण बन सकती है, इसलिए सुरक्षा तंत्र को पूरी सजगता से काम करना होगा।
इस प्रकार की धमकियों से यह स्पष्ट है कि त्योहारों के समय सुरक्षा का ध्यान रखना कितना महत्वपूर्ण है। प्रशासन को चाहिए कि वह सभी आवश्यक कदम उठाए ताकि भक्तों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके और इस दौरान कोई भी अनहोनी न हो। हम सभी को चाहिए कि हम सुरक्षा उपायों का पालन करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत अधिकारियों को दें।
इस सुरक्षा के तंत्र के साथ, हम सभी मिलकर इस दिवाली को एक सुरक्षित और सुखद अनुभव बना सकते हैं। सभी भक्तों की सुरक्षा सुनिश्चित करना सबसे महत्वपूर्ण है, ताकि वे भगवान के दरबार में बिना किसी भय के अपनी पूजा-अर्चना कर सकें।