बसपा सांसद संगीता आजाद का भाजपा में शामिल होना तय
स्तय खबर / लखनऊ:
लोकसभा चुनाव से पहले सभी राजनीतिक दलों में उठापटक का दौर जारी है. चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता सुरक्षित ठिकानों की तलाश में हैं. ऐसे में बसपा प्रमुख मायावती को भी जल्द ही बड़ा झटका लग सकता है. लालगंज लोकसभा सीट से पार्टी की सांसद संगीता आजाद जल्द ही हाथी की सवारी छोड़कर बीजेपी में शामिल हो सकती हैं. जानकार सूत्रों का कहना है कि केंद्रीय नेतृत्व से हरी झंडी मिलने के बाद सीमा भगवा खेमे का हिस्सा बन सकती हैं. उनके साथ उनके पति और पूर्व बीएसपी विधायक अरिमर्दन सिंह का भी बीजेपी में शामिल होना तय माना जा रहा है.
पीएम मोदी और योगी से मुलाकात की है
हाल के दिनों में संगीता आज़ाद बसपा संबंधी गतिविधियों से पूरी तरह कट गई हैं. पिछले तीन महीने के दौरान उन्होंने बसपा से जुड़े किसी भी सार्वजनिक कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लिया है. उधर, बीजेपी नेताओं से उनकी मेल मुलाकातें जारी हैं. दिसंबर के आखिरी हफ्ते में संगीता आजाद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी. प्रधानमंत्री से इस मुलाकात के बाद संगीता आजाद के जल्द ही बीजेपी में शामिल होने की चर्चाएं सुनने को मिलीं.
पिछले महीने के अंत में उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मुलाकात की थी. हाल के दिनों में उन्होंने कई केंद्रीय मंत्रियों और प्रदेश स्तर के बीजेपी नेताओं से भी मुलाकात की है. इन मुलाकातों के बाद उनका बीजेपी में शामिल होना तय माना जा रहा है. वह कई मौकों पर सार्वजनिक मंचों से बीजेपी की नीतियों की खुलकर तारीफ भी कर चुकी हैं.
पूर्वांचल के मशहूर राजनीतिक परिवार से रिश्ता
बसपा सांसद संगीता आजाद पूर्वाचल के मशहूर राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखती हैं। उनके ससुर गांधी आज़ाद पूर्वांचल की राजनीति में एक जाना-माना चेहरा रहे हैं और उनकी गिनती बसपा के संस्थापक सदस्यों में होती रही है। वह राज्यसभा सदस्य होने के अलावा बसपा के राष्ट्रीय महासचिव भी रह चुके हैं। उनके परिवार की पूर्वांचल की राजनीति में दलितों पर मजबूत पकड़ मानी जाती है.
संगीता आजाद की सास मीरा आजाद दो बार जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी हैं। संगीता के पति अरिमर्दन आजाद लालगंज विधानसभा क्षेत्र से बसपा विधायक रह चुके हैं। संगीता आजाद के बीजेपी में शामिल होने के साथ ही अरिमर्दन आजाद का भी बीजेपी में शामिल होना तय है. ऐसे में अरिमर्दन और संगीता के बीएसपी से इस्तीफे से पार्टी को पूर्वांचल में बड़ा झटका लगेगा.
पीएम मोदी और योगी की नीतियों के प्रशंसक
हालांकि, संगीता आजाद ने अभी तक खुलकर बीजेपी में शामिल होने की बात नहीं कही है. हालांकि, वह प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की तारीफ करती रही हैं. उनका कहना है कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री किसी पार्टी के नहीं बल्कि देश और प्रदेश के होते हैं.संगीता के मुताबिक, दोनों नेताओं से मुलाकात के दौरान उन्होंने आजमगढ़ के विकास के मुद्दे पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि वह गरीबों, निराश्रितों और जरूरतमंदों को विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाने का प्रयास करती रहेंगी। फिलहाल वह बीजेपी में शामिल होने के मुद्दे पर कोई भी खुला बयान देने से बच रही हैं.
पूर्वांचल में बीजेपी को फायदा होगा
पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रचंड लहर के बावजूद बसपा ने पूर्वाचल में चार सीटें जीती थीं. आज़मगढ़ की लालगंज सीट से बीजेपी की संगीता आज़ाद ने जीत हासिल की थी जबकि जौनपुर सीट से बीएसपी के श्याम सिंह यादव ने जीत हासिल की थी. गाजीपुर संसदीय क्षेत्र में बसपा के अफजाल अंसारी तत्कालीन रेल मंत्री और दिग्गज भाजपा नेता मनोज सिन्हा को हराने में सफल रहे थे, जबकि घोसी संसदीय सीट बसपा के अतुल राय ने भाजपा से छीन ली थी। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी पूर्वांचल में अपने सियासी समीकरण साधने की कोशिश में है. माना जा रहा है कि संगीता आजाद के पार्टी में शामिल होने से बीजेपी को पूर्वांचल में बड़ा राजनीतिक फायदा हो सकता है.