Haryana News: गुरुग्राम के मोलाहेड़ा में होलिका दहन पर पुलिस व दबंग करा सकते हैं क्षेत्र में बड़ा नरसंहार?
सत्य ख़बर,गुरुग्राम,सतीश भारद्वाज : गुरुग्राम निगम क्षेत्र के गांव मोलाहेडा में होलिका दहन को लेकर विवाद दिनों दिन बढ़ता ही जा रहा है, जिसको लेकर गांव में भी पंचायत का दौर चल रहा है।

सत्य ख़बर,गुरुग्राम,सतीश भारद्वाज : गुरुग्राम निगम क्षेत्र के गांव मोलाहेडा में होलिका दहन को लेकर विवाद दिनों दिन बढ़ता ही जा रहा है, जिसको लेकर गांव में भी पंचायत का दौर चल रहा है। वहीं सेक्टर 22ए डी की आरडब्ल्यूए भी ग्रीन बेल्ट में लगाएं गए हरे-भरे पेड़ों को जलने से बचाने के लिए अधिकारियों से मांग कर रहे हैं। जिसके बारे में लिखित शिकायत भी जिला उपायुक्त, पर्यावरण मंत्री, सीएम विंडो, पुलिस विभाग तथा एनजीटी को भी मेल द्वारा भेज दिया है,लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई सरकार द्वारा नहीं करने से लोगों में रोष बना हुआ है।
सेक्टर 22 ए डी पॉकेट के प्रधान हितेश यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस रेस्ट हाउस के पास की ग्रीन बेल्ट में जहां पहले गांव मोलाहेडा के दबंग बेदू वेद प्रकाश पुत्र रतनलाल वगैरह अवैध रूप से रेहड़ी पटरी सब्जी मंडी लगवा कर अवैध वसूली करता था, और आज भी सड़क पर कर रहा है, जिसको हमने पुलिस एचएसवीपी व नगर निगम व मीडिया की सहायता से हटवाकर वहां पर ग्रीन बेल्ट में अपने स्वयं के खर्चे से साफ-सफाई करवाकर करीब आठ महीने पहले लोहे के तार फेंसिंग खंबे व पेड़ पौधे पर्यावरण रक्षा के लिए लगावा दिए थे।
जिससे जहां सेक्टरवासी व कुछ ग्रामीण काफी खूश थे,वहीं इससे सब्जी मंडी लगाकर वसूली करने वाले दबंग लोगों को परेशानी हो होने लगी थी, क्योंकि उनकी अवैध वसूली का धंधा समाप्त होने जा रहा था। जिसकी साजिश रचते हुए उपरोक्त लोगों ने धार्मिक पर्व होलीका दहन की पूजा करने की आड़ में ग्रीन बेल्ट में फिर से कब्जा करने की नीयत से हरे भरे पेड़ों को नुकसान पहुंचा कर अपना गोरख धंधा चलाने की रणनीति तैयार कर वहां पर होली का डांडा गड़वा दिया था।
जिसकी भनक तब प्रधान को लगी तो उन्होंने भी लिखित में पर्यावरण रक्षा के लिए लगाए गए पेड़ पौधों को नष्ट होने से बचने की गुहार सरकार को लगा दी, जिस पर जीएमडीए के नोडल अधिकारी आरएस भाट ने बीते शुक्रवार को ग्रीन बेल्ट में बनी होलीका स्थल का मौका देखकर दोनों पक्षों को समझने की कोशिश की लेकिन दोनों ही पक्ष अपनी-अपनी बातों पर अड़े रहे, वहीं आरडब्ल्यूए प्रधान ने कहा था हमारे लगाए गए पेड़ों को कोई नुकसान नहीं होना चाहिए, वहीं ग्रामीणों का कहना था की पूजा हो चुकी है वहां से बदलना अशुभ माना जाता है, लेकिन ज्योतिष के जानकारों का कहना था कि होलिका दहन हमेशा गांव के चौक चौराहे पर होती है।
गांव मोलाहेड़ा के लोगों ने जो ग्रीन बेल्ट में होलिका दहन की साजिश रची है वह एक सोची समझी चाल के तहत है। गांव के समाज सेवक जोशी ने कहा कि गांव के लोगों को इसके लिए सरकार से गुहार लगानी चाहिए। पर्यावरण रक्षा सबके लिए बहुत जरूरी है। ग्रिल बेल्ट में होली जलाना पर्यावरण व पेड़ पौधों की हत्या करने के बराबर है।
वहीं शनिवार को गांव मोलाहेडा में वेद प्रकाश वगैरा ने एक पंचायत का भी आयोजन किया जिसमें गांव के केवल एक दो व्यक्ति ही पहुंचे अन्य ने दूरी बनाई रखी। ग्रामीणों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि यह ग्रीन बेल्ट में होली जलाकर हरे-भरे पेड़ पौधों को नष्ट करने की साजिश पार्षद रविंद्र व वेद प्रकाश परिवार की सोची समझी साजिश है।
इसके संबंध में आरडब्ल्यूए ने मिडिया के सामने कैमरे पर बोलकर व लिखित में भी उपरोक्त लोगों पर उक्त स्थान पर अवैध वसूली करने का खुलेआम आरोप भी लगाया है। वहीं पार्षद रविंद्र की मां धनपति उफ़ रानी व वेद प्रकाश की पत्नी शकुंतला ने भी उक्त स्थान पर होली जलाने की चेतावनी दी है।
वहीं जीएमडी के नोट अधिकारी की कवरेज करने गए पत्रकारों पर से भी बदतमीजी व दुर्व्यवहार किया है, जिसकी शिकायत भी पुलिस विभाग सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी को दे दी गई है लेकिन पुलिस विभाग मौन बनी हुई है। जिसे लगता है की होलीका दहन पर पुलिस इस मामले पर नरसंहार करवा सकती है। क्योंकि थाना पालम विहार पुलिस पहले से ही पार्षद व वेद प्रकाश वगैरा से सजा बाज है।
क्या कहते हैं अधिकारी
जब इस मामले पर थाना पालम विहार के इस मामले के जांच अधिकारी एएसआई टिकम सिंह से फोन पर कई दफा संपर्क किया गया तो उन्होंने फोन ही नहीं उठाया जिससे उनका पक्ष नहीं लिया जा सका। वहीं जीएमडीए के अधिकारी हरदीप सिंह मलिक से फ़ोन पर बात करनी चाहिए तो उन्होंने भी फोन रिसीव नहीं किया। जिससे यही लगता है कि जीएमडी के अधिकारी व पुलिस ग्रीन बेल्ट के हरे भरे पड़े पेड़ों को जलाने में ग्रामीणों का साथ दे रही है।