हरियाणा

हरियाणा में सीआईए का इंस्पेक्टर घूस लेते काबू

CIA inspector caught taking bribe in Haryana

सत्य खबर, रेवाड़ी । रेवाड़ी जिले में क्राइम इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (सीआईए-3) के इंस्पेक्टर अनिल कुमार को एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) गुरुग्राम की टीम ने 3 लाख 75 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। आरोपी को सीआईए स्टाफ से ही गिरफ्तार किया गया है। एसीबी की टीम आरोपी से पूछताछ कर रही है।

गुरुग्राम एसीबी के इंस्पेक्टर जयपाल सिंह ने बताया कि मॉडल टाउन थाना रेवाड़ी में एक मुकदमा नंबर-40 दर्ज किया था। इसमें 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। जिसकी जांच सीआईए-3 इंस्पेक्टर अनिल कुमार की तरफ से की जा रही थी। अनिल कुमार ने रेवाड़ी के ही गांव कालाका निवासी सचिन कुमार को इस केस में फंसाने का डर दिखाते हुए 4 लाख रुपए की डिमांड की थी।

सचिन ने इसकी शिकायत गुरुग्राम एसीबी की टीम को दे दी। बाद में सचिन इंस्पेक्टर अनिल कुमार को 3 लाख 75 हजार रुपए देने को तैयार हो गया। एसीबी द्वारा इंस्पेक्टर की गिरफ्तारी को लेकर पहले से ही टीम तैयार कर दी गई। इंस्पेक्टर जयपाल के नेतृत्व में शुक्रवार को टीम रेवाड़ी पहुंची। आरोपी इंस्पेक्टर अनिल कुमार ने सचिन को रिश्वत की रकम देने के लिए अपने ऑफिस में ही बुला लिया। एसीबी के कहे अनुसार, सचिन 3 लाख 75 हजार रुपए लेकर इंस्पेक्टर अनिल कुमार के पास पहुंच गया। इंस्पेक्टर ने जैसे ही रिश्वत की रकम हाथ में ली एसीबी की टीम ने रेड कर दी और रंगे हाथों अनिल कुमार को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी इंस्पेक्टर के खिलाफ एसीबी ने भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत FIR दर्ज कर ली है।

बता दें कि एसीबी की तरफ से जिस 40 नंबर FIR का जिक्र किया गया उसके अनुसार, 28 जनवरी की रात रेवाड़ी शहर के उत्तम नगर स्थित एक घर में सीआईए-3 की टीम ने रेड करते हुए क्रिकेट मैच पर सट्‌टा लगवाने के लिए चलाई जा रही बुक का खुलासा किया था। पुलिस ने मौके से उत्तम नगर निवासी हरीश, मूलरूप से हिसार और फिलहाल उत्तम नगर में किराये पर रहने वाले मंदीप, गुरुग्राम के पटौदी कस्बा निवासी संदीप को गिरफ्तार करते हुए 10 मोबाइल फोन और लेपटॉप जब्त किया था। दुबई कैपिटल V/S शारजाह के बीच चल रहे क्रिकेट मैच पर फंटर के जरिए सट्‌टा लगवाया जा रहा था।

पुलिस सूत्रों के मुताबाकि, इसी केस में पकड़े गए तीन आरोपियों में से एक आरोपी की जमानत सचिन ने दी थी। इसके बाद सचिन सीआईए की नजर में आ गया और पुलिस ने उसे ही केस में फंसाने का डर दिखाते हुए 4 लाख रुपए की डिमांड कर दी। सचिन को जब बार-बार परेशान किया गया तो उसने एसीबी को इसकी शिकायत कर दी। एसीबी के पास मामला पहुंचने के बाद आरोपी इंस्पेक्टर को गिरफ्तार करने का जाल बिछाया गया।

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